Minor Girls Murder: रांची में दो बच्चियों से हैवानियत-हत्या के बाद हिंसा-आगजनी, हजारों लोग सड़क पर उतरे
Minor Girls Murder बुधवार को लापता हुए तीन बच्चों में दस वर्ष की दो बच्चियों की हत्या कर दी गई। परिजनों और ग्रामीणों ने आशंका जताई है कि हत्या से पहले दुष्कर्म भी किया गया है।
खास बातें
- दुष्कर्म की आशंका, थाना घेरकर तीन घंटे हंगामा, पुलिस पर पथराव, बाजार कराया बंद
- बहला-फुसलाकर बच्चों को जंगल ले जाने वाला परिचित गिरफ्तार, कुल छह हिरासत में
- किरीगड़ा जंगल में दो बच्चियां और एक बच्चा खून से लथपथ मिले
- एक बच्ची की मिली लाश, दूसरी की रिम्स पहुंचने से पहले मौत
- बच्चों को ढूंढने के क्रम में पहले मिली साइकिल और चुनी हुई लकड़ी
- देर रात तक थाने के सामने जमी थी भीड़, टायर जला किया प्रदर्शन
रांची/पिपरवार, जेएनएन। Minor Girls Murder चतरा जिले के पिपरवार स्थित बचरा से बुधवार को लापता हुए तीन बच्चों में दस वर्ष की दो बच्चियों की हत्या कर दी गई। परिजनों और ग्रामीणों ने आशंका जताई है कि हत्या से पहले दुष्कर्म भी किया गया है। बचरा के किरीगड़ा जंगल से एक बच्ची की लाश बरामद की गई, जबकि दूसरी बच्ची और एक आठ वर्षीय बच्चा गंभीर रूप से घायल अवस्था में मिले, जिन्हें रांची स्थित राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान (रिम्स) भेजा गया। रिम्स में दूसरी बच्ची को भी डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। हैवानियत के साथ हत्या की घटना के बाद गुरुवार की दोपहर लोगों का आक्रोश फूट पड़ा। शुक्रवार को इस मामले ने तूल पकड़ लिया है। हजारों की भीड़ हैदराबाद की तर्ज पर इंसाफ की मांग करते हुए सड़कों पर उतर गई है। भारी तादाद में आक्रोशित लोग एक बार फिर से पिपरवार थाने के पास आकर इकट्ठा हो गए हैं। थाने की सुरक्षा में यहां अतिरिक्त बल तैनात किया गया है।
बचरा में दो बच्चियों की नृशंस हत्या के बाद भड़के लोग। भारी संख्या में पिपरवार पहुंचे सुरक्षा बल के जवान। भीड़ के जुटान को देखते हुए पुलिस प्रशासन सतर्क। पूरा पिपरवार छावनी में तब्दील। पिपरवार बंद है ।सरकारी संस्थानों की सुरक्षा के लिए सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं।
ग्रामीणों ने बीती रात भी पिपरवार थाने का घेराव कर जमकर बवाल काटा। पुलिस पर पथराव किया। थाने में भी पत्थर फेंके गए। भीड़ का उपद्रव देख पुलिस को तीन बार लाठीचार्ज करना पड़ा। हालांकि, उग्र भीड़ पर इसका कोई असर नहीं पड़ा। दोपहर तीन बजे के बाद से ही ग्रामीण लगातार हंगामा करते रहे। बचरा बाजार की दुकानें बंद करा दी गईं। देर रात तक लोगों की भीड़ जमी थी। मामले में पुलिस ने तीनों बच्चों को अपहरण करने के मुख्य आरोपित सोनू मोची को गिरफ्तार कर लिया है। वह बच्चों का परिचित है।
खून से लथपथ पड़े मिले थे बच्चे
जानकारी के अनुसार बुधवार की शाम को तीन बच्चे लापता हो गए थे। इनमें करीब दस वर्ष की दो बच्चियां और एक आठ वर्ष का बच्चा शामिल है। तीनों बचरा टीएच कालोनी के पास स्थित जंगल में लकड़ी चुनने गए थे। वहीं से तीनों का अपहरण कर लिया गया था। गुरुवार की सुबह करीब सात बजे किरीगड़ा जंगल में पहले आठ वर्षीय बच्चा खून से लथपथ मिला। इसके बाद पुलिस और बच्चियों के परिजन तलाश करते हुए आगे बढ़े।
काफी भीड़ पिपरवार थाना के सामने जुट गई है। सुरक्षा बल किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए तैयार हैं।
उसी दौरान जंगल से ही दोपहर करीब तीन बजे दोनों बच्चियां गंभीर रूप से जख्मी हालत में पड़ी मिलीं। इसके बाद सभी को बचरा अस्पताल ले जाया गया। वहां एक बच्ची को मृत घोषित कर दिया गया। जबकि एक बच्ची और आठ वर्षीय बच्चे को रिम्स, रांची रेफर कर दिया गया। रिम्स पहुंचने पर डॉक्टरों ने दूसरी बच्ची को भी मृत घोषित कर दिया।
बच्चे पर अचानक किया हमला, गले में रस्सी बांध घसीटा
हमले से घायल आठ वर्षीय बच्चे ने पुलिस को बताया है कि उसे और दोनों बच्चियों को लेकर सोनू मोची गया था। वह पूर्व परिचित होने की वजह से बहला-फुसलाकर ले गया। किरीगड़ा जंगल में घुसने के बाद बच्चे पर अचानक हमला कर दिया गया। उसे मरा हुआ समझकर गले में एक रस्सी बांधी और एक नाले के किनारे छोड़ गए। इसके बाद दोनों बच्चियों को वहां से जंगल की ओर ले गए। बुधवार की देर शाम तक नहीं लौटने पर परिजनों ने उनकी तलाश की। गुरुवार की सुबह पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस के साथ ढूंढने के दौरान जंगल में बच्चों की साइकिल और चुना हुआ लकड़ी बरामद किया गया। कुछ दूर आगे बढऩे पर बच्चा घायल अवस्था में मिला। बच्चे द्वारा पहचान करने पर ही आरोपितों को पकड़ा गया है।
उग्र भीड़ की मांग, हैदराबाद की तरह एनकाउंटर करें या हमें सौंप दें
बच्चियों की हत्या के मामले में पिपरवार पुलिस ने एक गिरफ्तारी सहित छह को हिरासत में लिया है। ग्रामीण उन्हें हैदराबाद की तर्ज पर एनकाउंटर करने या अपने हवाले करने की मांग पर अड़े थे। आक्रोशित ग्रामीण पहले थाना घेरकर हंगामा कर रहे थे। बाद में थाना में घुस गए और जमकर बवाल काटा। बाद में बैकअप के तौर पर आइटीबीपी के जवानों को बुलाया गया।
बच्चियों के हत्या के बाद आमजन सड़क पर उतरे। बचरा एक नंबर से हाथों में तख्ती लिए हजारों हजार महिला पुरुष बेटियों को न्याय दो हत्यारों को फांसी दो बलात्कारियों का एनकाउंटर करो नारे लगाते हुए चार नंबर चौक पहुंच रही है।
अतिरिक्त बल पहुंचने और तीसरी बार की लाठीचार्ज के बाद भीड़-तितर बितर हुई। लेकिन 25 मीटर की दूरी पर पुलिस और आक्रोशित भीड़ आमने-सामने थी। टायर जलाकर लोग प्रदर्शन करते रहे। टंडवा बीडीओ अनूप कुमार कच्छप, एसडीपीओ आशुतोष कुमार सत्यम, थाना प्रभारी संजय कुमार सिंह सहित अन्य अधिकारी ग्रामीणों को समझाने में जुटे थे। एसडीपीओ ने दो दिनों का समय मांगा, लेकिन ग्रामीण मानने को तैयार नहीं थे।
हत्या से पहले प्रथम दृष्टया बच्चियों से यौन उत्पीडऩ किया गया है। बच्चियों को ले जाने वाले एक आरोपित को गिरफ्तार कर लिया लिया गया है। अन्य संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है। अखिलेश बी वारियर, एसपी चतरा।