हजारीबाग के बानादाग साइडिंग में आंदोलनकारी रैयत और पुलिस में हिंंसक झड़प, एक दर्जन पुलिसकर्मी घायल
Banadag Railway Siding Hazaribagh Jharkhand News इस हिंंसक झड़प डेढ़ दर्जन रैयत भी घायल हुए हैं। इस दौरान जमकर पत्थर चले। पुलिस ने वाटर कैनन का प्रयोग किया। साथ ही रैयतों पर लाठी भांजी। मौके पर विधायक अंबा प्रसाद भी पहुंची हैं।
हजारीबाग, जासं। पिछले 5 दिनों से 28 सूत्री मांगों को लेकर विस्थापित रैयत मोर्चा की अगुवाई में चल रहा अनिश्चितकालीन धरना रविवार को खूनी संघर्ष में बदल गया। किसी बात को लेकर पुलिस और रैयतों के बीच झड़प हुई। इसके बाद जमकर पत्थर चले। जवाब में पुलिस ने वाटर कैनन का प्रयोग किया। पुलिस पर लाठीचार्ज करने का भी आरोप है। पत्थरबाजी, लाठीचार्ज और भागम भाग में डेढ़ दर्जन रैयतों को चोटें आई हैं। वहीं पेलावल इंस्पेक्टर सहित एक दर्जन पुलिसकर्मी भी घायल हो गए हैं।
घायलों का मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इलाज चल रहा है। वहीं मामूली रूप से घायल लोग और पुलिस कर्मियों को प्राथमिक इलाज के बाद मुक्त कर दिया गया है। पत्थरबाजी और लाठीचार्ज की घटना सुबह के 9:00 से 10:00 बजे की है। घटना के बाद पूरे क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई है। पूरा धरना स्थल पुलिस छावनी में तब्दील हो गया है। जानकारी के मुताबिक किसी बाहरी के प्रवेश पर रोक लगाई गई है। धरना स्थल के समीप करीब डेढ़ सौ रैयत अभी भी बैठे हुए हैं।
वहीं सूचना पर पहुंची बड़कागांव विधायक अंबा प्रसाद भी उनसे बातचीत कर रही है। पूरे घटना के बाद क्षेत्र में तनाव है। ज्ञात हो कि कोल्ड डंपिंग को लेकर दो गुटों में लगातार विवाद चल रहा है। समाजसेवी मुन्ना सिंह को इस मामले में कटकमदाग की पुलिस दो दिन पूर्व ही जेल भेज चुकी है। वहीं धरने को लेकर त्रिवेणी सैनिक, एनटीपीसी और मजिस्ट्रेट के द्वारा अलग-अलग प्राथमिकी भी दर्ज कराई गई है। समाचार लिखे जाने तक पुलिस के वरीय अधिकारी कैंप किए हुए हैं।