बंदरगाह में 2500 लोगों को मिलेगा रोजगार
स्टोन चिप्स कोयला सीमेंट खाद्य सामग्री व चीनी आदि की होगी ढुलाई - साहिबगंज एवं रांची के अडानी के 55 कंटेनर जिसमें तेल पटना जा रहा था साहिबगंज में उतारा जा चुका है। - बंदरगाह से पहले चरण में 2500 युवकों को रोजगार मिलेगा। - हवाई पट्टी व इंडस्ट्रील जोन का भी निर्माण होगा। साहिबगंज के बंदरगाह से टूरिज्म को भी बढ़वा मिलेगा। - एनएच
साहिबगंज : जिले के समदा में 183 एकड़ में 292 करोड़ की लागत से मल्टी मॉडल टर्मिनल (बंदरगाह) बनकर तैयार हो गया है। 12 सितंबर को प्रधानमंत्री रांची से इसका ऑनलाइन उद्धाटन करेंगे। इस अवसर पर प्रधानमंत्री के कार्यक्रम का लाइव प्रसारण किया जाएगा। इसके लिए पांच हजार लोगों के बैठने के लिए वाटरप्रूफ पंडाल बन रहा है। व्यवस्था ऐसी रहेगी कि प्रधानमंत्री रांची से यहां की गतिविधियों को भी देख सकें तथा यहां के लोगों का अभिवादन स्वीकार कर सकें। यहां स्थित मशीनों को चलाकर प्रधानमंत्री को दिखाया जाएगा। ये बातें उपायुक्त राजीव रंजन ने मंगलवार को बंदरगाह का निरीक्षण करने के पूर्व पत्रकारों को संबोधित करते हुए कही। उपायुक्त ने कहा कि बंदरगाह के उद्घाटन के मौके पर केंद्रीय जहाजरानी राज्य मंत्री मनसूख मांडविया, सहित राज्य के मंत्री व अधिकारी भी समदा में मौजूद रहेंगे। जिलेवासियों के लिए यह ऐतिहासिक दिन होगा। स्टोन चिप्स, कोयला, सीमेंट, खाद्य सामग्री, चीनी आदि की ढुलाई होगी। पिछले दिनों यहां पहुंचे 55 कंटेनर को उतारकर मशीन का परीक्षण किया गया। अडाणी के उन कंटेनरों को रांची व पटना भेजा गया। बंदरगाह से पहले चरण में 2500 युवकों को रोजगार मिलेगा। वे ऐसा महसूस करेंगे कि उनकी जमीन पर कितना अच्छा कार्य किया गया है। बंदरगाह को जोड़ने के लिए हवाई पट्टी व इंडस्ट्रीयल जोन का भी निर्माण होगा। इससे साहिबगंज के बंदरगाह से टूरिज्म को भी बढ़ावा मिलेगा। बंदरगाह को एनएच 80 से जोड़ा गया है एनएच का विस्तार व बाईपास बनने के बाद बंदरगाह को भी फायदा होगा। उपायुक्त ने बंदरगाह का निरीक्षण कर तैयारियों का जायजा भी लिया। इस अवसर पर डीडीसी मनोहर मरांडी, अपर समाहर्ता अनुज कुमार प्रसाद, एनडीसी संजय कुमार, आईडब्ल्यूएआई के मुख्य अभियंता रविकांत आदि मौजूद थे।