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रांची में सूख रहे तालाब, पेयजल संकट से जूझेंगे लोग

तापमान में वृद्धि होते ही शहर के कई तालाबों का जलस्तर तेजी से घटने लगा है। नगर निगम क्षेत्र के वार्ड- 26 27 28 30 31 एवं 32 में भी बोरिंग का जलस्तर दिनों दिन घटता जा रहा है।

By Alok ShahiEdited By: Published: Fri, 10 Apr 2020 03:06 PM (IST)Updated: Fri, 10 Apr 2020 03:06 PM (IST)
रांची में सूख रहे तालाब, पेयजल संकट से जूझेंगे लोग
रांची में सूख रहे तालाब, पेयजल संकट से जूझेंगे लोग

रांची, जासं। तापमान में वृद्धि होते ही शहर के कई तालाबों का जलस्तर तेजी से घटने लगा है। नगर निगम क्षेत्र के वार्ड- 26, 27, 28, 30, 31 एवं 32 में भी बोरिंग का जलस्तर दिनों दिन घटता जा रहा है। स्थानीय लोगों की मानें तो अब मोटर का स्विच ऑन करने के बाद पानी का प्रेशर पहले की अपेक्षा कम हो चुका है। इधर, कडरू तालाब लगभग सूखने के कगार पर है। जबकि प्रगति पथ स्थित नायक तालाब व डोरंडा स्थित बटम तालाब का किनारा भी सूख चुका है। स्थानीय लोग तालाब के घटते जलस्तर को देख अभी से परेशान हैं। उन्होंने बताया कि तालाब के सुंदरीकरण व जीर्णोद्धार कार्य से पूर्व तालाब पानी से लबालब भरा रहता था, लेकिन तालाब के चारों ओर कंक्रीट के कार्य कराए जाने के बाद हर वर्ष गर्मी के मौसम में तालाब सूख जाते हैं। बारिश के मौसम में भी तालाब में पानी नहीं पहुंच पाता है। 

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रांची नगर निगम ने नगर विकास विभाग से मांगा है 19,77,81,321 रुपये

गर्मी में होने वाले पेयजल संकट की समस्या के लिए रांची नगर निगम ने तीन फरवरी को नगर विकास विभाग को पत्र लिख 19 करोड़ 77 लाख 81 हजार 321 रुपये की मांग की है। पत्र में यह भी लिखा गया है कि नगर निगम के जलापूर्ति शाखा द्वारा वसूली गई वाटर यूजर चार्ज की राशि पेयजल एवं स्वच्छता विभाग को हस्तांतरित किया जाना है। ऐसी स्थिति में वाटर यूजर चार्ज की प्राप्त राशि से मिनी एचवाइडीटी (चार इंच बोरिंग के साथ एक सिंटेक्स की पानी टंकी व मोटर पंप) व एचवाइडीटी (डीप बोरिंग) कराना संभव नहीं है। २१ मार्च को नगर निगम परिषद की बैठक में लिए गए निर्णय के अनुसार, नगर विकास विभाग से समय पर राशि उपलब्ध करा दी गई तो प्रत्येक वार्ड में तीन मिनी एचवाइडीटी और दो एचवाइडीटी कराए जाएंगे। 

खराब हैंडपंपों की मरम्मत के लिए सामानों की खरीदारी की गई

खराब सरकारी हैंडपंपों की मरम्मत के लिए 45.06 लाख रुपये की लागत से सामानों की खरीदारी की गई है। हैंडपंप व लीकेज मरम्मत कार्य के लिए 3.50 लाख रुपये के टूल किट की खरीदारी की गई है। नगर निगम के जलापूर्ति शाखा के अनुसार 150 एचवाइडीटी के मरम्मत पर 26 हजार रुपये की लागत से 31 लाख रुपये खर्च होंगे। जबकि लगभग पांच सौ मिनी एचवाइडीटी के मरम्मत पर 20,900 रुपये की दर से एक करोड़ चार लाख 50 हजार रुपये खर्च होंगे।


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