RSS News: कराटे से लेकर दंड चलाने तक का प्रशिक्षण ले रही हैं सेविकाएं... राष्ट्र सेविका समिति की अनूठी पहल
RSS News राष्ट्र सेविका समिति महिलाओं का संगठन है। यह आरएसएस की तरह की कार्यरत है। सभी प्रांतों में लगता है प्रवेश व प्रबोध वर्ग। सात जून से नागपुर में लगेगा प्रवीण वर्ग। राष्ट्र सेविका समिति का झारखंड सहित कई प्रांतों में चल रहा प्रशिक्षण वर्ग।
रांची, (संजय कुमार)। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की तरह राष्ट्र सेविका समिति महिलाओं का संगठन है। समिति से संबद्ध सेविकाओं का प्रशिक्षण शिविर झारखंड सहित देश के अलग- अलग प्रांतों में प्रारंभ है। सभी स्थानों पर 100 से 150 बहनें प्रशिक्षण शिविर में भाग ले रही हैं। 15 दिनों के इस प्रशिक्षण शिविर में कराटे से लेकर दंड चलाने तक का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। वर्ग में शारीरिक के साथ-साथ बौद्धिक, शैक्षिक, योग, गीत व गण समता आदि का अभ्यास कराया जाता है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवकों की तरह राष्ट्र सेविका समिति की सेविकाओं के लिए भी प्रवेश (प्रथम), प्रबोध (द्वितीय) और प्रवीण (तृतीय) प्रशिक्षण का वर्ग लगता है। प्रवेश व प्रबोध कक्षा वर्ग सभी प्रांतों में लगता है, वहीं प्रवीण का प्रशिक्षण वर्ग नागपुर में लगता है। इस वर्ष सात जून से यह वर्ग लगेगा, जिसमें देश के सभी प्रांतों से सेविकाएं भाग लेंगी।
देश में लग रहीं तीन हजार शाखाएं
झारखंड प्रांत की कार्यवाहिका शारदा गुप्ता ने कहा कि अभी झारखंड में 68 व पूरे देश में तीन हजार शाखाएं लग रही हैं। अगले दो वर्षों में देश के सभी जिलों में कार्य प्रारंभ करने की योजना है। प्रशिक्षण वर्ग के बाद जब सेविकाएं अपने-अपने क्षेत्रों में जाएंगी, तब शाखा विस्तार में और तेजी आएगी। कार्य विस्तार के लिए बहनों से समय देने का आग्रह किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राष्ट्र सेविका समिति हिंदू समाज में मातृत्व एवं तेजस्विता के गुणों का विकास कर विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से उन्हें जोडऩे वाला सामाजिक एवं सांस्कृतिक संगठन है। यह पिछले 86 वर्षों से पूरे देश में कार्य कर रही है। समिति की विधिवत व व्यवस्थित जानकारी देने के लिए प्रत्येक वर्ष प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया जाता है।
झारखंड में 120 सेविकाएं शिविर में ले रही हैं भाग
झारखंड प्रांत की सेविकाओं के लिए प्रवेश एवं प्रबोध का प्रशिक्षण वर्ग इस बार रांची के शारदा ग्लोबल विद्यालय में लगाया गया है, जिसमें 120 बहनें भाग ले रही हैं। प्रशिक्षणार्थियों को अखिल भारतीय प्रमुख संचालिका सांता अक्का का भी एक दिन के लिए मार्गदर्शन मिलेगा। चार जून को वर्ग का समापन होगा। एक जून को नगर में पथ संचलन निकलेगा। तीन जून को समापन समारोह का सार्वजनिक कार्यक्रम होगा। वर्ग में असम प्रांत की सह शारीरिक प्रमुख मामू लगातार रहेंगी। वहीं, प्रांत संचालिका उषा सिंह, प्रांत कार्यवाहिका शारदा गुप्ता, पूनम सिंह, जिज्ञासा ओझा, सुधा प्रजापति, शालिनी सचदेव, सुमन, मृदुला चौरसिया, चित्रा व कुसुम लता वर्ग में पूरा समय दे रही हैं। प्रांत संपर्क प्रमुख निर्मला सिंह को वर्गाधिकारी व मोना रानी को मुख्य शिक्षिका का दायित्व दिया गया है।