Jharkhand: अपराध और विधि व्यवस्था पर राज्य स्तरीय बैठक जल्द, पुलिस मुख्यालय ने सभी जिलों से मांगी रिपोर्ट
झारखंड में सरकार के स्तर पर बहुत जल्द ही अपराध व विधि व्यवस्था पर सभी जिलों के उपायुक्तों व पुलिस अधीक्षकों की राज्य स्तरीय बैठक होनी है। इस बैठक को देखते हुए झारखंड पुलिस मुख्यालय ने तैयारी भी शुरू कर दी है।
राज्य ब्यूरो, रांची: झारखंड में सरकार के स्तर पर बहुत जल्द ही अपराध व विधि व्यवस्था पर सभी जिलों के उपायुक्तों व पुलिस अधीक्षकों की राज्य स्तरीय बैठक होनी है। इस बैठक को देखते हुए झारखंड पुलिस मुख्यालय ने तैयारी भी शुरू कर दी है।
पुलिस मुख्यालय से नौ जून को सीआइडी के डीजी सहित सभी जिलों के एसएसपी-एसपी को जारी पत्र में इसका जिक्र किया गया है।
जिलों से पुलिस मुख्यालय ने 11 जून तक हर हाल में बैठक के एजेंडे से संबंधित रिपोर्ट मांगी है। सभी जिलों को बैठक के एजेंडे से अवगत करा दिया गया है, जिसके अनुरूप ही रिपोर्ट की मांग की गई है।
वारंट-कुर्की का देना होगा ब्यौरा
बैठक के एजेंडे में लंबित, निष्पादित वारंट-कुर्की की अद्यतन स्थिति मांगी गई है, जो एक जनवरी 2023 तक लंबित वारंट, कुर्की व एक जनवरी 2023 से 31 मई 2023 तक प्राप्त वारंट, कुर्की तथा निष्पादन का ब्यौरा देना है।
3 श्रेणियों में मांगी रिपोर्ट
हत्या, डकैती, लूट, चोरी, गृहभेदन, आर्म्स एक्ट, फिरौती के लिए अपहरण, दुष्कर्म, पॉक्सो एक्ट, दहेज प्रथा अधिनियम, एससी-एसटी एक्ट व अन्य अपराध के मामले में तीन श्रेणियों में रिपोर्ट मांगी गई है।
इनमें दस वर्ष से अधिक समय से लंबित, पांच वर्ष से दस वर्ष के बीच के लंबित व दो से पांच वर्ष के बीच के लंबित कांडों का ब्यौरा मांगा गया है। पिछले पांच वर्षों में राज्य में किस वर्ष कितने अपराध दर्ज हुए, उसका भी पूरा ब्यौरा मांगा गया है।
इसी प्रकार जिलों में जनवरी-2021 से 31 मई 2023 तक अवैध हथियार, कारतूस, विस्फोटक, मादक पदार्थ की बरामदगी का भी पूरा ब्यौरा मांगा गया है।
कितनी गिरफ्तारी और कितनों पर कार्रवाई
इस ढाई साल की अवधि में आपराधिक गिरोह के कितने सदस्यों की गिरफ्तारी हुई, सीसीए के तहत कितनों पर कार्रवाई हुई, पशु तस्करी के कितने मामले आए और क्या कार्रवाई हुई यह भी देना है।
इस अवधि में महिलाओं के विरुद्ध कितने व किस प्रकार के अपराध हुए, इसमें क्या कार्रवाई हुई, डायन कुप्रथा अधिनियम में कितने मामले दर्ज हुए, चोरी के वाहनों की कितनी बरामदगी हुई।
अवैध कोयला, लौह अयस्क, बालू, पत्थर खनन के क्षेत्र में कितनी छापेमारी हुई और उसका क्या परिणाम निकला, अवैध शराब के विरुद्ध कितनी छापेमारी हुई।
कितनी बरामदगी हुई, क्या कार्रवाई हुई, इसपर पूरा ब्यौरा पुलिस मुख्यालय को उपलब्ध कराने को कहा गया है।