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रिम्स में बनेगा स्टेट सेंटर फॉर एक्सीलेंस, कुपोषित बच्चों को होगा इलाज Ranchi News

Jharkhand. अतिकुपोषित बच्चों का अब बेहतर इलाज हो सकेगा। एनएचएम व यूनिसेफ सेंटर की स्थापना करेगा। अन्य मेडिकल कॉलेजों में मॉडल ट्रीटमेंट सेंटर बनाए जाएंगे।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Published: Sun, 15 Dec 2019 12:19 PM (IST)Updated: Sun, 15 Dec 2019 12:19 PM (IST)
रिम्स में बनेगा स्टेट सेंटर फॉर एक्सीलेंस, कुपोषित बच्चों को होगा इलाज Ranchi News
रिम्स में बनेगा स्टेट सेंटर फॉर एक्सीलेंस, कुपोषित बच्चों को होगा इलाज Ranchi News

रांची, जासं। रिम्स के ट्रॉमा सेंटर में यूनिसेफ और नेशनल हेल्थ मिशन की ओर से आयोजित दो दिवसीय राज्यस्तरीय कार्यशाला में अतिकुपोषित बच्चों के उपचार पर चर्चा की गई। स्वास्थ्य सचिव डॉ. नितिन मदन कुलकर्णी ने कहा कि हमलोग यदि चाहेंगे तो राज्य से कुपोषण जरूर दूर होगा। कार्यशाला में नई दिल्ली के लेडी हार्डिग मेडिकल कॉलेज के डॉ. प्रवीण कुमार ने अतिकुपोषित बच्चों के उपचार एवं मैनेजमेंट के विभिन्न पहलुओं प्रमुखता से अपनी बात रखी।

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सागर मेडिकल कॉलेज मध्य प्रदेश के डॉ विरेंद्र कुमार एवं कलावती चिल्ड्रेन अस्पताल, नई दिल्ली के डॉ. एके रावत ने कार्यशाला में उपस्थित चिकित्सकों को प्रशिक्षण दिया। रिम्स अधीक्षक डॉ विवेक कश्यप ने बताया कि अति कुपोषित बच्चों के विशेष उपचार के लिए रिम्स में स्टेट सेंटर फॉर एक्सीलेंस बनाया जाएगा। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के द्वारा सेंटर की स्थापना की जाएगी।

सेंटर का संचालन पीएसएम विभाग, शिशु रोग विभाग एवं स्त्रीरोग विभाग के माध्यम से किया जाएगा। डॉ. विवेक कश्यप ने बताया कि सेंटर में 10 बेड होंगे। जहां राज्य भर में संचालित कुपोषण उपचार केंद्र से रेफर किए गए बच्चों का उपचार होगा। इसके साथ ही अन्य मेडिकल कॉलेजों में मॉडल ट्रीटमेंट सेंटर बनाए जाएंगे। इस दौरान रिम्स निदेशक डॉ. डीके सिंह सहित रिम्स के पीएसएम विभाग के चिकित्सक शामिल हुए।


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