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टिकट की टिकटिक : भाजपा की घोषणा के बाद कहीं खुशी कहीं गम

भारतीय जनता पार्टी द्वारा विधानसभा चुनाव के उम्मीदवारों की घोषणा के बाद जिले में कहीं खुशी तो कहीं गम का माहौल है। जिन्हें टिकट मिल गया है उनके समर्थक खुशी मना रहे हैं तो जो चूक गए वे अज्ञातवास में चले गए हैं। कई जगह तो मान-मनौव्वल का दौर भी चल रहा है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 11 Nov 2019 06:11 PM (IST)Updated: Mon, 11 Nov 2019 06:11 PM (IST)
टिकट की टिकटिक : भाजपा की घोषणा के बाद कहीं खुशी कहीं गम
टिकट की टिकटिक : भाजपा की घोषणा के बाद कहीं खुशी कहीं गम

--जिला परिषद अध्यक्ष रेणुका मुर्मू का मोबाइल बंद

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--मान-मनौव्वल को पहुंचे विधानसभा प्रभारी

--ताला मरांडी के आवास पर चल रहा बैठकों का दौर डॉ. प्रणेश, साहिबगंज

भारतीय जनता पार्टी द्वारा विधानसभा चुनाव के उम्मीदवारों की घोषणा के बाद जिले में कहीं खुशी तो कहीं गम का माहौल है। जिन्हें टिकट मिल गया है। उनके समर्थक खुशी मना रहे हैं तो जो चूक गए वे अज्ञातवास में चले गए हैं। कई जगह तो मान-मनौव्वल का दौर भी चल रहा है। भाजपा में राजमहल विधानसभा क्षेत्र में एक दर्जन से अधिक टिकट के दावेदार थे। इनमें आधा दर्जन उम्मीदवारों ने तो बकायदा उपनी दावेदारी ठोकी थी। इनमें हाल ही में पार्टी में शामिल हुए बजरंगी यादव, जिला 20 सूत्री उपाध्यक्ष उज्ज्वल मंडल, आनंद मोदी, नित्यानंद गुप्ता, अमित सिंह आदि शामिल हैं। बजरंगी यादव व उज्जवल मंडल सशक्त दावेदारों में शामिल थे। लेकिन पिछले सप्ताह ही अधिकतर उम्मीदवार थक हार कर बैठ गए। यह तय हो गया था कि टिकट अनंत ओझा को ही मिलेगा। बजरंगी यादव अब तक दिल्ली में जमे हुए हैं। वे मंगलवार को साहिबगंज पहुंच सकते हैं। दूरभाष पर उन्होंने बताया कि रघुवर दास को पुन: मुख्यमंत्री बनाने के लिए वे सभी विधानसभा क्षेत्रों में पार्टी का प्रचार करेंगे। कहा कि वे टिकट की शर्त पर भाजपा में शामिल नहीं हुए थे। बोरियो में भी आधा दर्जन उम्मीदवार : भाजपा में बोरियो विधानसभा क्षेत्र से भी आधा दर्जन से अधिक उम्मीदवार थे। इनमें वर्तमान विधायक ताला मरांडी, सूर्या हांसदा, जिला परिषद सदस्य वरण किस्कू, सलखू सोरेन, अधिवक्ता अनिता सोरेन आदि प्रमुख थे। निवर्तमान विधायक ताला मरांडी की काफी लंबे समय से पार्टी पदाधिकारियों से नहीं बन रही थी। इस वजह से उनके टिकट कटने की आशंका काफी पूर्व से ही जतायी जा रही थी। और हुआ भी ठीक वैसा ही। सूर्या हांसदा ने बाजी मार ली। 14 जुलाई 2019 को भाजपा की सदस्यता ग्रहण करने वाले सूर्या हांसदा को टिकट मिल गया। ताला मरांडी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर रहे हैं। वे भाजपा को बाय-बाय कर देंगे ऐसी आशंका जतायी जा रही है। हालांकि उन्होंने अब तक अपना मुंह नहीं खोला है। बरहेट पर थी सबकी नजर : बरहेट विधानसभा क्षेत्र सूबे की हाट सीटों में एक है। यहां से नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन वर्तमान में विधायक हैं। भाजपा का पूरा जोर इस विधानसभा सीट पर है। विगत दो माह में तीन बार यहां का दौरा मुख्यमंत्री रघुवर दास स्वयं कर चुके हैं। इस सीट से भी भाजपा में करीब आधा दर्जन दावेदार थे। ऐसे टिकट की दावेदारी में भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष हेमलाल मुर्मू, जिला परिषद अध्यक्ष रेणुका मुर्मू, सिमोन मालतो, गमालियल हेम्ब्रम, जिप सदस्य लिली हांसदा आदि प्रमुख थे। लेकिन सीमोन मालतो को बरहेट का टिकट मिलते ही अटकलों पर विराम लग गया। मुख्यमंत्री की सभाओं के दौरान रेणुका मुर्मू मंच पर मौजूद रहती थीं। इससे कयास लगाए जा रहे थे कि पार्टी उन्हें बरहेट से टिकट दे सकती है लेकिन ऐसा नहीं हुआ। रविवार को टिकट की घोषणा होने के बाद जिला परिषद अध्यक्ष रेणुका मुर्मू का मोबाइल आफ हो गया। पार्टी से नाराजगी की खबर आने के बाद बरहेट विधानसभा प्रभारी व भाजपा के वरिष्ठ नेता गणेश तिवारी सोमवार को उनके यहां पहुंचे। मान-मनौव्वल का दौर जारी था। हेमलाल मुर्मू सोमवार को रांची में थे। उन्होंने कहा कि वे पार्टी के साथ मजबूती से खड़े हैं। पार्टी के अनुशासित कार्यकर्ता के रूप में वे काम करते रहेंगे।


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