साहिबगंज में बनेगा हवाई अड्डा, जमीन की तलाश जारी
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने साहिबगंज में बने मल्टी मॉडल टर्मिनल बंदरगाह को रेल जल व वायु मार्ग से जोड़ने की घोषणा की है। मंत्री की ओर से घोषणा को अमल में लाने का प्रयास शुरु कर दिया गया है। अब भारतीय विमान पत्तन प्राधिकरण की ओर से हवाई अड्डा का निर्माण साहिबगंज में किया जाएगा। जिले वासियों के सफर को अब पंख लगेंगे। हवाई अड्डा के निर्माण के लिए 3 सौ एकड़ जमीन की तलाश प्रारंभ कर दी गई है। निदेशक उड़ान संचालन परिवहन (नागर विमानन) विभाग झारखंड की ओर से एटीआर श्रेणी के विमान परिचालन के लिए जमीन की मांग जिला प्रशासन से की गई है। हवाई अड्डा के लिए रनवे व टर्मिनल भवन आदि का निर्माण किया जाएगा।
साहिबगंज : केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने साहिबगंज में बने मल्टी मॉडल टर्मिनल बंदरगाह को रेल, जल व वायु मार्ग से जोड़ने की घोषणा की थी। इसे अमल में लाने की कोशिश जारी है। इसके तहत हवाई अड्डा का निर्माण साहिबगंज में किया जाएगा। जिससे जिले वासियों के अरमान को पंख लगना तय माना जा रहा है। इस योजना के लिए तीन सौ एकड़ जमीन की तलाश जारी है।
निदेशक उड़ान संचालन, परिवहन (नागर विमानन) विभाग झारखंड की ओर से एटीआर श्रेणी के विमान परिचालन के लिए जमीन की मांग जिला प्रशासन से की गई है। हवाई अड्डा के लिए रनवे व टर्मिनल भवन आदि का निर्माण किया जाएगा। साहिबगंज में हवाई अड्डा के निर्माण के लिए जिला प्रशासन ने जमीन उपलब्ध कराने का प्रयास शुरू कर दिया गया है।
इस संबंध में अपर समाहर्ता के कार्यालय से सभी अंचल अधिकारियों को पत्र लिखा है। इसमें विमानों के परिचालन के लिए जमीन मांगी गई है। भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण की ओर से एटीआर श्रेणी के विमानों के परिचालन के लिए जमीन उपलब्ध कराने को कहा गया है। 300 एकड़ जमीन की जरूरत है। 200 एकड़ जमीन एक सीध में चाहिए। इससे रनवे व टर्मिनल भवन आदि का निर्माण आसानी से होगा।
अंचल अधिकारियों को लिखे पत्र में जिक्र किया है कि रैयती या सरकारी जो भी जमीन अंचल में उपलब्ध हो उसे चिह्नित यथा शीघ्र करते हुए सर्वे नजरी नक्शा एवं जांच प्रतिवेदन उपलब्ध कराएं। अपर समाहर्ता ने साहिबगंज व राजमहल के अनुमंडल पदाधिकारी को भी इस संबंध की प्रति उपलब्ध करा दी है।
ये होगा फायदा : साहिबगंज में हवाई अड्डा बनने से जिले वासियों को फायदा होगा। जल मार्ग के साथ हवाई मार्ग से जुड़ेगा। देश-विदेश में आवागमन की राह आसान होगी।
विश्व विख्यात कन्हैयास्थान इस्कान मंदिर 126 देशों से कृष्ण भक्त यहां आते हैं। हवाई अड्डा बनने से उन्हें यहां आने में आसानी होनी।
राजमहल के ऐतिहासिक स्थानों को देखने के लिए आनेवाले पर्यटकों को लाभ मिलेगा। राजस्व में भी इजाफा होगा। सिदो-कान्हू की जन्म स्थली भोगनाडीह, बिदुधाम मंदिर, शिवगादी मंदिर, तेलियागढ़ी किला, मोतीझरना एवं अन्य धार्मिक स्थलों पर पर्यटन की राह आसान होगी। वर्जन
झारखंड सरकार के निदेशक उड़ान संचालन, परिवहन (नागर विमानन) विभाग झारखंड की ओर से एटीआर श्रेणी के विमान परिचालन के लिए जमीन की उपलब्धता से संबंधित पत्र मिला है। इसे सभी अंचल अधिकारियों को भेजा गया है। 300 एकड़ जमीन की मांग की गई है। ताकि हवाई अड्डा के लिए जमीन भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण को दिया जा सके।
अनुज कुमार प्रसाद, अपर समाहर्ता, साहिबगंज