उर्स का हुआ समापन, आखिरी दिन पूर्व सीएम ने की चादरपोशी
हजरत कुतुबुद्दीन रिसालदार बाबा का 212 वा पाच दिवसीय सालाना उर्स सोमवार को संपन्न हो गया ।
जागरण संवाददाता, रांची : हजरत कुतुबुद्दीन रिसालदार बाबा का 212 वा पाच दिवसीय सालाना उर्स सोमवार को संपन्न हो गया। आखिरी दिन पूर्व सीएम हेमंत सोरेन मजार पहुंचकर बाबा के दर पर चादरपोशी की। इसके साथ ही राज्य की खुशहाली और चुनाव में कामयाबी की दुआएं मांगी। इनके अलावा महुआ माझी, अजय नाथ शाहदेव, एदार ए सरिया के संरक्षक मोहम्मद सईद, सेंट्रल मुहर्रम कमेटी के सचिव अकीलुर्रहमान, मोरहबादी पंचायत के शोएब खान, हिंदीपीढ़ी, नाला रोड, आजाद बस्ती, गुदड़ी चौक सहिते सैकड़ों पंचायतों और तंजीमों की ओर से भी चादर पोशी की गई। वहां पहुंचने वाले सभी अतिथियों का स्वागत दरगाह कमेटी के अध्यक्ष हाजी अब्दुल रऊफ गद्दी, महासचिव मो.फारूक ने स्वागत किया। मौके पर प्रवक्ता नसीम गद्दी, मो. फिरोज, शोएब अंसारी, अली अहमद, मोहम्मद बिलाल, इरफान खान, जाकिर हुसैन, समेत दरगाह से जुड़े कई लोग मौजूद थे। आखिरी दिन भी पूरी रात कव्वाली का मुकाबला चलता रहा। दिल्ली के हमसर हयात निजामी और मुंबई के दानिश साबरी के बीच देर रात तक कव्वाली का मुकाबला हुई। आखिरी दिन उमड़ा अकीदतमंदों का हुजूम :
उर्स के आखिरी दिन भी अकदतमंदों की भीड़ उमड़ी। कई लोग अपनी मुरादें लिए बाबा के दरबार में हाजिरी लगाई। उर्स के आखिरी दिन कुल, फातिहा खानी और मिलाद के बाद उर्स का समापन हो गया। पूरे दिन भर लंगर भी चलता रहा। राजधानी राची ही नहीं पूरे झारखंड के लोग रिसालदार बाबा के उर्स में शामिल हुए।
जैसे-जैसे शाम ढली वैसे वैसे लोगों की भीड़ बढ़ती रही। लोगों के कदम मजार के तरफ बढ़ते रहे। पाच दिवसीय उर्स के दौरान दरगाह वाले इलाके की तस्वीर बदली रही। देर रात तक लोगों का आना जाना लगा रहता है। चप्पे-चप्पे पर पुलिस की सुरक्षा और दरगाह कमेटी के लोगों की नजर थी।