Corona Side Effects: अब काले कोट में नहीं, पीपीई किट में दिखेंगे टीटीई
Indian Railways News. वैसे कर्मचारी जो यात्रियों के नजदीक जाते हैं उनके लिए पीपीई किट उपलब्ध कराया जा रहा है। पूर्व मध्य रेलवे के विभिन्न स्टेशनों में 4000 किट दिए गए हैं।
झुमरीतिलैया (कोडरमा), जासं। कोरोना संक्रमण के इस दौर में रेलवे में भी काफी कुछ बदलाव देखने को मिल रहा है। ट्रेनों व स्टेशनों में टिकट चेक करनेवाले टीई, टीटीई, टीटीआई को अब भारी भरकम काले कोट व टाई पहनने से मुक्ति मिल गई है। लेकिन अब इन्हें पीपीई किट उपलब्ध कराई जा रही है। कई स्टेशनों में अब टीटीई को पीपीपी किट पहनकर ड्यूटी करते देखा जा रहा है।
पूर्व-मध्य रेलवे हाजीपुर के सीपीआरओ राजेश कुमार के अनुसार सुरक्षा के दृष्टि से पूर्व मध्य रेलवे के अंतर्गत धनबाद, पंडित दीनदयाल उपाध्याय मुगलसराय, दानापुर, समस्तीपुर एवं हाजीपुर डिवीजन के टीटीई, टीई, आरपीएफ व रेलवे के वैसे कर्मचारी जो यात्रियों के नजदीक जाते हैं, उनके लिए पीपीई किट उपलब्ध कराया जा रहा है। प्रथम चरण में पूर्व मध्य रेलवे में के विभिन्न स्टेशनों में चार हजार पीपी किट उपलब्ध कराया गया है। यात्रियों की टिकट चेकिंग के दौरान रेलवे के ऐसे स्टाफ को संक्रमण का खतरा बना रहता है। इसी के लिए सुरक्षा के तहत यह इंतजाम किए गए हैं।
वहीं कोडरमा के मुख्य टिकट निरीक्षक एसएस प्रसाद ने बताया कि कोडरमा में 10 पीपीई उपलब्ध कराया गया है, लेकिन अभी ट्रेनों का ठहराव स्टेशन में कम होने के कारण टीटीई व टीआइ लोग इसका कम ही उपयोग कर रहे हैं। अभी मास्क, फेस शिल्ड, ग्लव्स आदि पहनकर ही लोग ड्यूटी कर रहे हैं। आने वाले दिनों में ट्रेनों का ठहराव बढ़ने व भीड़ होने के बाद लोग इसका इस्तेमाल करेंगे।
कुछ विशेष मौके पर ही उसका इस्तेमाल किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि कोरोना संक्रमण के दौर में जब प्रवासियों का एक जगह से दूसरी जगह जाना आना चल रहा है, ऐसे में संक्रमण के खतरे से रेलवे के ऐसे स्टाफ को बचाने के लिए पीपीई किट दिए जाने को अच्छी पहल माना जा रहा है। खास करके ट्रेनों व स्टेशनों में टिकट चेक करने का काम इस दौर में काफी जोखिम भरा हो गया है।