फोन पर शौहर ने दे दिया तीन तलाक, बीवी पहुंची थाने
गोंदा थाना क्षेत्र के भीठा गांव की पीडि़ता ने पिठोरिया थाने में अपने पति के खिलाफ मामला दर्ज कराया है।
रांची, जासं। पूरे देश में जहां तीन तलाक पर बहस छिड़ी है वहीं पीडि़त महिलाएं भी लगातार आगे आकर मामला दर्ज करा रही हैं। इस बीच राजधानी रांची में दूसरा मामला सामने आया है। इस बार गोंदा थाना क्षेत्र के भीठा गांव की रहने वाली पीडि़ता ने पिठोरिया थाने में मामला दर्ज कराया है। पीडि़ता ने दर्ज प्राथमिकी में कहा है कि उसके पति सफदर सुल्तान उर्फ सद्दाम ने फोन पर तीन तलाक दे दिया है।
इससे पहले पति ने उसे मायके पहुंचा कर छोड़ दिया था। इसके बाद दूसरी शादी की तैयारी करने लगा। इस बात की जानकारी लेने के लिए कॉल किया तो पति ने तलाक, तलाक, तलाक बोलकर रिश्ता तोडऩे की बात कह दी। इसे लेकर पीडि़ता ने अपने पति सफदर सुल्तान उर्फ सद्दाम, ससुर मो. मजीद अंसारी, सास व ननद के खिलाफ पिठोरिया थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई।
प्राथमिकी दर्ज कराने के बाद कार्रवाई की गुहार लगा परिजनों के साथ पीडि़ता ग्रामीण एसपी अजीत पीटर डुंगडुंग और मुख्यालय वन के एएसपी अमित रेणु से मिलीं। ग्रामीण एसपी ने मामले का संज्ञान लेते हुए एएसपी व पिठोरिया थाना प्रभारी को कार्रवाई का निर्देश दिया है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। बताते चलें कि इससे पहले हाल में ही कांके थाना क्षेत्र की मिल्लत कॉलोनी में तीन तलाक का एक मामला सामने आया था।
वर्ष 2015 में हुई थी शादी : पीडि़ता ने बताया कि उसकी शादी पिठोरिया के रहने वाले सफदर सुल्तान उर्फ सद्दाम के साथ 27 अप्रैल 2015 को मुस्लिम रीति रिवाज से हुई थी। इस दौरान तीन माह तक वैवाहिक जीवन ठीक से गुजरा। बाद में पति व ससुरालवालों की प्रताडऩा शुरू हो गई। दहेज के रूप में 15 लाख रुपये की मांग कर दी। मायके वालों ने डिमांड पूरा करने से इन्कार करने पर उसके पति व ससुराल वाले प्रताडि़त करने लगे। पीडि़ता ने यह भी कहा है कि ससुर मो. मजीद अंसारी वर्ष 2015 के नवंबर महीने में जिला परिषद सदस्य के पद के लिए चुनाव लड़ रहे थे। इस दौरान चुनाव खर्च के लिए 15 लाख रुपये लाने कहा था।
अप्राकृतिक यौनाचार कर किया प्रताड़ित : पीड़िता की ओर से दर्ज प्राथमिकी में कहा गया है कि मांग पूरी नहीं करने पर प्रताडऩा के लिए पति जबरन अप्राकृतिक यौनाचार भी करता था। विरोध करने पर मारपीट की जाती थी। इस प्रताडऩा में ससुर मजीद अंसारी भी पति का सहयोग करते थे। पीडि़ता ने यह भी कहा है कि कई बार ससुर ने भी उसके साथ गलत हरकत करने की कोशिश की।
जबरन कराया गर्भपात : पीडि़ता ने कहा है कि वह चार माह की गर्भवती हो गई थी। इस बात की जानकारी जब उसके ससुर मजिद और सास को मिली, तब वे दोनों गर्भपात कराने का दबाव बनाने लगे। पति भी उन्ही की बातों में आकर दबाव बनाने लगे। इसके बाद उसे अल्ट्रासाउंड कराने के नाम पर कांके के रोहिणी - मोहनी अस्पताल ले गए, जहां जबरन गर्भपात करवा दिया। गर्भपात के बाद पति ने मायके पहुंचा दिया। इस बीच वह अपने पति से फोन पर लगातार संपर्क बनाकर वापस ससुराल ले जाने की बात कहती थी, लेकिन पति इन्कार करता था। इस बीच परिजनों ने अंजुमन की बैठक करा सुलहनामा की कोशिश की, लेकिन उलटे धमकी दी गई।
कानूनसम्मत कार्रवाई होगी : मामले की जांच की जा रही है। सुप्रीम कोर्ट के प्रावधानों के मुताबिक आरोपित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।-अजीत पीटर डुंगडुंग, ग्रामीण एसपी रांची।