आंगनबाड़ी की स्थिति दयनीय, नहीं मिल रहा पोषाहार
प्रखंड के अधिकांश आंगनबाड़ी केन्द्रों की स्थिति दायनीय है। कुछ केन्द्रों में बच्चे नगण्य हैं तो कुछ केन्द्रों में सेविका व सहायिका नहीं हैं। मिली जानकारी के अनुसार प्रखंड के गड़गांवा आंगनबाड़ी केन्द्र विगत एक साल से बंद है। बच्चों, गर्भवती महिला,धात्री र्माहला, किशोरी एवं बच्चों को पोषाहार नहीं मिल रहा है। गड़गांवा के ग्रामीण जगन ¨सह, अशोक ¨सह,आनंदी ¨सह, कैलाश ¨सह, बीरबल ¨सह एवं छोटे लाल ¨सह आदि ग्रामीणों ने बताया कि विगत एक साल से यहां आंगनबाड़ी केन्द्र बंद है। सेविका की मृत्यु हो चुकी है तथा सहायिका नौकरी छोड़ चुकी है। आंगनबाड़ी केन्द्र में झाड़ी उग आए हैं। ग्रामीणों में आक्रोश है। मालूम हो कि प्रखंड में कुल 163 आंगनबाड़ी केन्द्र संचालित है। जिसमें 16 मि
बोरियो(साहिबगंज): प्रखंड के अधिकतर आंगनबाड़ी केंद्रों की स्थिति दयनीय है। कुछ केंद्रों में बच्चे नहीं के बराबर है। कुछ केंद्रों में सेविका व सहायिका नहीं हैं।
प्रखंड के गड़गांवा आंगनबाड़ी केंद्र पिछले एक साल से बंद है। बच्चों, गर्भवती महिला, धातृ महिला, किशोरी एवं बच्चों को पोषाहार नहीं मिल रहा है। ग्रामीण जगन ¨सह, अशोक ¨सह, आनंदी ¨सह, कैलाश ¨सह, बीरबल ¨सह, छोटे लाल ¨सह आदि ने बताया कि एक साल से यहां आंगनबाड़ी केंद्र बंद है। सेविका की मृत्यु हो चुकी है। सहायिका नौकरी छोड़ चुकी है। केंद्र में झाड़ी उग आए हैं। केंद्र नहीं खुलने से ग्रामीणों में आक्रोश है।
163 केंद्र संचालित
प्रखंड में कुल 163 आंगनबाड़ी केंद्र संचालित है। जिसमें 16 मिनी केंद्र है। 31 सेविका व सहायिका का पद रिक्त है। जिसका चयन होना अब भी बाकी है। लगभग छह माह से रेडी टू फूड नहीं मिला है।
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वर्जन
प्रखंड के आंगनबाड़ी केन्द्रों की दयनीय स्थिति की जानकारी है। सभी केन्द्रों की जांच कर कार्रवाई के लिए रिपोर्ट जिला को भेजी जाएगी।
दयानंद कारजी, बीडीओ