गंगा के तटवर्ती क्षेत्रों पर मंडरा रहा बाढ़ का खतरा
गंगा के जलस्तर में लगातार वृद्धि के कारण उधवा प्रखंड के गंगा किनारे अवस्थित तटवर्ती सुदूर क्षेत्र में दिनोंदिन खतरा मंडराने लगा है। उधवा प्रखंड के निचले इलाका लगभग 12 पंचायत का हजारों परिवार बाढ़ से प्रभावित है। भौगोलिक मानचित्र के अनुसार इन तमाम पंचायत एक टापू पर अवस्थित है, जिसके चारों ओर गंगा नदी का शाखा फैली हुई है।
उधवा(साहिबगंज) : गंगा के जलस्तर में लगातार वृद्धि के कारण उधवा प्रखंड के गंगा किनारे अवस्थित तटवर्ती सुदूर क्षेत्र में दिनोंदिन खतरा मंडराने लगा है। उधवा प्रखंड की 12 पंचायतों के हजारों परिवार बाढ़ से प्रभावित हैं। भौगोलिक मानचित्र के अनुसार ये पंचायतें एक टापू पर अवस्थित है, जिसके चारों ओर गंगा नदी का शाखा फैली हुई है। गंगा के पानी में वृद्धि हो जाने के कारण इन तमाम पंचायतों के चारों ओर बाढ़ का पानी फैल चुका है।
इलाकों के बुजुर्गों का मानना है कि जिस तरह से गंगा के जलस्तर में तेजी से वृद्धि हो रही है, भयंकर बाढ़ होने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। उधवा अंचल रिकॉर्ड के अनुसार श्रीधर, पूर्वी प्राणपुर, पश्चिमी प्राणपुर, उत्तरी पलाशगाछी,श्रीधर, अमानत, मध्य पियारपुर, दक्षिण पियारपुर एवं दक्षिणी पलाशगाछी पंचायत के अधिकांश गांव में बाढ़ का पानी घुस गया है।
हालांकि इन पंचायतों में अभी तक बाढ़ का पानी घर के अंदर घुसने की खबर नहीं है, लेकिन गांव के आसपास के अधिकांश मुख्य मार्ग डूब जाने से उन क्षेत्र के लोगों का संपर्क एक गांव से दूसरे गांव तथा प्रखंड मुख्यालय से टूटने के कगार पर है। कई गांव के स्कूली छात्र-छात्रा सरकारी तथा गैर सरकारी विद्यालय नहीं पहुंच पा रहे हैं।
कुछ लोग तो निजी नाव के सहारे अपने बच्चों को विद्यालय पहुंचाने का काम कर रहे हैं। पियारपुर से मध्य पियारपुर के बीच बहुडुब्बी गंगा नाला में बनी बांस के चचरी पुल के दोनों और डूब गया है। जान जोखिम में डालकर उस पुल से लोग आवागमन करते हैं। वहीं प्रखंड मुख्यालय से महज एक किलोमीटर की दूरी कचहरी घाट से पियारपुर आरईओ मुख्य सड़क बाढ़ की पानी में तब्दील हो गया है। उस सड़क से दो चक्का एवं चार चक्का वाहनों का आवागमन ठप हो चुका है, लेकिन इस दिशा में प्रशासन की ओर से अबतक किसी प्रकार की सुविधा उन लोगों को नहीं मिली है। -----------------------
क्या कहते अंचलाधिकारी : बीडीओ सह अंचलाधिकारी राजेश एक्का ने कहा कि वर्तमान में बाढ़ का पानी किसी घर में प्रवेश करने की सूचना नहीं है। सड़क पर पानी पहुंचा है। अंचल कर्मचारी से रिपोर्ट मांगी गई है। रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।