चतरा में कोटरा के शिकार मामले में दो वनरक्षी व एक वनपाल निलंबित Chatra News
Jharkhand. निलंबन अवधि में दोनों वनरक्षी को सदर रेंज कार्यालय में पदस्थापित किया गया है। जबकि वनपाल को उत्तरी वन प्रमंडल में पदस्थापित किया गया है।
चतरा, जासं। चतरा जिले के सिमरिया वन क्षेत्र के कान्हुखाप जंगल में कोटरा के शिकार मामले में रिश्वत लेने के आरोप में उत्तरी वन प्रमंडल पदाधिकारी काली कींकर ने बड़ी कार्रवाई की है। वन संरक्षक अजीत कुमार सिंह के निर्देश पर डीएफओ काली किंकर ने यह कार्रवाई की है। उन्होंने वनरक्षी अंकित कुमार व संजीत कुमार सिंह तथा वनपाल इंद्रनाथ पांडेय को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। निलंबन अवधि में दोनों वनरक्षी को सदर रेंज कार्यालय में पदस्थापित किया गया है। जबकि वनपाल को उत्तरी वन प्रमंडल में पदस्थापित किया गया है।
डीएफओ ने बताया कि 19 अप्रैल की शाम को सूचना मिली थी कि सिमरिया रेंज के कान्हुखाप जंगल में कुछ शिकारियों ने एक कोटरा का शिकार किया है। सूचना के आलोक में रेंज ऑफिसर ने वनपाल इंद्रदेव के नेतृत्व में दो वनरक्षी के साथ 20 अप्रैल को जंगल भेजा गया। जहां तीनों ने रिश्वत लेकर उक्त सभी शिकारियों को छोड़ दिया। रेंज ऑफिसर की जांच रिपोर्ट के बाद 22 अप्रैल को दो वनरक्षी को सस्पेंड कर दिया गया।
जबकि आगे की कार्रवाई को लेकर सीएफ को इसकी जानकारी दी गई। सीएफ ने 23 अप्रैल को वनपाल को भी निलंबित कर दिया। डीएफओ ने बताया कि जांच टीम का गठन कर विभागीय जांच पड़ताल की जाएगी। हालांकि अभी तक जांच टीम का गठन नही किया गया है। डीएफओ ने बताया कि जंगली कोटरा का शिकार करने वाले शिकारियों की तलाश जारी है। जल्द ही सभी शिकारियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।