Move to Jagran APP

ठान लिया है..जलकुंभियों को निकाल झिलमिल दिखेगा रांची का बड़ा तालाब

रांची सोमवार को रांची नगर निगम के सफाई कर्मियों ने बड़ा तालाब की सफाई शुरू कर दी। अगले आट से 10 महीने में बड़ा तालाब से जलकुंभियों को निकाल लिया जाएगा।

By JagranEdited By: Published: Mon, 15 Jun 2020 08:40 PM (IST)Updated: Mon, 15 Jun 2020 08:40 PM (IST)
ठान लिया है..जलकुंभियों को निकाल झिलमिल दिखेगा रांची का बड़ा तालाब
ठान लिया है..जलकुंभियों को निकाल झिलमिल दिखेगा रांची का बड़ा तालाब

जागरण संवाददाता, रांची : सोमवार को रांची नगर निगम के सफाई कर्मियों ने बड़ा तालाब की सफाई शुरू की। सफाई कार्य के लिए कुल 25 सफाईकर्मी लगाए गए हैं। बड़ा तालाब में मछली पकड़ने वाले 10 लोगों को तालाब से जलकुंभी निकालने के लिए लगाया गया है। मौके पर सांसद संजय सेठ, मेयर आशा लकड़ा, डिप्टी मेयर संजीव विजयवर्गीय, लोक कलाकार मुकुंद नायक, नगर आयुक्त मनोज कुमार, उप नगर आयुक्त शंकर यादव, सहायक लोक स्वास्थ्य पदाधिकारी डॉ. किरण कुमारी, पार्षद एहतेशाम, अरूण कुमार झा व सुनील कुमार यादव भी पहुंचे।

loksabha election banner

मेयर ने बताया कि सोमवार को बड़ा तालाब की सफाई के लिए सभी लोग श्रमदान के उद्देश्य से आए, लेकिन शारीरिक दूरी के निर्देश के कारण श्रमदान संभव नहीं है। उन्होंने बताया कि तालाब की सफाई के लिए 10 सफाईकर्मियों को दैनिक मानदेय पर रखा गया है जो एक वर्ष तक बड़ा तालाब से जलकुंभी निकालने का काम करेंगे। वहीं जेसीबी से भी तालाब के किनारे से जलकुंभी निकाले जाएंगे। उन्होंने आम जनता से भी सफाई में सहयोग करने की अपील की। यदि कोई जेसीबी, ट्रैक्टर आदि के माध्यम से सहयोग करना चाहते हों तो उनका स्वागत है।

डिप्टी मेयर संजीव विजयवर्गीय ने कहा कि बड़ा तालाब की सफाई में लगभग 60-70 लाख रुपये खर्च होंगे। पूर्व में विभाग के माध्यम से बड़ा तालाब की सफाई के लिए पांच-छह करोड़ देने की हामी भरी गई थी, लेकिन राशि नहीं मिली। फिर भी रांची नगर निगम अपने संसाधनों का उपयोग करते हुए सफाई करा रहा है। बताया कि स्थानीय पार्षद मो. एहतेशाम के सहयोग से 10 स्थानीय लोग बड़ा तालाब से जलकुंभी निकालने को तैयार हुए हैं। बड़ा तालाब फेज-2 के तहत टेंडर प्रक्रिया पूरी होने तक सफाई कार्य जारी रहेगा। प्रतिदिन तालाब से जलकुंभी निकाला जाएगा। नाइट्रोजन की अत्यधिक मात्रा जलकुंभी के लिए खुराक : नगर आयुक्त

नगर आयुक्त मनोज कुमार ने कहा कि बड़ा नाला से तालाब में प्रतिदिन दो एमएलडी गंदा पानी गिराया जाता है। इस कारण तालाब के पानी में नाइट्रोजन की मात्रा काफी है। जलकुंभी के पनपने के लिए नाइट्रोजन की अत्यधिक मात्रा खुराक का काम करती है। इसलिए बायो रीमेडिएशन तकनीक पर आधारित एसटीपी लगाने की आवश्यकता है। अब तक नौ बार टेंडर निकाला जा चुका है लेकिन किसी भी एजेंसी ने संतोषजनक प्रजेंटेशन नहीं दिया। उन्होंने बताया कि बड़ा तालाब से जलकुंभी निकालने में 9-10 माह लग जाएंगे। इसलिए पहले चरण में छठ घाट, मूर्ति विसर्जन कुंड व दुर्गा पूजा के दौरान किए जाने वाले मूर्ति विसर्जन स्थल के समीप जलकुंभी निकालने का निर्देश दिया गया है।

नियमित रूप से होगी बड़ा तालाब की सफाई

बड़ा तालाब की सफाई सिर्फ रस्म अदायगी तक सीमित नहीं रहेगी। यह कार्य नियमित रूप से होगा। रांची नगर निगम ने तालाब की सफाई के लिए प्लान तैयार कर लिया है। मैं प्रतिदिन बड़ा तालाब आऊंगा और यहां की स्थिति से रांची नगर निगम को अवगत कराता रहूंगा।

संजय सेठ, सांसद विवेकानंद के नाम के अनुरूप हो तालाब की भव्यता

बड़ा तालाब की स्थिति को देखने के बाद बहुत दु:ख होता है। अब यह तालाब विवेकानंद सरोवर है। नाम के अनुरूप ही इसकी भव्यता होनी चाहिए। रांची नगर निगम की सोच अच्छी है। फिर भी मुझे लगता है कि सिर्फ रांची नगर निगम के प्रयास से यह संभव नहीं है। आम लोगों को भी बड़ा तालाब की स्वच्छता के प्रति जागरूक करने की आवश्यकता है।

-मुकुंद नायक, लोक कलाकार।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.