शिक्षा और रोजगार के लिए करें वोट की चोट
झारखंड का गठन साल 2000 में हुआ था। इस साल जन्में बच्चे इस विधानसभा चुनाव में वोट डालेंगे. कई लोगों ने कहा कि वोट जरूर देना चाहिए।
जागरण संवाददाता, रांची : झारखंड का गठन साल 2000 में हुआ था। इस साल जन्में बच्चे इस विधानसभा चुनाव में पहली बार वोट डालेंगे। ऐसे युवा मतदान को लेकर काफी उत्साहित हैं। पहली बार मतदाता बने युवा चुनाव को एक अगल नजर और नये मुद्दों के साथ देख रहे हैं। दैनिक जागरण के पहला वोट, पहला मुद्दा में युवाओं ने अपनी राय बेबाकी से समाने रखी। हम लोकतांत्रिक देश में रह रहे हैं। मतदान अधिकार से ज्यादा जिम्मेदारी है। इसे सभी युवा को समझना चाहिए। अगर हम मतदान नहीं करेंगे तो सरकार में अच्छे लोग चुनकर कैसे आयेंगे। यही कारण है कि आज इतने सालों के बाद भी हमारे देश में गरीबी और बेरोजगारी की समस्या है।
शिवांगी मिश्रा मैं इस बार वोट देने के लिए काफी उत्साहित हूं। युवा इस विधानसभा चुनाव को अपने तरह से देख रहें हैं। हमारे यहां शिक्षा व्यवस्था में सुधार की सख्त जरूरत है। खराब शिक्षा व्यवस्था हमारी जड़ को कमजोर कर रही है। इससे राज्य का विकास रूक जायेगा।
श्वेता हमारे यहां पढ़े लिखे छात्रों को अच्छा रोजगार नहीं मिल पाता। यहां की प्रतिभा मजबूरी में दूसरे जगह जा रही है। हमारे यहां अवसरों के श्रृजन की जरूरत है। मैं ऐसे प्रत्यासी को वोट दूंगी जिसके पास यहां से पलायन रोकने का मास्टर प्लान हो।
प्रिया
मैं पहली बार मतदान करने के लिए काफी उत्साहित हूं। मेरे लिए विकास और शिक्षा सबसे बड़ा मुद्दा है। हमें ऐसे लोगों को चुनकर सदन में भेजना है। हमारी बातों और समस्या को सदन में रख सके।
निशांत
मैं लोकतंत्र में सहभागी होने के लिए जरूर वोट करुंगा। ये पहली बार है जब मैं वोट करुंगा। मेरे लिए सबसे बड़ा मुद्दा शिक्षा है। स्कूल से लेकर कॉलेज तक में शिक्षा के लिए बड़े बदलाव करने की जरूरत है। बच्चों को अगर सही शिक्षा नहीं मिलेगी तो उनका विकास ही रूक जायेगा।
भानु प्रताप