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48 विद्यार्थियों के दल को आज सुबह छह बजे किया सिक्किम से रांची के लिए रवाना

आज सुबह 06 बजे सिक्किम से सिलीगुड़ी के रास्ते सेंट जेवियर के विद्यार्थी रांची के लिए रवाना हो गए। सिलीगुड़ी पहुंचने के बाद 230 बजे बस से शैक्षणिक भ्रमण पर गए दल को रांची के लिए रवाना किया जाएगा

By Jagran News RanchiEdited By: Published: Fri, 01 Jul 2022 12:50 PM (IST)Updated: Fri, 01 Jul 2022 12:50 PM (IST)
48 विद्यार्थियों के दल को आज सुबह छह बजे किया सिक्किम से रांची के लिए रवाना
विद्यार्थियों के दल को आज सुबह छह बजे किया सिक्किम से रांची के लिए रवाना

रांची, जासं । आज सुबह 06 बजे सिक्किम से सिलीगुड़ी के रास्ते सेंट जेवियर के विद्यार्थी रांची के लिए रवाना हो गए। सिलीगुड़ी पहुंचने के बाद 2:30 बजे बस से शैक्षणिक भ्रमण पर गए दल को रांची के लिए रवाना किया जाएगा। हालांकि इस 66 में से 48 विद्यार्थियों को ही मेडिकल टेस्ट के बाद जाने की अनुमति मिल पाई है। बाकी एकाध दिनों में पूरी तरह से स्वस्थ होने के बाद सिक्किम से रांची के लिए रवाना होंगे। बता दें कि उत्तरी सिक्किम में भारी बारिश और लैंड स्लाइडिंग ने शैक्षणिक टूर से वापस लौट रहे सेंट जेवियर्स कालेज रांची के विद्यार्थियों की परेशानी बढ़ा दी है। बुधवार को 21 में से 8 विद्यार्थियों को गैंगटोक के सीआरएच हास्पिटल से डिस्चार्ज कर दिया गया था बाकी 13 विद्यार्थियों से चार को गुरुवार को डिस्चार्ज कर दिया गया है। बाकी 09 विद्यार्थी अभी भी हास्पिटल में इलाजरत हैं। बुधवार को ही सेंट जेवियर कालेज रांची के डीएसडब्ल्यू फादर मारकस बारला व एक अन्य शिक्षक सिक्किम के लिए रवाना हुए। राज्य के राजनीतिक सचिव जैकब खालिंग लगातार हालात पर नजर बनाए हुए हैं। बुधवार को भी उन्होंने सभी विद्यार्थियों को स्वयं फूड पैकेट्स वितरित किए। उन्होंने हास्पिटल का दौरा कर इलाजरत विद्यार्थियों का हालचाल जाना और वहां मौजूद पदाधिकारी और मेडिकल टीम को सारी सुविधाएं बहाल करने का निर्देश दिया है। बता दें कि सिक्किम से सिलीगुड़ी की दूरी 112 किमी है और इसी बीच लैंड स्लाइडिंग की घटना सामने आने की सूचना मिल रही है। जिस कारण विद्यार्थियों को सिक्किम के होटल व हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया है। कुल 66 विद्यार्थियों में से अब 2 विद्यार्थी को आईसीयू में एडमिट कराया है। बाकी सभी घायल विद्यार्थियों को होटल भेज दिया गया है। कयास लगाए जा रहे हैं कि सिक्कम समेत पूर्वोत्तर राज्यों में खराब मौसम के कारण वाहनों को रांची भेजने की अनुमति नहीं दी जा रही है। बता दें कि इस शैक्षणिक टूर में रांची के 66 विद्यार्थी शामिल थे। जिसमें से 21 विद्यार्थियों को हास्पिटल में एडमिट कराया गया था लेकिन बुधवार को 08 विद्यार्थियों को डिस्चार्ज कर दिया गया है।

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भौगोलिक स्थिति ने रोका पहिया :

मंगलवार को हुए हादसे के बाद जहां सभी विद्यार्थियों का रेस्क्यू कर लिया गया है। वहीं दूसरी ओर सिक्किम की भौगोलिक स्थिति ने भी विद्यार्थियों की परेशानी बढ़ा दी है। खासकर उत्तरी सिक्किम इलाके में जहां पेड़ों की अंधाधुंध कटाई हुई है वहां बारिश के बाद लैंड स्लाइडिंग हुई है। इस वजह से वहां का प्रशासन कोई रिस्क लेना नहीं चाह रहा है। विश्वस्त सूत्रों की माने तो फिलहाल सिक्किम और सिलीगुड़ी के 115 किमी के बीच वाहनों के चलने लायक स्थिति सामान्य नहीं है। सड़क पर लैंड स्लाइडिंग के कारण कीचड़ का जमावड़ा हो गया है। ऐसे छोटे चार पहिया वाहनों के फिसलने की पूरी संभावनाएं रहती हैं। दरअसल सिक्किम और सिलीगुड़ी के 115 किमी के बीच एक तरफ पहाड़ की खाई है तो दूसरी ओर नदी की तेज धार...। लिहाजा, इतना बड़ा हादसा होने के बाद अब प्रशासन कोई रिस्क लेने से कतरा रहा है।

नहीं है कोई दिक्कत :

सिक्किम के गैंगटोक में फंसे रांची के विद्यार्थियों ने बताया कि यहां हम लोगों को सारी सुविधाएं दी जा रही हैं। खुद सरकार के उच्च पदस्थ यहां आकर हालचाल ले रहे हैं। विद्यार्थियों ने बताया कि हादसे के तुरंत बाद स्थानीय लोगाें ने घायलों के रेस्क्यू में भरपूर मदद की। हास्पिटल से कुसुम इंटरनेशनल होटल गैंगटोक लौटे विद्यार्थियाें ने बताया कि हादसे के बाद कुछ समझ में नहीं आ रहा था। लेकिन कुछ ही देर में स्थानीय लोगों की भीड़ जमा हो गई। साथ ही स्थानीय प्रशासन भी दुर्घटनास्थल पर पहुंच गया। जिसके बाद रेस्क्यू का कार्य शुरु हो गया। इस दौरान स्थानीय लोगों ने प्रशासन की मदद की।


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