Yearender2020: CID ने एक साल में 47 केसों को किया टेकओवर, 21 कुख्यात अपराधियों को पहुंचाया हवालात
Yearender 2020 झारखंड सीआइडी ने एक साल में धान खरीद से लेकर बैंक घोटाले तक के 47 कांडों को टेकओवर किया। सालभर के कार्यों के लेखा-जोखा में यह जानकारी दी। सीआइडी ने इस वर्ष 65 कांडों को निष्पादित भी कर दिया।
रांची, राज्य ब्यूरो। झारखंड पुलिस की अपराध अनुसंधान विभाग (सीआइडी) ने गुरुवार को अपने सालभर के कार्यों का लेखा-जोखा जारी किया है। लेखा-जोख के अनुसार सीआइडी ने एक साल के भीतर राज्य के विभिन्न थानों में दर्ज कुल 47 कांडों के अनुसंधान को टेकओवर किया है। इनमें धान खरीद घोटाला, बैंक घोटाला, बैंक से फर्जी निकासी, पुलिस-उग्रवादी मुठभेड़, गांजा कांड, हिरासत में मौत आदि से संबंधित कांड शामिल हैं।
एक जनवरी से 31 दिसंबर तक इन कांडों से संबंधित 21 कुख्यात व आरोपित को सीआइडी ने हवालात में भी पहुंचा दिया है। सीआइडी को एक जनवरी 2010 को साइबर क्राइम से संबंधित 84 व अन्य मामलों से संबंधित 203 कांड लंबित स्थिति में मिले थे।
इसके अलावा वर्तमान वर्ष में एक जनवरी से 31 दिसंबर तक साइबर क्राइम से संबंधित 25 व अन्य मामलों से संबंधित 35 कांडों के अनुसंधान की जिम्मेदारी भी सीआइडी को मिली। इस पूरे साल में सीआइडी ने साइबर क्राइम के दस व अन्य मामलों से संबंधित कुल 65 कांडों को निष्पादित भी कर दिया। 31 दिसंबर 2020 तक साइबर क्राइम के 99 व अन्य मामलों से संबंधित 173 कांड लंबित हैं।
एक साल में इन कांडों को सीआइडी ने किया टेकओवर, शुरू की जांच
- सरायकेला जिले में राज्य सहकारिता बैंक से 390204712 रुपये (39 करोड़, दो लाख चार हजार 712 रुपये) के सरकारी राशि गबन से संबंधित तीन प्राथमिकियां।
- गुमला व पलामू जिला अंतर्गत स्टेट बैंक ऑफ इंडिया से फर्जी चेक व आरटीजीएस के माध्यम से 216516700 रुपये (21 करोड़, 65 लाख, 16 हजार, 700 रुपये) की निकासी से संबंधित दो कांड।
- राज्य के नौ जिलों में पैक्स के माध्यम से धान खरीद में 128505000 रुपये (12 करोड़, 85 लाख पांच हजार रुपये) की अनियमितता से संबंधित कुल 24 कांड।
- पुलिस उग्रवादी मुठभेड़ से संबंधित कुल 11 कांड।
- थाना हाजत व सिरिस्ता में संदिग्ध या अपराधी की मृत्यु से संबंधित कुल पांच यूडी केस।
- संगठित तौर पर अवैध तरीके से कोयला चोरी से संबंधित लातेहार के बालूमाथ थाने में दर्ज एक केस।
- संगठित तौर पर अवैध तरीके से गांजा रखकर फंसाने से संबंधित निरसा धनबाद में दर्ज एक केस।
एक जनवरी से 31 दिसंबर तक सीआइडी के हाथों महत्वपूर्ण गिरफ्तारियां
बिरसा मांझी (नक्सल सहयोगी, बोकारो), संजय कुमार डालमियां (निजी व्यक्ति, बैंक घोटाला), सुनील कुमार सतपथी (तत्कालीन शाखा प्रबंधक, बैंक घोटाला), संदीप सेन (तत्कालीन सहायक महाप्रबंधक, बैंक घोटाला), निर्भय कुमार उर्फ विवेक सिंह (फर्जी चेक से अवैध निकासी का मुख्य साजिशकर्ता), गणेश लोहरा, पंकज तिग्गा, इकबाल अंसारी, मनीष कुमार पांडेय, राजकुमार तिवारी, इकबाल अंसारी-2 व साजन राज उर्फ मनीष जैन (एसबीआइ से फर्जी निकासी), वीरेंद्र मिढा व सुनील मिढा (अवैध शराब बरामदगी मामला), सौरभ कुमार गुप्ता (साइबर अपराध), अनिल दास व प्रकाश दास (साइबर अपराध), नीरज तिवारी, रवि कुमार ठाकुर, सुनील पासी व राजीव राय (निरसा गांजा कांड)।