कुख्यात प्रिंस भेजा गया जेल, शहर में बेखौफ चल रहा था जुए का खेल
रांची पुलिस धुर्वा इलाके में चल रहे हैं जुआ के अड्डे का भंडाफोड़ करते हुए कुख्यात अपराधी प्रिस उर्फ लाली सहित सात को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
जागरण संवाददाता, रांची : रांची पुलिस धुर्वा इलाके में चल रहे हैं जुआ के अड्डे का भंडाफोड़ करते हुए कुख्यात अपराधी प्रिस उर्फ लाली सहित सात को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। प्रिस उर्फ लाली धुर्वा थाना से महज एक किलोमीटर की दूरी पर जुए का अड्डा चला रहा था। स्थानीय पुलिस को भनक तक नहीं लग रही थी। एसएसपी को इसकी सूचना मिलने के बाद हटिया एएसपी विनीत कुमार के नेतृत्व में पुलिस ने गुरुवार की रात को छापेमारी की। इसमें 11.53 लाख रुपये नकद समेत जुआ खेलते हुए सात लोगों को गिरफ्तार किया गया। एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा ने प्रेस कांफ्रेंस कर बताया कि पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि धुर्वा डैम साइड क्षेत्र में बड़े पैमाने पर जुआ खेला जा रहा है। इसी सूचना के आधार पर एक टीम का गठन कर छापेमारी की गई। पुलिस ने डैम साइड स्थित क्वार्टर नंबर डीटी- 988 के पीछे हॉलनूमा घर में छापेमारी की तो जुआ खेलते सभी 7 लोग पकड़े गए। पकड़े गए सभी आरोपियों का कोविड जांच कराने के बाद जेल भेज दिया गया। ये हुए गिरफ्तार
गिरफ्तार किए गए आरोपितों में कुख्यात अपराधी व गिरोह का सरगना प्रिस उर्फ लाली कुमार, राकेश पांडेय, बंशीधर शर्मा, जन्मजेय गोप, शैलेश सिंह, राधाकृष्णन और दिलीप साहू शामिल हैं। पूर्व पार्षद की जुआ अड्डा की वजह से ही हुई थी हत्या
वर्ष 2014 में पूर्व पार्षद रत्नेश की हत्या जुआ के अड्डे पर रोक लगाने की वजह से ही हुई थी। प्रिस भी उसमें आरोपित था। 29 नवंबर 2014 को अपराधियों ने पार्षद रत्नेश को उसके घर में घुसकर गोली मार दी थी। मामले में रत्नेश के मामा तेज प्रताप सिंह ने धुर्वा थाना में सात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराया था। मामले में पुलिस ने प्रिस कुमार उर्फ लाली को भी गिरफ्तार कर जेल भेजा था, लेकिन कोर्ट में गवाह के मुकर जाने के बाद उसे बेल दे दिया गया था। प्रिस के जेल से छूटने के बाद बड़े पैमाने पर जुए का धंधा फल-फूल रहा था, लेकिन पुलिस भी इसे नजरअंदाज करते हुए जुआरियों के खिलाफ कार्रवाई करने में अनदेखी करती रही।
लंबे समय से चल रहा है जुए अड्डा :
धुर्वा थाना के समीप जिला स्तरीय जुआ काफी लंबे समय से चलता आ रहा था। जुआ चलाने वाले प्रिस का धुर्वा थाना में आना जाना भी था। खबर है पुलिस की गश्ती गाड़ी भी वहां जाती थी। धुर्वा थाना प्रभारी को मोटी रकम जुआ संचालक के द्वारा दिया जाता था। धुर्वा थाने में 10 पीएसआई और दर्जनों पदाधिकारी आ पुलिसकर्मी के रहने के बावजूद भी जुआ अड्डा संचालन की जानकारी नहीं मिलना पुलिस की मिलीभगत की ओर इंगित करती है। एक आईपीएस और 14 दरोगा को करना पड़ा छापेमारी :
प्रिस उर्फ लाली के जुआ अड्डे पर एक आईपीएस, एक इंस्पेक्टर और 14 दरोगा व 10 पुलिस के जवान मिलकर छापामारी किए। तब जुए अड्डे का हुआ पर्दाफाश और 6 लोग पकड़े गए। इससे पहले जुए का अड्डा बेखौफ ढंग से चल रहा था।