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ऊषा मार्टिन ग्रुप पर ED का शिकंजा, कंपनी के प्रबंध निदेशक सहित 6 के खिलाफ मनी लान्ड्रिंग एक्ट में प्राथमिकी

Jharkhand News ऊषा मार्टिन कंपनी के प्रबंध निदेशक सीबीआइ के पूर्व एसपी संबंधित चार्टर्ड एकाउंटेंट सहित छह के खिलाफ मनी लान्ड्रिंग एक्ट में प्राथमिकी दर्ज की गई है। पूर्व एसपी ने केस को मैनेज करने में 50 लाख रिश्वत मांगी थी।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Published: Wed, 28 Oct 2020 09:06 PM (IST)Updated: Thu, 29 Oct 2020 07:06 AM (IST)
ऊषा मार्टिन ग्रुप पर ED का शिकंजा, कंपनी के प्रबंध निदेशक सहित 6 के खिलाफ मनी लान्ड्रिंग एक्ट में प्राथमिकी
ऊषा मार्टिन के खिलाफ निर्धारित मात्रा से अधिक खनन का आरोप है।

रांची, राज्य ब्यूरो। झारखंड के ऊषा मार्टिन ग्रुप पर सीबीआइ के बाद अब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) का शिकंजा कस गया है। दो अक्टूबर को सीबीआइ में दर्ज प्राथमिकी को टेकओवर करते हुए ईडी ने अब मनी लान्ड्रिंग एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है। यहां भी वही आरोपित किए गए हैं, जिनपर सीबीआइ ने केस दर्ज किया था। ईडी में दर्ज प्राथमिकी के आरोपितों में सीबीआइ के पूर्व एसपी एनएमपी सिन्हा, ऊषा मार्टिन ग्रुप के प्रबंध निदेशक राजीव झावर, चार्टर्ड एकाउंटेंट विनय जालान, विनय जालान के बेटे पार्थ जालान, कंपनी के अधीकृत हस्ताक्षरी राज कुमार कपूर शामिल हैं।  

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निर्धारित मात्रा से अधिक किया खनन

सीबीआइ की नई दिल्ली स्थित आर्थिक अपराध शाखा में 20 सितंबर 2016 को ऊषा मार्टिन के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया था। प्राथमिकी के अनुसार, ऊषा मार्टिन कंपनी को पश्चिम सिंहभूम की घाटकुरी खदान से लौह अयस्क खनन का पट्टा मिला हुआ था। वहां निर्धारित मात्रा से अधिक खनन में सहयोग करने के आरोप में राज्य के तत्कालीन खान निदेशक आइडी पासवान और अन्य को भी प्राथमिकी अभियुक्त बनाया गया था। इन लोगों पर धोखाधड़ी, साक्ष्य छिपाने के अलावा अन्य धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की गई थी। है।

पासवान अपना कैडर परिवर्तित कराकर बिहार चले गए थे, बाद में वे रिटायर हो गए। उनके समेत अन्य लोगों पर पद का दुरुपयोग करने, धोखाधड़ी और अनुचित लाभ उठाने का आरोप है। लौह अयस्क के अवैध खनन और पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने के मामले में तत्कालीन केंद्र सरकार ने शाह आयोग का गठन किया था। उसकी रिपोर्ट के आधार पर सीबीआइ ने राज्य सरकार से इन लोगों पर प्राथमिकी दर्ज करने की स्वीकृति मांगी थी।

केस मैनेज करने की साजिश

राज कुमार कपूर ऊषा मार्टिन ग्रुप का प्रतिनिधित्व करते हैं और उन्होंने प्रबंध निदेशक राजीव झावर के इशारे पर तत्कालीन एसपी रहे एनएमपी सिन्हा के पास केस को मैनेज करने के लिए चार्टर्ड एकाउंटेंट विनय जालान को लगाया। तत्कालीन एसपी एनएमपी सिन्हा, इस केस के पर्यवेक्षण पदाधिकारी थे, ने गत 23 सितंबर को नई दिल्ली के आइटीसी मौर्या होटल में विनय जालान से करीब तीन-चार घंटे तक मुलाकात भी की।

इसमें विनय जालान के साथ उनके बेटे पार्थ जालान भी थे। तय कार्यक्रम के अनुसार केस को मैनेज करने के नाम पर विनय जालान के माध्यम से इसी माह दो अक्टूबर को 25 लाख रिश्वत लेते एनएमपी सिन्हा को सीबीआइ ने दबोच लिया था। सिन्हा इसी 31 अगस्त को सेवानिवृत्त हुए थे।

प्रवर्तन निदेशालय में इनपर दर्ज हुई है प्राथमिकी

- एनएमपी सिन्हा : पूर्व एसपी सीबीआइ दिल्ली। सी-149, सेक्टर 37, अशोका इंक्लेव, पार्ट-2, फरीदाबाद।

- विनय जालान : चार्टर्ड एकाउंटेंट, 48, कार्ट सराय रोड, अपर बाजार, रांची।

- पार्थ जालान : पुत्र विनय जालान, अपर बाजार, रांची।

- राजीव झावर : प्रबंध निदेशक, मेसर्स ऊषा मार्टिन लिमिटेड।

- राज कुमार कपूर : अधीकृत हस्ताक्षरी, मेसर्स ऊषा मार्टिन लिमिटेड।

- मेसस ऊषा मार्टिन लिमिटेड।

- अन्य अज्ञात।


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