Yoga Benefits: योगासन से शरीर रहेगा फिट, कोरोना वायरस का खतरा रहेगा कम
Yoga Asanas for Corona Patient Jharkhand News दस दिवसीय योगासन प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत की गई है। बड़ों को योग से स्वस्थ रहने और बच्चों में योग का संस्कार डाला जा रहा है। हर दिन ऑनलाइन माध्यम से योग कराया जा रहा है।
रांची, जासं। कोरोनाकाल में स्वस्थ रहने पर लोगों का अधिक ध्यान गया है। शरीर को फिट रखने के लिए लोग योग, व्यायाम, खानपान सहित अन्य सभी कारगर उपाय कर रहे हैं। इसमें लोगों के सहयोग के लिए योगासना स्पोर्ट्स एसोसिएशन ऑफ झारखंड आगे आया है। एसोसिएशन की ओर से दस दिवसीय योगासन प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत की गई है। बड़ों को योग से स्वस्थ रहने और बच्चों में योग का संस्कार डाला जा रहा है। हर दिन शाम 5 बजे से 6 बजे तक जूम प्लेटफाॅर्म के द्वारा ऑनलाइन माध्यम से योग कराया जा रहा है।
यह योगासना स्पोर्ट्स एसोसिएशन ऑफ झारखंड के फेसबुक पेज और यूट्यूब पर प्रसारित होता है। प्रशिक्षक संतोषी कुमारी चेस्ट ओपनिंग का अभ्यास करा रही है। इसी तरह योग करते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए, आपका आहार कैसा होना चाहिए, इन सब के बारे में जगदीश सिंह बता रहे हैं।
एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय सिंह ने प्राणायाम के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य कोरोनाकाल में लोगों को स्वस्थ रखना है ताकि किसी भी तरह के खतरे से बचने के लिए पहले से हमारा शरीर तैयार रहे। कहा कि योग से इम्युिनटी बढ़ती है। योग हमारी पुरातन संस्कृति की कला है। सभी को योग का अभ्यास जरूर करना चाहिए।
शारदा फाउंडेशन ने गरीब व असहाय लोगों के बीच बांटा भोजन
कोरोना महामारी को लेकर जारी लॉकडाउन को देखते हुए शनिवार को शारदा फाउंडेशन की ओर से कांके स्थित बुकरु गांव में गरीब, असहाय व जरूरतमंद लोगों के बीच थालियों में भोजन परोसा गया। 100 से ज्यादा लोगों ने भोजन वितरण का लाभ उठाया। भोजन वितरण के दौरान शारदा फाउंडेशन के सदस्य पंकज बंका ने कहा कि संस्था द्वारा मानव सेवा भावना के तहत गरीब असहाय लोगों के बीच भोजन व्यवस्था कराना हर इंसान का धर्म होता है।
यह सेवाधर्म आगे भी जारी रहेगा। संस्था के सदस्य बजरंग गुप्ता ने बताया कि शारदा फाउंडेशन हर जरूरतमंदों की सेवा करने का कार्य करने में जुटी है। इसी कड़ी के तहत लॉकडाउन में गरीबों के लिए भोजन की व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा कि जो भी समाज को कुछ देना चाहते हैं, उनकी सबसे अधिक जरूरत अभी ही है। जहां तक संभव हो, लोगों को जरूर मदद करनी चाहिए। ग्रामीण क्षेत्रों में मदद की अधिक जरूरत है। लोग भूखे रह रहे हैं।