शिक्षण प्रशिक्षित अभ्यर्थियों की मांग, नियमित रूप से हो जेटेट की परीक्षाएं
झारखंड के विभिन्न क्षेत्रों के शिक्षण प्रशिक्षित अभ्यर्थियों एक तरफ से मांग की गई है कि प्रदेश में जेटेट की परीक्षा नियमित रूप से आयोजित की जाए। कहा गया है कि राज्य सरकार की तरफ से युवाओं को सरकारी नौकरी देने का वादा अपने घोषणा पत्र में किया गया था।
रांची, जासं । झारखंड के विभिन्न क्षेत्रों के शिक्षण प्रशिक्षित अभ्यर्थियों एक तरफ से मांग की गई है कि प्रदेश में जेटेट की परीक्षा नियमित रूप से आयोजित की जाए। कहा गया है कि राज्य सरकार की तरफ से युवाओं को सरकारी नौकरी देने का वादा अपने घोषणा पत्र में किया गया था। सरकार गठन के बाद से अब तक इस दिशा में कदम नहीं उठाया गया। लिहाजा सरकार का ध्यान इस मुद्दे पर आकर्षित कराने का निर्णय लिया गया है।अभ्यार्थियों की तरफ से कहा गया कि झारखंड राज्य अलग होने के बाद जेटेट परीक्षा अब तक सिर्फ 2 बार (वर्ष 2013 एवं वर्ष 2016 में) ही आयोजित किया गया है।
इस कारण वैसे विद्यार्थी जो समाज को शिक्षक के रूप में अपना योगदान देना चाहते हैं, वो वंचित रह जाते हैं। वर्तमान परिस्थिति में अगर कोई विद्यार्थी निजी विद्यालयों में भी योगदान देना चाहता है तो उन्हें भी जेटेट पास करना अनिवार्य है। सरकार से यह अपील किया गया कि वह नियमित रूप से जेटेट परीक्षा का आयोजन करे ताकि प्रशिक्षित अभ्यर्थी बच्चों के भविष्य को उज्वल बनाने में अपना योगदान दे सकें। मांग करने वालों में महिपाल, ललन सिंह, शशोधर ,विद्याधर, डोमन, शैलेंद्र, योगेंद्र, राकेश, दलगोविंद, कृष्णा, कुणाल, जगतपाल, रवि, विकास, विशेश्वर, विजय, सुमित, जितेंद्र, अमन,कुलदीप, रविन्द्र आदि सैकड़ों अभ्यर्थी उपस्थित हुए।