रांची के रिम्स में सामान्य से 3 गुना बड़े सिर वाले बच्चे की सफल सर्जरी Ranchi News
Jharkhand. दो दिनों में अस्पताल से बच्चे को छुट्टी दे दी जाएगी। सर्जरी नहीं करने पर भविष्य में सिर इंफेक्शन और फटने की समस्या हो सकती थी।
रांची, जासं। रिम्स के पेडियाट्रिक सर्जरी विभाग के चिकित्सकों ने एक बार फिर से जटिल सर्जरी कर एक माह के बच्चे की जिंदगी बचा ली। बच्चे का सिर तीन गुना बड़ा था, जो पीछे की तरफ निकला हुआ था, जिसे मेडिकल साइंस में ओसिपिटल एनकेफ्लोसिले कहते हैं। चिकित्सकों ने सिर्फ डेढ़ घंटे में सर्जरी कर सिर के बड़े हिस्से को सफलतापूर्वक काटकर अलग कर दिया। इस सर्जरी की सबसे बड़ी चुनौती थी कि बच्चे की सर्जरी कम से कम समय पर पूर्ण कर लेना था। अन्यथा बच्चे की मुश्किलें बढ़ सकती थी।
अमूमन इस रोग में बच्चे के सिर के पिछले हिस्से में हड्डी पूरी तरह से कवर नहीं होने के कारण ब्रेन का हिस्सा बाहर की तरफ निकलने लगता है। हड्डी में छेद रहता है। इसलिए सर्जरी में ब्रेन के बेकार हिस्सों को काटकर हड्डी के छेद को बंद किया जाता है, ताकि भविष्य में किसी भी तरह की परेशानी न हो। सर्जरी करने वालों में डॉ. अभिषेक रंजन, डॉ. अभिषेक, डॉ. प्रीतम, डॉ. अभिषेक विश्वकर्मा और डॉ. उत्सव शामिल थे। विभाग के एचओडी डॉ. हिरेंद्र बिरुआ की देखरेख में बच्चे की सर्जरी हुई।
डॉ. अभिषेक ने बताया कि सर्जरी नहीं करने पर भविष्य में बच्चे की सिर का आकार और बढ़ता। इससे कभी भी सिर फट सकता था। उसे इंफेक्शन होने का भी खतरा था। साथ ही बच्चे को उठाने और दूध पिलाने में मां को परेशानी होती। सिर अधिक भारी होने के कारण सिर पीछे की तरफ लटका रहता था। फिलहाल सर्जरी के बाद अब बच्चा दूध पी रहा है, जिसे दो दिनों के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी जाएगी।