झारखंड के विद्यार्थियों का भी बनना चाहिए स्टूडेंट्स क्रेडिट कार्ड
झारखंड के विद्यार्थियों को भी स्टूडेंट्स क्रेडिट कार्ड मिलनी चाहिए। सोमवार की राष्ट्रीय एससी आयोग के सदस्य ने यह बात कही।
जागरण संवाददाता, रांची : झारखंड के विद्यार्थियों को भी स्टूडेंट्स क्रेडिट कार्ड मिलनी चाहिए। इस संबंध में राज्य सरकार से बात की जाएगी। इस कार्ड से विद्यार्थियों को चार लाख रुपये तक का ऋण मिलता है। इस पर ब्याज केवल चार प्रतिशत लगता है और वह भी एक वर्ष बाद से। ये बातें राष्ट्रीय अनुसूचित जाति (एससी) आयोग नई दिल्ली से आए सदस्य योगेंद्र पासवान ने कही। वे मंगलवार को शहीद चौक स्थित राची विश्वविद्यालय मुख्यालय में कुलपति के चेयर पर बैठकर वीसी प्रो. रमेश कुमार पाडेय सहित अन्य अधिकारियों के साथ एससी से जुड़े मुद्दों पर बात कर रहे थे। बैठक में प्रोवीसी डॉ. कामिनी कुमार, एफए डॉ. एस मुखोपाध्याय, डीएसडब्ल्यू डॉ. पीके वर्मा, रजिस्ट्रार डॉ. अमर कुमार चौधरी, प्रोक्टर डॉ. दिवाकर मिंज, सीसीडीसी डॉ. जीएन शाहदेव एससी-एसटी सेल के सदस्य डॉ. हरि उराव, स्टेट एनएसएस हेड डॉ. ब्रजेश कुमार, डीआर डॉ. अजय लकड़ा सहित अन्य थे। महीने में एक बार जरूर हो बैठक
एससी आयोग के सदस्य ने कहा कि कहा कि एससी-एसटी अधिकारियों और कर्मचारियों को माह में एक बार वीसी के साथ अवश्य ही बैठक कर समस्या का समाधान करनी चाहिए। एससी वर्ग के विद्यार्थियों के लिए भी छात्रावास बने इसके लिए वे सरकार से बात करेंगे। बैठक में डॉ. हरि उराव ने जनजातीय भाषा विभाग के समस्याओं के बारे में विस्तार से बताया। कहा, वर्ष 1996 और वर्ष 2000 में शिक्षकों की नियुक्ति हुई। लेकिन जनजातीय भाषा विषय के शिक्षकों की नियुक्ति नहीं हुई। एक वर्ष से अध्यक्ष पद खाली
बीते वर्ष डॉ. करमा उरांव के सेवानिवृत्त होने के बाद से राची विवि का एससी-एसटी सेल बंद पड़ा है। ऐसे में सेल की बैठक भी नहीं हो पाती है। उम्मीद की जा रही है कि वर्तमान डिप्टी रजिस्ट्रार डॉ. अजय लकड़ा को एसी-एसटी सेल के अध्यक्ष पद पर नियुक्त किया जा सकता है।