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Lockdown Update: एप से पढ़ाई है बिल्‍कुल निश्‍शुल्‍क, न हों साइबर फ्रॉड के शिकार

Lockdown Update. एप से पढ़ाई के नाम पर साइबर फ्रॉड का भी धंधा शुरू हो गया है। अभिभावकों को कॉल कर दो हजार रुपये जमा करने के लिए कहा जा रहा है।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Published: Sat, 04 Apr 2020 08:43 AM (IST)Updated: Sat, 04 Apr 2020 08:43 AM (IST)
Lockdown Update: एप से पढ़ाई है बिल्‍कुल निश्‍शुल्‍क, न हों साइबर फ्रॉड के शिकार
Lockdown Update: एप से पढ़ाई है बिल्‍कुल निश्‍शुल्‍क, न हों साइबर फ्रॉड के शिकार

रांची, जासं। लॉकडाउन की स्थिति में निजी स्कूलों ने एक्सट्रामाक्र्स-द लर्निंग एप डाउनलोड कर बच्चों को घर पर पढ़ाई करने का निर्देश दिया है। यह पूरी तरह से निश्शुल्क है। निजी स्कूलों ने अभिभावकों के मोबाइल नंबर व स्कूल की वेबसाइट पर मैसेज भेजा है कि 75 दिनों के लिए एक्सट्रामाक्र्स-दि लर्निंग एप निश्शुल्क है। इधर एक्सट्रामाक्र्स एप के नाम पर साइबर फ्रॉड का धंधा भी शुरू हो गया है। अभिभावकों के खाते से पैसे उड़ाने की साजिश हो रही है।

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दरअसल, एप डाउनलोड करने के बाद अभिभावकों को कॉल आ रहा है कि वे कंपनी के खाते में दो हजार रुपये जमा करें। फोन पर ऑनलाइन पढ़ाई सहित कई तरह एक्सट्रा सुविधा की बात कह दबाव भी बनाया जा रहा है। कहा जा रहा है कि एक्सट्रामाक्र्स-दि लर्निंग एप पर सीबीएसई एवं आइसीएसई बोर्ड के छात्रों के लिए सिलेबस के अनुसार मात्र 20 फीसद शिक्षण सुविधाएं ही उपलब्ध कराई गई हैं।

ऐसे छात्र-छात्राओं को कोई फायदा नहीं होने जा रहा है। यदि अभिभावक कंपनी के खाते में दो हजार रुपये जमा करते हैं तो बच्चों का ग्रुप बनाकर ऑनलाइन क्लास कराएंगे। इतना ही नहीं अंत में फोन भी यह भी कहा जा रहा है कि पैसे जमा नहीं कराएंगे तो एप के द्वारा दी जा रही पढ़ाई की सुविधा बंद भी कर दी जाएगी।

स्कूल दे रही निश्शुल्क सुविधा, नहीं करें भुगतान

एक्सट्रामाक्र्स के नाम से जो कॉल आ रहे हैं वे अभिभावकों से ये भी पूछ रहे हैं कि आप ऑनलाइन पेमेंट के लिए पेटीएम, गूगल-पे, यूपीआइ, क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड का उपयोग करते हैं। भुगतान की प्रक्रिया पूछे जाने पर अभिभावक परेशान हैं उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि वे क्या करें। कारण, स्कूलों की ओर से इस प्रकार का कोई संदेश अभी तक नहीं दिया गया है जिसमें पैसे के भुगतान की बात कही गई हो।

इस संबंध में संत जेवियर्स स्कूल डोरंडा के प्राचार्य फादर अजीत खेस ने कहा कि स्कूल एप के माध्यम से 75 दिनों तक के लिए बच्चों की पढ़ाई कराएगा। यह पूरी तरह से निश्शुल्क है। स्कूल की ओर से इसकी जानकारी अभिभावकों को दे दी गई है। कंपनी को स्कूल प्रबंधन भुगतान करेगा। उनसे यह स्पष्ट कह दिया गया। कंपनी की ओर से कोई फोन अभिभावक को नहीं जाएगा। अभिभावक फोन पर किसी तरह का भुगतान बिल्कुल नहीं करें।

पैन कार्ड की स्कैन कॉपी भी मांगे जा रहे

शुक्रवार को संत थॉमस स्कूल के एक अभिभावक के मोबाइल पर मोबाइल नंबर-7870266332 से फोन आया। फोन करने वाले व्यक्ति ने न तो अपना नाम बताया और न ही परिचय दिया। बस, एक सुर में एक्सट्रामाक्र्स-दि लर्निंग एप की खूबियों का बखान करने लगा। बच्चों के लिए ऑनलाइन क्लासेस की सुविधा मुहैया कराने के नाम पर कंपनी के खाते में दो हजार रुपये जमा करने के लिए दबाव बनाता रहा।

फिर मोबाइल नंबर 8789175589 पर वाट्सएप पर मैसेज भेजकर भुगतान करने के लिए दबाव बनाता रहा। एक्सट्रामाक्र्स एजुकेशन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के नाम पर एचडीएफसी बैंक लिमिटेड के खाता नंबर 50200014227830, करेंट एकाउंट, आइएफएससी कोड-एचडीएफसी0002649 से संबंधित संदेश भी भेजा गया। फिर पेटीएम का लिंक भी भेजा गया।

फोन पर यह भी कहा कि यदि आप डेबिट कार्ड से भुगतान कर रहे हैं तो अपने पैन कार्ड की स्कैन कॉपी मेरे वाट्सएप पर भेज दीजिए। साथ ही डेबिट कार्ड से भुगतान करने के बाद यदि आपको पेमेंट सक्सेसफुल होने का मैसेज मिलता है, तो उसकी स्क्रीन शॉट मेरे वाट्सएप नंबर पर भेजें। मैं कंपनी से तत्काल बात कर आपके बच्चे के लिए ऑनलाइन क्लास की सुविधा उपलब्ध करा दूंगा।


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