गर्मी की छुट्टियों में राज्य पुस्तकालय में उमड़ रही भीड़
हिंदी, अंग्रेजी, बाग्ला और उर्दू भाषा की 94 हजार किताबें हैं राज्य पुस्तकालय में।
जागरण संवाददाता, राची : तकरीबन सभी कालेजों में ग्रीष्मकालीन अवकाश चल रहा है। छात्र अपने खाली समय में राज्य पुस्तकालय आना पसंद कर रहे है। पुस्तकालय प्रभारी हरिश्चंद्र सिंह ने कहा कि पुस्तकालय में इस समय नामाकन के लिए विद्यार्थियों की लंबी कतार लगी रहती है। यहा हिंदी, अंग्रेजी, बाग्ला और उर्दू भाषा की 94 हजार किताबें हैं। इनमें सबसे ज्यादा साहित्य की पुस्तकें है। बिजली और पानी की भी अच्छी व्यवस्था है।
यहां नामाकन के लिए पुस्तकालय से ही आवेदन पत्र ले कर अपने कालेज के प्रधानाचार्य से हस्ताक्षर कराकर जमा करना होता है। इसका वार्षिक शुल्क मात्र बाइस रुपए है। यहां प्रतियोगी परीक्षाओं की पुस्तकों की भी अच्छी संख्या है। रामगढ़ कालेज के छात्र दीपक कुमार ने बताया कि उनकी कालेज की पढ़ाई पूरी हो गई है और वह यहां प्रतियोगी परीक्षाओं के तैयारी के लिए आते है। यहां एक कंप्यूटर लैब भी है, जहां एसी की भी सुविधा है। यहा लड़कों के लिए पाच हाल और लड़कियों के लिए दो हाल हैं। लेकिन विद्यार्थियों की संख्या अधिक होने के कारण बैठने की जगह की कमी होती है, जिसके लिए एक नए हॉल का निर्माण किया जा रहा है। अगले दो महीने तक उद्घाटन हो जाएगा।
यहां पढ़ने के लिए काफी अच्छी व्यवस्था है। सभी प्रकार की पुस्तकें यहा उपलब्ध है। मैं यहां रोजाना आती हूं। घर पर ऐसा वातावरण नहीं मिल पाता है।
शमीमा, छात्रा
यहां पर शाति रहती है। पढ़ने में सहूलियत होती है। एक दर्जन यहां अखबार हैं। दर्जनों पत्रिकाएं हैं। किताबें हैं। हर सुविधा यहां है। शांत वातारण है। गर्मी में इससे बेहतर पढ़ाई के लिए जगह नहीं।
प्रीति, छात्रा