कहीं टाइमर खराब तो कहीं येलो लाइट बंद, कट रहा ई-चालान
दो विभागों की खींचतान में 18 चौक-चौराहों पर लगे ट्रैफिक सिग्नल सही तरके से काम नहीं कर रहा है।
जागरण संवाददाता, रांची : दो विभागों की खींचतान में 18 चौक-चौराहों पर लगे ट्रैफिक सिग्नल सही तरीके से नियंत्रित नहीं हो रहे हैं। कहीं रेड सिग्नल के साथ टाइमर चल रहा तो ग्रीन सिग्नल शुरू होते ही टाइमर गायब। वाहन चालक ग्रीन सिग्नल देख भगवान भरोसे अपने गंतव्य की ओर आगे बढ़ते रहते हैं। इस बीच स्टॉप लाइन क्रॉस कर जेब्रा क्रॉसिंग के पास पहुंचते ही रेड सिग्नल ऑन होते ही उनके वाहन का ई-चालान कट रहा है। वाहन चालक कभी ट्रैफिक पुलिस को तो कभी रांची नगर निगम को कोसते हैं। कई लोग यह भी कह रहे कि ट्रैफिक सिग्नल ठीक तरह संचालित नहीं होने के कारण वे भुक्तभोगी बन रहे हैं। कहीं स्टॉप लाइन व जेब्रा क्रॉसिंग मिट चुके हैं तो कहीं धुंधले हो चुके हैं।
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मेंटनेंस के नाम पर हो रही खानापूर्ति
शहर के 18 जगहों पर लगे ट्रैफिक सिग्नल का मेंटनेंस कार्य रांची नगर निगम को करना है। नगर निगम ने मरम्मत कार्य का ठेका निजी एजेंसी को दे रखा है। नगर निगम के अधिकारियों के अनुसार ट्रैफिक सिग्नल के मेंटनेंस की जिम्मेदारी रांची नगर निगम की है, लेकिन ट्रैफिक सिग्नल कहां चालू हैं और कहीं बंद, इसकी मॉनिटरिग ट्रैफिक पुलिस को करनी है। ट्रैफिक पुलिस के माध्यम से रांची नगर निगम को यह सूचना देना है कि किस जगह पर ट्रैफिक सिग्नल बंद है और कहां क्या समस्या है। इधर, ट्रैफिक पुलिस की मानें तो रेड सिग्नल जंपिंग मामले में ट्रैफिक पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। एएनपीआर व आरएलवीडी कैमरे से रेड सिग्नल जंप करने वालों की मॉनिटरिग हो रही है।
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शहर में ट्रैफिक सिग्नल की स्थिति
1. हिनू चौक : हमेशा बंद रहता है।
2. एजी मोड़ : अमूमन येलो लाइट ही जलते रहते हैं। कभी-कभी सिग्नल व टाइमर संचालित किए जाते हैं।
3. अरगोड़ा चौक : सिग्नल हमेशा बंद रहता है। ट्रैफिक पुलिस हाथ के इशारे से वाहनों के आवागमन को नियंत्रित करती है।
4. सहजानंद चौक : जब वीआइपी मूवमेंट नहीं होता तो सिग्नल ऑन कर दिए जाते हैं। वीआइपी मूवमेंट के दौरान येलो लाइट ही जलते रहते हैं। ट्रैफिक पुलिस हाथ के इशारे से वाहनों के आवागमन को नियंत्रित करती है। 5. सुजाता चौक : ट्रैफिक सिग्नल व टाइमर का संचालन बेहतर है।
6. रतन टाकीज चौक : ट्रैफिक सिग्नल हमेशा बंद रहता है। वाहनों का आवागमन ट्रैफिक पुलिस के इशारे पर नियंत्रित होता है।
7. सर्जना चौक : ट्रैफिक सिग्नल व टाइमर का संचालन बेहतर है।
8. कचहरी चौक : आयुक्त कार्यालय से कचहरी चौक की ओर जाने वाले वाहन चालकों को रेड सिग्नल नजर नहीं आता। ट्रैफिक सिग्नल पोल चारदीवारी से सटा कर लगाया गया है। जिसके कारण रेड सिग्नल नजर नहीं आता। ग्रीन सिग्नल जलने के बाद येलो लाइट नहीं जलती। ग्रीन सिग्नल का टाइमर खत्म होते ही सिग्नल बंद हो जाता है और कुछ सेकेंड बाद रेड सिग्नल ऑन हो जाता है।
9. न्यूक्लियस मॉल के सामने : ट्रैफिक सिग्नल लगाने के बाद आज तक चालू नहीं हुआ।
10. लालपुर चौक : रेड व ग्रीन सिग्नल टाइमर के साथ काम करते हैं। येलो लाइट नहीं जलता।
11. किशोरगंज चौक : ट्रैफिक सिग्नल डेढ़-दो साल से बंद पड़ा है। ट्रैफिक पुलिस हाथ के इशारे से वाहनों के आवागमन को नियंत्रित करती है।
12. न्यू मार्केट चौक : ट्रैफिक सिग्नल कभी काम करता है तो कभी बंद रहता है। ग्रीन सिग्नल ऑन होते ही टाइमर गायब हो जाता है।
13. राजभवन के समीप : ट्रैफिक सिग्नल का संचालन बेहतर है। बाएं लेन के लिए संकेत नहीं लगाए गए हैं। जिसके कारण बाएं जाने वाले लोग रेड सिग्नल देख वाहन रोक खड़े हो जाते हैं।
14. एसएसपी आवास के सामने : ट्रैफिक सिग्नल का संचालन बेहतर है।
15. करमटोली चौक : ट्रैफिक सिग्नल का संचालन बेहतर है।
16. बूटी मोड़ चौक : ट्रैफिक सिग्नल कभी काम करता है तो कभी बंद रहता है।
17. खेलगांव चौक : ट्रैफिक सिग्नल कभी काम करता है तो कभी बंद रहता है।
18. जेल चौक : ट्रैफिक सिग्नल कारगर है। रेड सिग्नल का टाइमर अधिक है, जिसके कारण सड़क पर वाहनों की कतार लग जाती है।