Move to Jagran APP

Jharkhand News: झारखंड के मजदूरों से मारपीट, अभी भी हिमाचल के किन्नौर में फंसे हैं राज्य के 90 श्रमिक

Jharkhand News हिमाचल प्रदेश के किन्रौर जिले में अभी भी झारखंड के 90 से अधिक श्रमिक फंसे हुए हैं। अब तक कुल 61 श्रमिकों की वापसी हुई है। खूंटी तोरपा और बंदगांव के रहनेवाले ये श्रमिक चार जत्थों में झारखंड लौट चुके हैं।

By Kanchan SinghEdited By: Published: Tue, 19 Oct 2021 02:23 PM (IST)Updated: Tue, 19 Oct 2021 02:23 PM (IST)
Jharkhand News: झारखंड के मजदूरों से मारपीट, अभी भी हिमाचल के किन्नौर में फंसे हैं राज्य के 90 श्रमिक
हिमाचल प्रदेश के किन्रौर जिले से अब तक कुल 61 श्रमिकों की वापसी हुई है।

रांची,जासं। हिमाचल प्रदेश के किन्रौर जिले में अभी भी झारखंड के 90 से अधिक श्रमिक फंसे हुए हैं। अब तक कुल 61 श्रमिकों की वापसी हुई है। खूंटी, तोरपा और बंदगांव के रहनेवाले ये श्रमिक चार जत्थों में झारखंड लौट चुके हैं। अगले दो-तीन दिनों में अन्य श्रमिकों के भी झारखंड लौटने की संभावना बनी हुई है। हिमाचल से झारखंड लौटे फागु ने बताया कि वह खूंटी के मुरहू प्रखंड के भोंडा गांव का रहनेवाला है। उसके गांव के कई लोग किन्नौर गए थे। वहां राठी हाइड्रो इलेक्ट्रिक पावर प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड में काम करते थे।

loksabha election banner

फागु बताते हैं कि काम के दौरान स्थानीय श्रमिकों से पहले बहस हुई थी। फिर स्थानीय श्रमिक मारपीट करने लगे। इसे देखते हुए हमलोगों ने लौटने का निर्णय लिया। फागु और उनके गांव के रहनेवाले बुधवानाथ, घनश्याम, महावीर मुंडा आदि भी हिमाचल प्रदेश से लौट आए हैं। 14 अक्टूबर को ही उनकी वापसी हुई है।

श्रम अधीक्षक खूंटी को भी दिया गया था आवेदन

खूंटी के रहनेवाले दशरथ आईंद की ओर से खूंटी के श्रम अधीक्षक को आवेदन दिया गया था। बताया गया था कि झारखंड के 150 श्रमिक मजदूरी करने के लिए हिमाचल के किन्नौर जिला के मुरंग के लंबर गांव गए हैं। वहां उन्हें राठी हाइड्रो इलेक्ट्रिक पावर प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड में काम करना था। लेकिन 2 अक्टूबर की रात वहां के लोकल मजदूरों ने झारखंड के मजदूरों से मारपीट की। दूसरे दिन झारखंड के 15 श्रमिकों को घर से बाहर निकाला गया और उनके साथ मारपीट की गई। स्थानीय श्रमिक बार-बार कह रहे थे कि झारखंडी श्रमिकों को यहां से मार-मार कर खदेड़ेंगे।

राज्य प्रवासी नियंत्रण कक्ष की है नजर

बता दें कि राज्य प्रवासी नियंत्रण कक्ष राठी हाईड्रोप्रोजेक्ट पावर प्राईवेट लिमिटेड के प्रमुख धर्मेंद्र राठी से लगातार संपर्क रखे हुए है। जो मजदूर हिमाचल प्रदेश में रह गए हैं उन्हें भी समूहों में वापस भेजने की तैयारी की जा रही है। जितने भी श्रमिक वापस आ रहे हैं, कंपनी के प्रमुख उसकी सूचना खुद प्रवासी नियंत्रण कक्ष को भेज रहे हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.