खलारी में नदियों का जल स्तर बढ़ा, सड़के बनीं तालाब, आवागमन मुश्किल
खलारी कोयलाचल सहित आसपास के क्षेत्रों में लगातार हो रही बारिश से जनजीवन प्रभावित हुआ है।
संसू, खलारी-डकरा : खलारी कोयलाचल सहित आसपास के क्षेत्रों में लगातार हो रही बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। क्षेत्र की सभी नदिया उफान पर है। साथ ही खलारी तथा कोयलाचल की सड़कें तालाब में तब्दील हो गई हैं। इससे लोगों का सड़कों पर चलना मुश्किल हो गया है। धमधमिया से केडी एवं डकरा, ओवरब्रिज, मोहननगर सीएचपी, मोनेट, बैंक रोड सहित अन्य जगहों पर सड़कों की हालत दयनीय हो गई है। लोगों का इस भारी बारिश में आवागमन करना मुश्किल हो गया है। वहीं, सड़कों पर कीचड़ हो जाने से लोगो का इस बारिश में आने-जाने में काफी परेशानी हो गई है। साथ ही खलारी की सभी नदिया एवं तालाबों में जल स्तर बढ़ गया है। वहीं लगातार बारिश से कोयला उत्पादन और डिस्पैच पर भी असर पड़ा है। खुली खदानों में पानी भरने से उत्पादन प्रभावित रहा तथा कोयला डिस्पैच पूरी तरह ठप रहा। एनके क्षेत्र की रोहिणी, डकरा, केडीएच तथा पुरनाडीह परियोजना में कोयला उत्पादन पुरी तरह से प्रभावित है। खदान तथा पिट स्टॉक से कोयला रेलवे साइडिंगों तक कोयलना नहीं पहुंच पा रहा है। कोयला के अभाव में साइडिंग से एक भी रेलवे रैक लोड नहीं हो सका।
----
करकट्टा सी-टाइप कालोनी के क्वार्टरों में घुसा पानी
संसू, खलारी : करकट्टा स्थित सी-टाइप कालोनी में दो दिनों से हो रही लगातार बारिश से बारिश का पानी आवासीय क्वार्टरों में घुस गया है। आवासीय कालोनी के लोगों ने बताया कि लगातार तेज बारिश होने से क्वार्टरों में अक्सर पानी घुस जाता है। बारिश के पानी के साथ-साथ नाली का भी पानी उनके क्वार्टरों में घुस जाता है। कई लोगों ने बताया कि पुरनाडीह परियोजना से कालोनी के लिए ड्रेन बनाने का 2019 में ही एस्टिमेट भी बन चुका है, लेकिन विभागीय लापरवाही के कारण आज तक ड्रेन नहीं बन सका। सी-टाइप आवासीय कालोनी में रहने वाले सभी कर्मचारी पुरनाडीह प्रोजेक्ट के ही हैं।