Jharkhand Election: हर सीट पर औसतन 30 से ज्यादा दावेदार, झारखंड विधानसभा चुनाव में क्या करेगी कांग्रेस?
Jharkhand Assembly Election झारखंड के विधानसभा चुनाव से पहले सीटें तय करना कांग्रेस के लिए माथापच्ची वाला काम होने जा रहा है। पार्टी के नेता अभी से सीट और टिकट पर दावेदारी के लिए अपना आवेदन लेकर पहुंचने लगे हैं। ऐसे में प्रदेश के समीकरणों के अनुरूप पार्टी को टिकट बांटने होंगे। राज्य में चुनाव लड़ने के इच्छुक नेताओं की संख्या ढाई हजार तक पहुंच गई है।
आशीष झा, रांची। Jharkhand Congress: झारखंड में विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रही है, वैसे-वैसे तैयारियां मूर्तरूप ले रही हैं। फिलहाल पार्टी कार्यालयों में दावेदारों की भीड़ लगी हुई है।
कांग्रेस में भी भीड़ बढ़ रही है। लोग जिला मुख्यालय से लेकर राज्य मुख्यालय तक में आवेदन दे रहे हैं। अभी तक की सूचना के अनुसार हर सीट के लिए औसतन 30 से अधिक दावेदार सामने आ गए हैं।
मीडिया विभाग के प्रमुख सतीश पाल मुंजनी ने बताया कि राज्य में चुनाव लड़ने का दावा करनेवाले नेताओं की संख्या अब तक ढाई हजार के करीब पहुंच गई है।
जिलों में सर्वाधिक दावेदारी देखने को मिल रही है। उन जगहों से भी दावेदारी सामने आई है जहां गठबंधन के तहत सीट छोड़े जाने की संभावना प्रबल है।
पैरवी पुत्रों के लिए राह आसान नहीं
पैरवी पुत्रों, नेताओं की पत्नी, पुत्रियों आदि को टिकट देने में कांग्रेस हमेशा से आगे रही है। अभी-अभी समाप्त लोकसभा चुनाव में भी रिश्तेदारों को टिकट मिल चुका है।
सिंहभूम लोकसभा क्षेत्र में कोड़ा दंपत्ति के छिटक जाने के बाद कांग्रेस ने तो इस सीट से दावेदारी ही छोड़ दी और चुनाव में झामुमो के उम्मीदवार के प्रचार में कांग्रेस के कार्यकर्ता जुट गए।
इस चुनाव में झामुमो के उम्मीदवार की जीत हुई। बदली हुई परिस्थितियों में अब विधानसभा चुनाव में नेताओं के रिश्तेदारों के लिए टिकट की राह आसान नहीं है।
टिकट के दावेदारों को कड़ी परीक्षा से गुजरना होगा। विभिन्न स्तरों पर इन्हें साक्षात्कार प्रक्रिया का सामना करना होगा। बताना होगा कि क्षेत्र में कौन-कौन से कार्यक्रम किए।
लोहरदगा में टिकट के दावेदारों के बीच रोचक मुकाबला
झारखंड में सबसे रोचक मुकाबला लोहरदगा सीट को लेकर है। यहां से अभी-अभी संसदीय चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंचे सुखदेव भगत विधानसभा चुनाव में अपने रिश्तेदार को उतारना चाहते हैं जबकि वित्त मंत्री डा. रामेश्वर उरांव के बारे में कहा जा रहा है कि वह भी कुछ ऐसी ही मंशा पाले हुए हैं।
उन्हें भी अपने पुत्र के लिए बेहतर विकल्पों की तलाश है। ऐसे में माना जा रहा है कि लोहरदगा में टिकट के लिए रोचक मुकाबला हो सकता है।
मजबूत हुई महिला कांग्रेस की दावेदारी
झारखंड के विधानसभा चुनाव में महिला कांग्रेस की ओर से मजबूत दावेदारी की जा रही है। वर्तमान में तीन-तीन महिला विधायकों के होने से साथ ही कांग्रेस में महिला नेताओं का बोलबाला बढ़ा है।
चतरा, पलामू आदि जिलों से महिला दावेदारों की संख्या बढ़ रही है। अगर ऐसा ही रहा तो इस बार चुनाव में कुछ और महिलाओं को टिकट मिल सकता है।
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