State News : स्वास्थ्य पर कम खर्च कर रहा झारखंड, बंगाल को छोड़ अपने पड़ोसी राज्यों से है पीछे
State News राज्य सरकार(State Government) अपने कुल खर्च में 4.7 प्रतिशत राशि स्वास्थ्य(Health) पर खर्च करती है जबकि पूरे देश में सरकार द्वारा किए जानेवाले खर्च में 5.12 प्रतिशत राशि स्वास्थ्य पर खर्च(Health Expenses) होती है। इस तरह इस मामले में झारखंड राष्ट्रीय औसत(Jharkhand National Average) से पीछे है।
रांची(नीरज अम्बष्ठ)। State News: राज्य सरकार(State Government) अपने कुल खर्च में 4.7 प्रतिशत राशि स्वास्थ्य(Health) पर खर्च करती है, जबकि पूरे देश में सरकार द्वारा किए जानेवाले खर्च में 5.12 प्रतिशत राशि स्वास्थ्य पर खर्च(Health Expenses) होती है। इस तरह, इस मामले में झारखंड राष्ट्रीय औसत(Jharkhand National Average) से पीछे है। केंद्र सरकार(Central Government) के नेशनल हेल्थ सिस्टम्स रिसोर्स सेंटर(National Health Systems Resource Center) द्वारा जारी नेशनल हेल्थ एकाउंट की रिपोर्ट(National Health Account Report) में यह बात सामने आई है। पिछले दिनों यह नेशनल हेल्थ एकाउंट की यह रिपोर्ट वर्ष 2017-18 में स्वास्थ्य पर खर्च हुई राशि के आधार पर जारी की गई है।
स्वास्थ्य पर होनेवाले खर्च में झारखंड अपने पड़ोसी राज्यों में बंगाल को छोड़कर अन्य प्रदेशों से पीछे:
नेशनल हेल्थ एकाउंट के अनुसार, झारखंड में सरकार सकल घरेलू उत्पाद (जीएसडीपी) पर 1.1 प्रतिशत राशि स्वास्थ्य पर खर्च करती है, जबकि जीडीपी में स्वास्थ्य पर होनेवाले खर्च का राष्ट्रीय औसत 1.35 प्रतिशत है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति के तहत वर्ष 2025 तक यह आंकड़ा 2.5 प्रतिशत तक लाने का लक्ष्य है। जानकार बताते हैं कि जीडीपी में स्वास्थ्य पर होने पर होनेवाले खर्च का प्रतिशत तो बढ़ा है, लेकिन इसकी यही दर रही तो वर्ष 2025 तक यह लक्ष्य प्राप्त करना मुश्किल होगा। स्वास्थ्य पर होनेवाले कुल खर्च की बात करें तो झारखंड में जीएसडीपी पर 3.7 प्रतिशत राशि स्वास्थ्य पर खर्च हो जाती है। इसमें सरकार व निजी स्तर पर होनेवाला खर्च दोनों शामिल है। देश में यह दर 3.31 प्रतिशत ही है। नेशनल हेल्थ एकाउंट के अनुसार, जीएसडीपी में स्वास्थ्य पर होनेवाले खर्च के मामले में झारखंड अपने पड़ोसी राज्यों में बंगाल को छोड़कर अन्य प्रदेशों से पीछे है।
प्रति व्यक्ति आउट आफ पाकेट खर्च 6,853 रुपये :
झारखंड में प्रति व्यक्ति आउट आफ पाकेट खर्च 6853 रुपये है। पूरे देश की बात करें तो प्रति व्यक्ति आउट आफ पाकेट खर्च 2013-14 के 2,336 रुपये से कम होकर 2017-18 में 2,097 रुपये रह गया है। बता दें कि आउट आफ पाकेट खर्च उस खर्च को कहा जाता है, जो एक परिवार अपनी जेब से स्वास्थ्य देखभाल के लिए खर्च करता है। विशेषज्ञों का कहना है कि सरकार का लक्ष्य वर्ष 2025 तक स्वास्थ्य सेवा पर आवंटन बढ़ाकर जीडीपी का 2.5 प्रतिशत करने का है, जिससे आउट आफ पाकेट खर्च में और कमी आएगी।
जीएसडीपी में स्वास्थ्य पर होनेवाले सरकारी खर्च में राज्यों की स्थिति
राज्य - जीएसडीपी में स्वास्थ्य पर सरकार के खर्च का प्रतिशत
- झारखंड : 1.1
- छत्तीसगढ़ : 1.5
- बिहार : 1.4
- ओडिशा : 1.2
- उत्तर प्रदेश : 1.2
- पश्चिमी बंगाल : 1.0