एचईसी प्रबंधन के वादा खिलाफी से कामगार नाराज, 15 जून को प्लाट पर कर सकते हैं प्रदर्शन
-वेतन और पे-स्केल नहीं मिलने से एचईसी के कामगार नाराज हैं कई यूनियनों ने 15 जून को प्रदर्शन करने की बात कही है।
-वेतन और पे-स्केल नहीं मिलने से नाराज है कामगार और मजदूर
-हड़ताल खत्म करने के लिए दो मार्च को कंपनी ने किया था वादा जागरण संवाददाता, राची : आíथक तंगी के बीच एक बार फिर से एचईसी के ऊपर मुश्किलों के बादल छाने लगे हैं। कंपनी के कर्मचारी प्रबंधन के द्वारा किए गए वादे को नहीं निभाने से नाराज हैं। कामगारों का कहना है कि प्रबंधन के पास पैसा है फिर भी कर्मचारियों को वेतन देने में देरी की जा रही है। एचईसी में 26 फरवरी से कर्मचारियों ने हड़ताल कर दिया था। इसके बाद 2 मार्च को मजदूरों और कामगारों के बीच समझौता हुआ। इसके तहत नवनियुक्त टेक्निकल कामगारों को ट्रेनिंग खत्म होने के बाद दो हजार रुपये प्रतिमाह और नॉन टेक्निकल को एक हजार रुपये प्रति माह देने और पे स्केल देने की बात कही गयी थी। मगर कंपनी ने प्रमाण पत्र सत्यापन के नाम पर अभी तक कामगारों से किया वादा पूरा नहीं किया है। अब कई यूनियनों ने कंपनी के खिलाफ आवाज उठानी शुरू कर दी है।
हटिया मजदूर यूनियन के अध्यक्ष भवन सिंह ने कहा कि यूनियन ने प्रभारी सीएमडी डॉ. नलिन सिंघल के लिए एक खुला पत्र लिखा है। पत्र में कंपनी की वर्तमान स्थिति और प्रबंधन के द्वारा किए गये वादे को याद दिलाया गया है। अगर 13 जून तक कंपनी के द्वारा मजदूरों की माग को नहीं मानी जाती है तो कामगार एक बार फिर से 15 जून को काम ठप करने को मजबूर हो जाएंगे।
वहीं हटिया कामगार यूनियन (एटक) के अध्यक्ष लालदेव सिंह ने कहा है कि मजदूर औद्योगिक शाति बिगाड़ना नहीं चाहते। कंपनी अच्छे से चले इसके लिए कोरोना काल में भी मजदूर टारगेट को पूरा करने के लिए लगातार मेहनत कर रहे हैं। मगर भूखे पेट वो कब तक काम कर पाएंगे। नवनियुक्तों की वेतन वृद्धि का फैसला नहीं करने से मजदूरों का कंपनी प्रबंधन पर से भरोसा उठता जा रहा है। अब मजदूर एक बार फिर से आदोलन के लिए मजबूर हो रहे हैं।