रिम्स के डॉक्टर के बेटा नेकी खुदकशी
रांची : बरियातू थाना क्षेत्र के वसुंधरा गार्डेन में रहने वाले रिम्स के पेडियाट्रिक सर्जन डॉ. हिरेंद्र बिरुआ के सोलह वर्षीय बेटे आर्यमन ने खुदकशी कर ली। वह सरला बिरला स्कूल में दसवीं कक्षा का छात्र था।
रांची : बरियातू थाना क्षेत्र के वसुंधरा गार्डेन में रहने वाले रिम्स के पेडियाट्रिक सर्जन डॉ. हिरेंद्र बिरुआ के पुत्र आर्यमन बिरुआ ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। आर्यमन की उम्र 16 वर्ष है। घटना रविवार की रात करीब नौ बजे की है। आर्यमन सरला बिरला स्कूल की कक्षा दसवीं में पढ़ाई करता था। देर रात परिजनों ने मामले की जानकारी बरियातू पुलिस को दी। सूचना मिलने पर बरियातू पुलिस मौके पर पहुंची।
पुलिस ने मृतक आर्यमन के कमरे से एक सुसाइड नोट बरामद किया है। पुलिस ने आर्यमन के पिता हिरेंद्र बिरुआ का बयान लिया है। इस मामले में बरियातू थाने में यूडी केस दर्ज किया गया है। सोमवार को आर्यमन का रिम्स में पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा। देर रात तक आर्यमन के परिजन बरियातू थाने में ही मौजूद थे।
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प्रत्येक दिन आर्यमन करता था मेडिटेशन
पुलिस के अनुसार आर्यमन बिरुआ प्रत्येक दिन अपने कमरे में मेडिटेशन करता था। रविवार की शाम में आर्यमन घर में अकेला था। उसके माता-पिता काम के सिलसिले में घर से बाहर थे। रात आठ बजे पिता हिरेंद्र बिरूआ घर लौटे, तो देखा कि आर्यमन का कमरा बंद था। कुछ देर बाद आर्यमन की मां लौटी, तो हिरेंद्र ने पूरे मामले की जानकारी दी। इसके बाद दरवाजे को दोनों ने मिलकर धक्का दिया, मगर नहीं खुला। आवाज लगाने पर कोई जवाब नहीं मिला। इसके बाद दरवाजे को तोड़ा, तो देखा कि आर्यमन रस्सी के सहारे पंखे से झूल रहा था। कमरे में टेबल पर एक सोसाइड नोट देखा। फिर मामले की जानकारी पुलिस को दी गई।
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क्या है सुसाइड नोट में
आर्यमन ने मरने से पहले अपने माता-पिता के नाम एक सुसाइड नोट छोड़ा है। लिखा है कि सॉरी मम्मी-पापा। आपकी इच्छाओं को पूरा नहीं कर सका। खुदकशी में किसी का कोई दोष नहीं है। मम्मी-पापा मुझे माफ करना।