संजय कुमार, रांची। विश्व हिंदू परिषद (विहिप) और बजरंग दल के कार्यकर्ता इन दिनों मंदिरों के साथ-साथ श्मशान घाटों की विशेष सफाई अभियान में जुटे हैं। मंदिरों में जहां स्वच्छता बनाए रखने पर ध्यान दिया जा रहा है। वहीं, श्मशान घाटों की भी साफ-सफाई के अलावा वहां बैठने और पेयजल जैसी बुनियादी सुविधाओं पर जोर दिया जा रहा है।

ऐसा पूरे देश में सभी जातियों के लिए एक मंदिर-एक श्मशान की अवधारणा को लेकर चलाए जा रहे अभियान के तहत किया जा रहा है। आशय यह है कि चाहे वे किसी भी जाति से आने वाले हिंदू धर्मावलंबी हों, उनका किसी भी मंदिर में प्रवेश पर प्रतिबंध न हो।

इसी तरह मरणोपरांत अंतिम संस्कार के लिए श्मशान के सारे द्वार खुले रहें। विहिप के राष्ट्रीय महामंत्री मिलिंद परांडे ने कहा है कि वैसे तो मंदिरों की सफाई हम हमेशा करते रहते हैं लेकिन 12 मार्च से शुरू होकर 19 मार्च तक चलने वाले इस विशेष सेवा सप्ताह के तहत समाज के अन्य वर्गों को भी इस कार्य में जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। उनमें सेवा का संस्कार डालना इस अभियान का मुख्य उद्देश्य है।

एक श्मशान पर हर हिंदू का हो दाह संस्कार

इस अभियान के तहत विहिप व बजरंग दल के कार्यकर्ता इस बात को सुनिश्चित कर रहे हैं कि किसी भी श्मशान में हर हिंदू का दाह संस्कार हो। अलग-अलग जाति वर्ग के लिए अलग-अलग श्मशान कभी नहीं हो।

इसके साथ ही, सभी श्मशान घाटों पर बैठने की व्यस्था, जहां शिवलिंग नहीं है, वहां समाज के सहयोग से उसकी स्थापना, जल की व्यवस्था आदि करने का प्रयास किया जा रहा है।

मिलिंद परांडे ने कहा कि श्मशान घाटों की चारदीवारी कराने का भी प्रयास किया जा रहा है। जहां संभव नहीं है, वहां सीमांकन कर पौधारोपण पर जोर दिया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि श्मशान की भूमि पर जहां किसी ने कब्जा कर लिया है, उसे मुक्त कराने का प्रयास भी बजरंग दल के कार्यकर्ता कर रहे हैं।

Edited By: Roma Ragini