Lalu Prasad Yadav: लालू को अनिश्चितकाल तक राहत, हाई कोर्ट ने स्थगित की सुनवाई...
Lalu Yadav News Jharkhand News बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को झारखंड हाई कोर्ट से बड़ी राहत मिली है। जेल नियमों को तोड़ने के मामले में उच्च न्यायालय में उनके खिलाफ चल रही सुनवाई को अनिश्चितकाल तक के लिए टाल दिया गया है।
रांची, राज्य ब्यूरो। Lalu Yadav News, Jharkhand News बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को झारखंड हाई कोर्ट से बड़ी राहत मिली है। जेल नियमों को तोड़ने के मामले में उच्च न्यायालय में उनके खिलाफ चल रही जेल मैनुअल उल्लंघन मामले में सुनवाई को अनिश्चितकाल तक के लिए टाल दिया गया है। शुक्रवार को इस मामले में सुनवाई के क्रम में लालू कीको एम्स, दिल्ली भेजे जाने की मेडिकल बोर्ड रिपोर्ट और जेल आइजी की ओर से जेल मैनुअल में संशोधन की एसओपी अदालत में दाखिल की गई। जिसको देखने के बाद कोर्ट ने इस मामले की सुनवाई अनिश्चितकाल तक के लिए स्थगित कर दी। इस बीच रिम्स मेडिकल बोर्ड की रिपोर्ट देरी से देने पर रिम्स निदेशक ने कोर्ट से माफी मांगी।
झारखंड हाई कोर्ट में चारा घोटाले के चार मामलों के सजायाफ्ता लालू यादव के खिलाफ चल रहा यह मामला स्वत: संज्ञान के तहत दर्ज किया गया था। तब रांची के रिम्स में इलाज करा रहे लालू को यहां के पेइंग वार्ड से निदेशक के बंगले में मनमाने ढंग से शिफ्ट कर दिया गया। जहां से राजद अध्यक्ष के सियासी दरबार सजाने की तस्वीरें वायरल हो गई थीं। तब अदालत ने इस पर कड़ी टिप्पणी करते हुए कहा था कि व्यक्ति विशेष के लिए सरकार के नियम-कायदे न बदले जाएं। कानून से ऊपर कोई नहीं है।
इस दौरान बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अगुआई में चल रही भाजपा-जदयू सरकार को गिराने की कथित साजिश रचने का भी लालू पर संगीन आरोप लगा था। तब लालू ने रिम्स से बिहार के भाजपा विधायक ललन पासवान को फोन कर मंत्री बनाने का लालच दिया था। भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी ने इस मामले में औपचारिक तौर पर शिकायत दर्ज करा लालू के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की थी।
इधर लालू के जेल मैनुअल उल्लंघन मामले में हाई कोर्ट में चल रही सुनवाई के दौरान पिछली तारीख पर उन्हें एम्स, दिल्ली भेजे जाने की मेडिकल बोर्ड रिपोर्ट दाखिल नहीं किए जाने पर उच्च अदालत ने कड़ी नाराजगी जताई थी। इस मामले में कड़ा रुख अख्तियार करते हुए रिम्स, रांची के निदेशक को शो-कॉज जारी कर अदालत ने पूछा था कि कोर्ट के आदेश के बाद भी आखिर किन कारणों से मेडिकल बोर्ड की रिपोर्ट अदालत में पेश नहीं की गई। आज रिम्स निदेशक ने लालू की मेडिकल रिपोर्ट में देरी होने कारण बताते हुए अदालत में माफीनामा जमा कराया, जिसे कोर्ट ने स्वीकार कर लिया।
इसके साथ ही लालू के साथ रिम्स में रखे गए सेवादारों के सवाल पर झारखंड जेल मैनुअल में संशोधन की एसओपी भी शुक्रवार को सुनवाई के दौरान अदालत में दाखिल की गई। लालू की मेडिकल रिपोर्ट और जेल मैनुअल एसओपी को गहनता से देखने के बाद अदालत ने इस मामले में अनिश्चितकाल तक के लिए अदालत की सुनवाई स्थगित कर दी है। हाई कोर्ट इस मामले में स्वत: संज्ञान लेते हुए सुनवाई कर रहा है।
आज की सुनवाई के दौरान हाई कोर्ट के जस्टिस अपरेश कुमार सिंह की अदालत से रिम्स निदेशक ने बिना शर्त माफी मांगते हुए लालू प्रसाद यादव को एम्स, दिल्ली भेजने के लिए बनी मेडिकल बोर्ड की रिपोर्ट कोर्ट में दाखिल कर दी। झारखंड सरकार की ओर से अदालत में अपर महाधिवक्ता आशुतोष आनंद ने बताया कि मेडिकल रिपोर्ट में लालू प्रसाद को निमोनिया, हार्ट अटैक की संभावना और किडनी की बीमारी बढ़ने के कारण एम्स भेजने की बात कही गई है।
इधर रांची के बिरसा मुंडा जेल के अधीक्षक हामिद अख्तर ने कहा है कि चारा घोटाले में सजा काट रहे कैदी लालू प्रसाद यादव की एम्स दिल्ली में इलाज की अवधि चार हफ्ते के लिए और बढ़ा दी गई है। झारखंड के जेल आइजी बिरेंद्र भूषण ने पहले लालू को एक महीने के लिए इलाज के लिए दिल्ली एम्स भेजने की अनुमति दी थी। बीते दिन एम्स, दिल्ली के डॉक्टरों की टीम ने लालू प्रसाद यादव के इलाज के लिए तीन से चार हफ्ते का समय और मांगा, जिसे उनकी तबीयत का ताजा हाल देखते हुए स्वीकार कर लिया गया है।