एक माह में 208 श्रमिक ट्रेनों से ढाई लाख यात्री लाए गए झारखंड
राची लॉकडाउन में झारखंड के श्रमिक दूसरे राज्यों में फंसे हुए हैं। एक माह में 208 श्रमिक स्पेशल ट्रेनों से ढाई लाख यात्री झारखंड लाए गए हैं।
शक्ति सिंह, राची : लॉकडाउन में झारखंड के श्रमिक दूसरे राज्यों में फंसे हुए हैं। इसलिए राज्य सरकार दूसरे राज्यों में फंसे प्रदेश के मजदूरों को वापस झारखंड लाने के लिए ट्रेन की मदद ले रही है। अब तक राज्य सरकार और और केंद्र सरकार के आपसी समन्वय के कारण प्रदेश में 208 श्रमिक ट्रेनों का परिचालन किया जा चुका है। एक माह से चल रहे श्रमिक ट्रेनों से प्रदेश के दो लाख 50 हजार प्रवासी मजदूरों को झारखंड लाया जा चुका है। यह सिलसिला अब भी जारी है। इसमें राची जिले में करीब 62000 यात्री स्टेशन पर उतरे हैं। सबसे ज्यादा ट्रेनें इन-इन स्टेशनों पर पहुंची
हटिया स्टेशन, धनबाद, डालटनगंज स्टेशन और बोकारो। स्टेशन ट्रेनें जो अब तक पहुंचीं (संख्या में)
हटिया स्टेशन 46
धनबाद 31
डालटेनगंज 28
बोकारो 24
जसीडीह 29
कोडरमा 21
बरकाकाना 18
हजारीबाग रोड दो
टाटानगर स्टेशन 9 क्रेडिट
रेल-प्लेन से प्रवासी मजदूरों को लाने की पहले सबसे पहले झारखंड से ही
लॉकडाउन के बीच झारखंड के लिए चली थी पहली स्पेशल ट्रेन
एक मई से श्रमिक ट्रेनों का परिचालन शुरू किया गया था।
आगे भी श्रमिक स्पेशल ट्रेन का परिचालन जारी रहेगा, देश के विभिन्न राज्यों से मजदूरों को लाने का सिलसिला जारी है।
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कई राज्यों से पहुंचे प्रवासी मजदूर
महाराष्ट्र, तमिलनाडु , केरल, कर्नाटक, गुजरात, राजस्थान, हरियाणा और त्रिपुरा सहित अन्य राज्यों से मजदूर झारखंड लाए जा चुके हैं। इनमें कई मजदूर ऐसे भी है जो दूसरे राज्यों के थे। उन्हें भी इन ट्रेनों से लाया गया। लेकिन इनकी संख्या न के बराबर थी।
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स्टेशनों पर दी गईं हैं सुविधाएं
-यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग।
-स्टेशन पर उतरने के बाद बस से उनके जिलों में भेजा गया।
-स्टेशन पर यात्रियों को फूड पैकेट और पानी की बोतलें दी गईं।
-जरूरत के हिसाब से यात्रियों को होम क्वारंटाइन किया गया।
950 से 1400 यात्री झारखंड के लिए आते हैं एक ट्रेन से
62 हजार प्रवासी मजदूर श्रमिक स्पेशल ट्रेन से पहुंचे 60 फीसद यात्रियों से रेल टिकट का पैसा नहीं लिया गया है जो रांची पहुंचे हैं स्पेशल ट्रेनों से