बीएयू के प्रभारी वीसी ने कार्यकाल खत्म होने से पहले खुद को नियुक्त किया डीन वाणिकी
रांची बिरसा कृषि विश्वविद्यालय (बीएयू) के प्रभारी कुलपति डॉ आरएस कुरील ने अपना कार्यकाल खत्म होने से एक दिन पहले खुद को डीन फॉरेस्ट्री घोषित किया है।
जागरण संवाददाता, रांची : बिरसा कृषि विश्वविद्यालय (बीएयू) के प्रभारी कुलपति डॉ आरएस कुरील ने अपने कार्यकाल खत्म होने के एक दिन पहले खुद को डीन फॉरेस्ट्री नियुक्त कर लिया है। इसके साथ ही विश्वविद्यालय में बड़े पैमाने पर ट्रांस्फर पोस्टिंग और संविदा का विस्तार किया है। ये सारे आदेश तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया गया है। गौरतलब है कि बुधवार की शाम को डॉ आरएस कुरील का कार्यकाल खत्म हो गया है। उनके द्वारा दिये गये ऑर्डर के बाद से उनपर एक बार फिर से भ्रष्टाचार के आरोप लगने लगे हैं। इससे पहले भी उनके खिलाफ लिखित शिकायत राज्यपाल सचिवालय में की गई थी।
छह माह के लिए निदेशक शिक्षा प्रसार के पद पर हुए थे नियुक्त
डॉ कुरील संविदा पर निदेशक शिक्षा प्रसार के पद पर छह माह के लिए नियुक्त किये गए थे। उनका कार्यकाल सितंबर 2019 में ही समाप्त हो चुका था। लेकिन प्रभारी कुलपति बनने के बाद से अपनी सेवा अवधि नवंबर 2020 तक बढ़ा दी। प्रभारी कुलपति डॉ कुरील ने पद का दुरुपयोग करते हुए 7 जनवरी 2020 को ही आदेश करते हुए कहा कि डॉ कुरील 07 सितबंर 2020 से लेकर 06 जनवरी 2021 तक इस पद पर बने रहेंगे। मतलब अपने कार्यकाल की सेवा विस्तार का आदेश डॉ. कुरील ने 09 माह पूर्व ही जारी कर दिया है। उन्होंने अपने अलावा भी ऐसे लोगों को सेवा विस्तार दिया है जिनका कार्यकाल सितंबर 2020 में खत्म हो रहा है। अब निदेशक प्रशासन का कार्यभार देखेंगे : मजेदार बात यह है कि संविदा पर नियुक्त कुलपति डॉ कुरील ने 7 जनवरी को अपने ही कलम से आदेश जारी करते हुए कहा कि डॉ कुरील तत्काल प्रभाव से खुद ही एक वर्ष के लिए डीन फॉरेस्ट्री के पर पर नियुक्त किये जाते है। इसके साथ ही दूसरा पत्र जारी करते हुए कहा कि डॉ कुरील डीन फॉरेस्ट्री के पद के साथ तत्काल प्रभाव से ही एक वर्ष के लिए निदेशक प्रशासन का कार्यभार भी देखेंगे। पद की गरिमा से खिलवाड़
डॉ आरएस कुरील के द्वारा दिये गये आदेश में कई को प्रमुख पद दिए गए हैं।
-डॉ अमृत कुमार झा केवीक प्रमुख के पद के अलावा रविन्द्रनाथ टेगौर विवि देवघर के एसोसिएट डीन का पद पर नियुक्त किया गया है। इनके पास वित्तीय और प्रशासनिक पावर भी दिया गया है।
-डॉ किरण कुमारी को 15 जनवरी 2020 से 14 जुलाई तक सेवा विस्तार।
-डॉ पुष्पेन्द्र सरोज को 11 अक्टूबर 2020 से 10 अक्टूबर 2021 तक सेवा विस्तार।
-कई संविदा पर नियुक्त अधिकारी को सेवा विस्तार दिया गया है।
विवि के कर्मियों में रोष : गौरतलब है कि डॉ कुरील के फैसले से विश्वविद्यालय के कर्मचारियों में काफी रोष है। उनके इस ऑर्डर के खिलाफ कृषि सचिव पूजा सिंघल से लिखित शिकायत करने का मन बना रहे हैं। उनका मानना है कि विश्वविद्यालय में संविदा पर बहाल लोगों को वीसी का पद दिया जा रहा जबकि विश्वविद्यालय में उनसे सीनियर लोग यहां मौजूद हैं।