अनगड़ा में विधवा से सामूहिक दुष्कर्म, इज्जत की कीमत लगाई 50 हजार
Assault. रांची के ग्रामीण एसपी आशुतोष शेखर ने कहा कि मामले की जांच कराई जा रही है। मामला स्पष्ट होने के बाद आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
रांची, जासं। राजधानी मेंं एक विधवा से सामूहिक दुष्कर्म किया गया। जब पीडि़ता ने बच्ची को जन्म दिया तो उस बच्ची को आरोपितों ने बेच डाला। फिलहाल बच्ची कहां गई, किसके हाथों बिकी, इसका जवाब किसी के पास नहीं है। आसपास के लोग किसी संस्था या आश्रम के माध्यम से बच्चे को बेचने की बात बता रहे हैं। मामला शहर से 20 किमी दूर अनगड़ा थाना क्षेत्र का है। इधर अनगड़ा थाना क्षेत्र में महिला से दुष्कर्म और बच्चे को बेचने मामले में एसएसपी अनिश गुप्ता ने जांच के निर्देश दिए हैं। एसएसपी के संज्ञान में मामला आने के बाद पुलिस रेस हो गई है। एसएसपी ने सिल्ली डीएसपी और अनगड़ा थाना प्रभारी को जांच की जिम्मेवारी दी है।
बता दें कि विधवा से दुष्कर्म 10 मार्च 2018 को हुआ था। घटना के दूसरे दिन महिला ने पड़ोसी और परिजनों को जानकारी दी थी। उस समय पड़ोस के लोगों ने पीडि़ता पर ही लांछन लगाकर मामले को दबा दिया था। दुष्कर्म की घटना के बाद पीडि़ता गर्भवती हो गई। पीडि़ता चार सितंबर 2018 को थाने भी पहुंची। उसने प्राथमिकी के लिए आवेदन दिया, लेकिन आरोपित पक्ष के रसूखदारों ने प्रभाव का इस्तेमाल कर केस दर्ज होने नहीं दिया। अब पीडि़ता न्याय के लिए मुखिया सहित अन्य गणमान्य के पास चक्कर काट रही है।
आरोपित धमका रहे हैं पीडि़ता को : बताया जा रहा है कि आरोपित पीडि़ता को धमका रहे हैं। बताते चलें कि जुलाई 2018 में बच्चों की बिक्री प्रकरण सुर्खियों में रहा था। दुष्कर्म पीडि़ता और अविवाहित माताओं की बच्चों की बिक्री का मामला सामने आया था। इस घटना ने एक बार फिर बच्चा बिक्री गिरोह की उपस्थिति का संकेत दिया है।
अस्मत और बच्ची की कीमत 50 हजार : पीडि़ता ने बताया है कि उसकी अस्मत लूटने के बाद आरोपितों ने पहले धमकाया। बाद में समाज और पुलिस के पास मामला पहुंचने के बाद बच्चे के पालन पोषण के लिए दो आरोपितों ने 25-25 हजार रुपये दिए। रुपये गांव के ही एक व्यक्ति को दिया गया है जिसके घर में पीडि़ता काम करती है। पीडि़ता के पहले से तीन बच्चे हैं। चार वर्ष पहले बीमारी से उसके पति की मौत हो चुकी है। पीडि़ता से दुष्कर्म के बाद दो दिसंबर 2018 को बच्ची का जन्म हुआ था।
चीखती रही, लेकिन कोई बचाने नहीं आया : पीडि़ता का कहना है कि छह लोग उसके घर पहुंचे थे। चार लोग घर के बाहर खड़े थे। दो आरोपित घर के भीतर घुसे और जबरन दुष्कर्म किया। इस दौरान वह चीखती-चिल्लाती रही, लेकिन कोई बचाने नहीं आया।
थाना प्रभारी अनगड़ा, शंकर प्रसाद ने कहा कि मेरी ज्वाइनिंग के पहले की घटना है। पीडि़ता ने लिखित शिकायत दर्ज नहीं कराई है। शिकायत दर्ज कराने पर निश्चित तौर पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
रांची के ग्रामीण एसपी आशुतोष शेखर ने कहा कि मामले की जांच कराई जा रही है। मामला स्पष्ट होने के बाद आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।