सुलहनीय मामलों का लोक अदालत में कराएं निष्पदान
बीते राष्ट्रीय लोक अदालत से ऊपर उठकर अधिक से अधिक संख्या में 16 अन्य मामलों को निष्पादित करा कर इतिहास रचे। उक्त बातें शनिवार को जिला व्यवहार न्यायालय के लोक अदालत कक्ष में आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत का उद्घाटन जिला विधिक सेवा प्राधिकार के प्रभारी अध्यक्ष सह जिला एवं सत्र न्यायाधीश प्रथम कमलेश कुमार शुक्ला ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित करते हुए कही है। इस मौके पर श्री शुक्ला ने दूर दराज से आए मुवक्किल ओ को बताया कि इस शिविर के माध्यम से आप 16 नियम मामलों में आप सब आपसी समझौता अपने-अपने मुकदमों से छुटकारा पा सकते हैं। इससे दोनों पक्षकारों को समय की बचत वह पैसों की बर्बादी से बचत होती है और दोनों पक्षों की जीत होती है। इसमें कोई भी पक्षकार हारता नहीं है। क्योंकि पूर्व में भी गांव में पंचायती के माध्यम से छोटे-छोटे विवाद को सुलझाया जाता था। जबकि आज के समय में लोगों का न्यायालय से आस्था
साहिबगंज : अधिक से अधिक मामलों में सुलह-समझौता कर सभी लोग पिछले साल की रिकार्ड को तोड़ दें। यहां निष्पादित मामलों के खिलाफ किसी प्रकार की अपील नहीं होती है। दोनों पक्षों के समय व पैसे की बचत होती है। यह बातें शनिवार को जिला व्यवहार न्यायालय के सभागार में आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत के उद्घाटन के दौरान जिला विधिक सेवा प्राधिकार के प्रभारी अध्यक्ष सह जिला एवं सत्र न्यायाधीश प्रथम कमलेश कुमार शुक्ला ने कहीं।
उन्होंने बताया कि इस शिविर के माध्यम से आप सुलहनीय मामलों में समझौता कर अपने-अपने मुकदमों से छुटकारा पा सकते हैं। इससे दोनों पक्षकारों को फायदा होता है। इसमें कोई भी पक्षकार हारता नहीं है। पूर्व में भी गांव में पंचायत के माध्यम से छोटे-छोटे विवादों को सुलझाया जाता था। न्यायालय की प्रक्रिया से मुकदमा समाप्त कराने में कुछ विलंब हो जाता है। इस मंच के माध्यम से कोई विलंब नहीं होता है और दोनों के बीच प्रेम बरकरार रह जाता है। इस मंच के माध्यम से सुलझे हुए मामलों को सर्वमान्य माना जाता है। मंच का संचालन जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव मनोरंजन कुमार ने किया। इस मौके पर चार बेंच का गठन कर भिन्न भिन्न प्रकार के 293 मामलों का निष्पादन किया गया और विभिन्न 38 लाख 30 हजार 683 रुपये का सेटलमेंट किया गया।
इस मौके पर जिला एवं सत्र न्यायाधीश तृतीय पीके शर्मा, मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी विनय कुमार लाल, स्थाई लोक अदालत के अध्यक्ष मुकेश श्रीवास्तव, अनुमंडल न्यायिक दंडाधिकारी बीएन शुक्ला, रेलवे न्यायिक दंडाधिकारी तारकेश्वर दास, जेएम प्रथम आलोक कुमार सिंह, पीएलबी रंजन सिंह, वंदना कुमारी, सुनील कुमार यादव, रेणुका कुमारी, विनीता कुमारी, समीमा खातून, माधुरी कुमारी, शीला बास्की, मारथा मरांडी, प्रेमलता टुडू, अमरेंद्र ठाकुर के अलावा विभिन्न बैंकों व विभिन्न विभागों से आए पदाधिकारी व कर्मचारी मौजूद थे।