हरनाज़ संधू के मिस यूनिवर्स बनने से रांची की युवतियों ने कुछ इस तरह जताई खुशी
Ranchi News भारत की हरनाज़ संधू ने मिस यूनिवर्स का खिताब अपने नाम कर लिया है। महज़ 21 वर्ष की उम्र में हरनाज़ ने ये मुकाम हासिल किया है। रविवार को इजराइल में हुए 70वे मिस यूनिवर्स पेजेंट में दूसरे स्थान पर पैराग्वे की नादिया फरेरा
रांची, जागरण संवाददाता। भारत की हरनाज़ संधू ने मिस यूनिवर्स का खिताब अपने नाम कर लिया है। महज़ 21 वर्ष की उम्र में हरनाज़ ने ये मुकाम हासिल किया है। रविवार को इजराइल में हुए 70वे मिस यूनिवर्स पेजेंट में दूसरे स्थान पर पैराग्वे की नादिया फरेरा व दक्षिण अफ्रीका की लालेला मसवाने तीसरे स्थान पर रही। अंतिम चरण में प्रश्नोत्तर प्रक्रिया के दौरान हरनाज़ के जवाब ने सबका मन मोह लिया। हरनाज़ की जीत से रांची की युवतियां भी काफी उत्साहित नज़र आ रही है।
रश्मि: मुझे यकीन नही हो रहा कि हरनाज़ मिस यूनिवर्स बन गई। 21 साल के बाद कोई भारतीय मूल की महिला मिस यूनिवर्स बनी है। प्रश्नोत्तर सेशन के दौरान उसके दिए जवाब ने मुझे प्रेरित कर दिया।
मारिया: कभी सोचा नहीं था कि सुष्मिता सेन और लारा दत्ता के बाद फिर एक भारतीय इस खिताब को कभी जीत भी पाएगी। मगर ऐसा हुआ है। मुझे बेहद खुशी हो रही। हरनाज़ केवल चेहरे से ही खूबसूरत नही, बल्कि बुद्धि की भी धनी है।
शिवानी: पिंच मी प्लीज़! मुझे विश्वास नहीं हो रहा कि हरनाज़ जीत चुकी है। वो कितनी खूबसूरत है। सच मे मैं तो उसकी सुंदरता की कायल हो गई। काश मैं उससे एक बार मिल पाती और उसका ऑटोग्राफ ले पाती।
सुप्रिया: मुझे भी मॉडलिंग का शौक है। हरनाज़ के आत्मविश्वास को देखकर अब मुझे लगता है कि मैं भी अगर चाहूं तो ये कर सकती हूं। हरनाज़ के कहे शब्दों ने मुझे काफी प्रेरित किया है। मैं भी हरनाज़ की तरह बनना चाहती हूं।
प्रश्नोत्तर सेशन में हरनाज़ से पूछा गया था कि आप दवाब का सामना कर रहीं महिलाओं को क्या सलाह देंगी?
इसका जवाब हरनाज़ ने बड़ी ही खूबसूरती से दिया। उन्होंने कहा कि आपको ये मानना होगा कि आप अद्वितीय हैं और यही आपको खूबसूरत बनाती है। बाहर आएं, अपने लिए बोलना सीखें क्योंकि आप अपने जीवन के नेता हैं।
संधू से पहले साल 1994 में अभिनेत्री सुष्मिता सेन और साल 2000 में लारा दत्ता ने मिस यूनिवर्स का खिताब जीत चुकी है।