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झारखंड विधानसभा उपचुनावः सिल्ली में 75.5 और गोमिया में 64.2 फीसद मतदान

सिल्ली में 75.5 तो गोमिया में 64.2 फीसद वोट पड़े। दोनों सीटों पर पिछले विधानसभा चुनाव के मुकाबले मतदान थोड़ा कम हुआ है।

By Sachin MishraEdited By: Published: Mon, 28 May 2018 10:30 AM (IST)Updated: Tue, 29 May 2018 10:26 AM (IST)
झारखंड विधानसभा उपचुनावः सिल्ली में 75.5 और गोमिया में 64.2 फीसद मतदान
झारखंड विधानसभा उपचुनावः सिल्ली में 75.5 और गोमिया में 64.2 फीसद मतदान

जेएनएन, रांची। राज्य की दो विधानसभा सीटों सिल्ली और गोमिया में सोमवार को उपचुनाव शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो गया। सिल्ली में 75.5 तो गोमिया में 64.2 फीसद वोट पड़े। दोनों सीटों पर पिछले विधानसभा चुनाव के मुकाबले मतदान थोड़ा कम हुआ है। 2014 में हुए विधानसभा चुनाव में सिल्ली में 77.64 फीसद तो गोमिया में 69.64 फीसद वोट पड़े थे। दोनों सीटों पर 23 उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में लॉक हो गई है। अब इनकी किस्मत का फैसला 31 मई को होगा।

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महिलाओं ने जमकर किया मतदान
सिल्ली विधानसभा उपचुनाव में शांति तो कायम रही ही, इससे भी अच्छी बात यह कि मताधिकार को लोग उमड़ पड़े। यहां पिछले कुछ वर्षो की तुलना में रिकॉर्ड मतदान हुआ। 75.5 प्रतिशत लोगों ने मतदान प्रक्रिया में हिस्सा लिया और इनमें महिलाओं की संख्या भी अच्छी रही। कई मतदान केंद्रों पर पुरुषों की संख्या से महिलाओं की संख्या अधिक दिखी। क्षेत्र में महिला मतदाता का रुझान देख यह समझना आसान है कि इसका लाभ उसी उम्मीदवार को मिलेगा जिसके लिए अधिक संख्या में महिलाएं उमड़ी हों। बहरहाल, इस क्षेत्र में आल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन (आजसू) पार्टी के सुप्रीमो सुदेश महतो की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। तीन बार इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर चुके सुदेश पिछले चुनाव में झामुमो के अमित महतो से हार गए थे।

अंचलाधिकारी की पिटाई में अमित महतो को सजा होने के बाद उनकी पत्‍‌नी मैदान में हैं तो सामने सुदेश महतो की पत्‍‌नी भी जमकर मेहनत कर रही हैं। दूसरी ओर, चुनाव के दौरान बड़ा मुरी में मुरी स्टेशन के समीप मतदान केंद्र पर एसडीओ के साथ चल रही पुलिस टीम ने लोगों पर लाठीचार्ज कर दिया। यहां से पांच युवकों (विजय साहू, जावेद अंसारी, वरुण कुमार, महावीर मुंडा व सुभाष महतो) को भी पुलिस हिरासत में लेकर चली गई। मौके पर मौजूद अरुण, विनय और अशोक ने बताया कि कहीं कोई हंगामा नहीं चल रहा था अथवा किसी ने शिकायत भी नहीं की थी फिर भी पुलिस ने ऐसा किया। आरोप लगाया कि राहगीरों पर भी अकारण लाठियां बरसाई गई।

नक्सल क्षेत्रों में भी बेखौफ मतदान
गोमिया उपचुनाव में सोमवार को हिंसा की छिटपुट घटनाओं को छोड़ मतदान शांतिपूर्ण रहा। 64.2 फीसद मतदाताओं ने वोट डाले। उपचुनाव की खासियत यह रही कि उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों में भी जमकर मतदान हुआ। झुमरा पहाड़ और उसके आसपास के गांवों में जहां पहले वोट बहिष्कार की एलानिया घोषणा नक्सली संगठनों की ओर से की जाती थी। इस बार ऐसी कोई बात नहीं थी। लोगों ने निर्भीक होकर मताधिकार का प्रयोग किया। प्रशासनिक दृष्टिकोण से गोमिया उपचुनाव शांतिपूर्ण संपन्न कराना, आयोग के लिए कड़ी चुनौती थी।

अभी पोलिंग पार्टियों के लौटने तक प्रशासनिक स्तर पर कड़ी निगहबानी की जा रही है। गोमिया के झिरकी सहित कई स्थानों में मतदान के दौरान हिंसा की छिटपुट घटनाएं भी हुई। संपन्न उपचुनाव में भाजपा के माधवलाल सिंह, आजसू के डॉ लंबोदर महतो और झामुमो की बबीता देवी के बीच कांटे की टक्कर बताई जा रही है। उपचुनाव में कुल 13 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला ईवीएम में कैद हो चुका है। यहां झामुमो प्रत्याशी योगेंद्र महतो को सजा सुनाए जाने के बाद उनकी विधायकी खत्म हो गई थी, इस वजह से यहां उपचुनाव हुआ।

सीएम रघुवर दास का ट्वीट
गोमिया और सिल्ली के साथियों से अपील है कि वो लोकतंत्र के पर्व, इस उपचुनाव में ज्यादा से ज्यादा संख्या में हिस्सा लें और विकास के लिए अपना बहुमूल्य मतदान करें।

सिल्ली में जेएमएम प्रत्याशी सीमा देवी ने अपने ग्राम पोगडा में मतदान किया। 

सिल्ली में 10 तथा गोमिया में 13 प्रत्याशी चुनाव मैदान में खड़े हैं। 

आदर्श मतदान केंद्र जोन्हा में मतदान के लिए खड़े लोग।

इनकी प्रतिष्ठा दांव पर 
आयोग मतगणना के दिन ही यह बताएगा। इधर, चुनाव के मद्देनजर दोनों विधानसभा क्षेत्रों के सरकारी और निजी कार्यालयों में अवकाश की घोषणा की गई है। इस चुनाव में आजसू प्रमुख पूर्व उपमुख्यमंत्री सुदेश महतो, भाजपा के माधव लाल सिंह, आजसू के लंबोदर महतो की प्रतिष्ठा दांव पर है। विधानसभा की अपनी सदस्यता खोनेवाले झामुमो के योगेंद्र प्रसाद तथा अमित महतो के भाग्य का भी फैसला यह चुनाव करेगा। बहरहाल, चुनावी जंग में दोनों की पत्नियां चुनाव मैदान में हैं।

संवेदनशील बूथों पर पारा मिलिट्री फोर्स तैनात

सिल्ली विधानसभा में उपचुनाव को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए रांची पुलिस ने तैयारी पूरी कर ली है। उपचुनाव के मद्देनजर बूथों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। चप्पे-चप्पे पर सुरक्षाकर्मी को तैनात किया गया है। अतिसंवेदनशील व संवेदनशील बूथों पर पारा मिलिट्री फोर्स को तैनात है। जबकि, सामान्य बूथों पर जिला पुलिस के जवान तैनात हैं। सुरक्षा की दृष्टिकोण से करीब पांच हजार जवानों को तैनात किया गया है।

सुदेश महतो और उनकी पत्नी नेहा महतो ने सिल्ली लगाम बूथ में मतदान किया। 

चुनाव परिणाम से अधिक साख की चिंता
गोमिया तथा सिल्ली विधानसभा उपचुनाव में परिणाम से अधिक साख बचाने की चिंता है। 

गोमिया में इनके बीच टक्कर
आजसू के लंबोदर महतो, झामुमो की बबीता देवी, भाजपा के माधव लाल सिंह, झामुमो उलगुलान के उमेश महतो, लोक जन विकास मोर्चा की जूली देवी, झारखंड दिशोम पार्टी के देवनारायण मुमरू, राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के मो. सुल्तान, निर्दलीय खुदीराम महतो, गौतम तिवारी, टेकचंद महतो, धनंजय कुमार प्रजापति, निखिल कुमार सोरेन, हेमलाल महतो।

सिल्ली में इनकी प्रतिष्ठा दांव पर
सिल्ली में सुदेश महतो (आजसू), सीमा देवी (झामुमो) के अलावा लोक समता पार्टी के ज्योति प्रसाद, जन अधिकार पार्टी (लोकतांत्रिक) के संजय प्रसाद यादव, झारखंड दिशोम पार्टी के सीताराम मुंडा, निर्दलीय अमित सिंह मुंडा, दीपक कुमार मांझी, धनपति महतो, लालचन महतो, सीमा देवी।

चुनाव परिणाम से अधिक साख बचाने की चिंता
उपचुनाव को लेकर पिछले एक माह से राजनीतिक दलों द्वारा बहाए जा रहे पसीने और रणनीति परीक्षा की घड़ी आ गई है। इन दोनों ही सीटों को लेकर बिखरे हुए सत्ता पक्ष और एकजुट विपक्ष की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। चिंता परिणाम से अधिक साख की है। उपचुनाव के परिणाम से झारखंड विधानसभा का गणित बेअसर रहेगा लेकिन परिणाम से जाने वाला मैसेज बेहद अहम होगा। दोनों ही सीटों पर विपक्ष ने साझा प्रत्याशी के तौर पर बबिता देवी और सीमा महतो को उतारा है। विपक्ष की एकजुटता की यह पहली बड़ी परीक्षा है। पिछले विधानसभा चुनाव में झामुमो ने अपने बूते दोनों ही सीटों पर जीत दर्ज की थी, इस बार पूरा विपक्ष साथ है। यदि परिणाम अनुकूल नहीं आए तो कर्नाटक से उठी विपक्षी एकजुटता की मुहिम को झटका लग सकता है, जिसक संदेश दिल्ली तक जाएगा।

आजसू ने सिल्ली और गोमिया सीटों से अपने उम्मीदवार उतारे हैं। आजसू प्रमुख सुदेश महतो सिल्ली से चुनाव लड़ रहे हैं जबकि गोमिया से लंबोदर महतो। आजसू दोनों ही सीटों पर वजूद की लड़ाई लड़ रही है। वहीं, भाजपा ने गठबंधन धर्म का पालन करते हुए सिर्फ गोमिया से माधवलाल को उतारा है और मुख्यमंत्री रघुवर दास समेत पूरी टीम भाजपा ने अपने प्रत्याशी के लिए जमकर प्रचार किया है।

जानें, पिछले चुनाव में किसे मिले कितने मत
गोमिया
-योगेंद्र प्रसाद (झामुमो) : 97799 (55.25 फीसद मत)
-माधव लाल (भाजपा) : 60285 (34.06 फीसद मत)
-विमल कुमार (कांग्रेस): 3826 (2.16 फीसद मत)

सिल्लीः
-अमित कुमार (झामुमो) : 79747 (55.71 फीसद मत)
-सुदेश कुमार महतो (आजसू) : 50007 (34.93 फीसद मत)
-रंगोवती देवी (सीपीएम) : 3279 (2.29 फीसद मत)

पिछले चुनाव में मतदान का प्रतिशत

सीट 2009 विस चुनाव 2014 लोस चुनाव 2014

विस चुनाव गोमिया 63.47 63.88 69.62

सिल्ली 69.80 72.81 77.61

मतदाताओं पर एक नजर

सीट कुल मतदाता पुरुष मतदाता महिला मतदाता

मतदान केंद्र गोमिया 2,68,047 1,41,902 1,26,142 341

सिल्ली 1,95,015 99,432 95,582 278


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