50 हजार रिश्वत लेते सिमडेगा के भूमि संरक्षण पदाधिकारी रांची में गिरफ्तार
Jharkhand. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो रांची की टीम ने सिमडेगा के भूमि संरक्षण पदाधिकारी नरेश कुमार चौधरी को 50 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।
By Sujeet Kumar SumanEdited By: Published: Sat, 01 Jun 2019 11:25 AM (IST)Updated: Sat, 01 Jun 2019 03:59 PM (IST)
रांची, राज्य ब्यूरो। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो रांची की टीम ने सिमडेगा के भूमि संरक्षण पदाधिकारी नरेश कुमार चौधरी को 50 हजार रुपये रिश्वत लेते शुक्रवार को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। नरेश कुमार चौधरी की गिरफ्तारी रांची के डोरंडा स्थित होटल युवराज के सामने से हुई है। एसीबी ने उनकी कार को भी जब्त कर लिया है। शिकायतकर्ता बिनजोन लकड़ा है, जो पेशे से ठेकेदार है। वह सिमडेगा के ही ठेठईटांगर स्थित जोराम लेवरेटोली का रहने वाला है।
उन्होंने एसीबी में लिखित शिकायत की थी कि उन्हें पानी पंचायत जोराम लेबरेटोली में तालाब जीर्णोद्धार का काम मिला था। उसकी प्राक्कलित राशि 16 लाख 61 हजार रुपये थी। कार्य पूरा भी हो गया था और माप के आधार पर उन्हें पूरी राशि का भुगतान भी हो चुका था। इसके बाद यह कहते हुए भूमि संरक्षण पदाधिकारी नरेश कुमार चौधरी ने 50 हजार रुपये रिश्वत मांगी कि रिश्वत नहीं देने पर वे आगे कोई काम नहीं देंगे। शिकायतकर्ता बिनजोन लकड़ा ने इसकी लिखित शिकायत भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो में की।
एसीबी रांची की टीम ने पहले इसका सत्यापन किया। इसमें रिश्वत मांगने की बात को सही पाया गया। शिकायतकर्ता के बयान पर एसीबी ने गुरुवार को ही भूमि संरक्षण पदाधिकारी नरेश कुमार चौधरी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली। इसके बाद तय कार्यक्रम के अनुसार शुक्रवार को रांची में होटल युवराज के सामने एसीबी ने जाल बिछाया गया। यहां भूमि संरक्षण पदाधिकारी को रिश्वत लेते रंगे हाथ दबोच लिया। वे अपनी कार में ही पैसे ले रहे थे। इसलिए एसीबी ने उनकी ईओन कार जेएच-01सीजी 7808 को भी जब्त कर लिया है।
संपत्ति की जानकारी लेगी एसीबी
एसीबी के अधिकारी अब भूमि संरक्षण पदाधिकारी की संपत्ति के बारे में विस्तृत जानकारी लेंगे। अगर आय से अधिक की संपत्ति मिली तो उसका केस अलग से चलेगा।
उन्होंने एसीबी में लिखित शिकायत की थी कि उन्हें पानी पंचायत जोराम लेबरेटोली में तालाब जीर्णोद्धार का काम मिला था। उसकी प्राक्कलित राशि 16 लाख 61 हजार रुपये थी। कार्य पूरा भी हो गया था और माप के आधार पर उन्हें पूरी राशि का भुगतान भी हो चुका था। इसके बाद यह कहते हुए भूमि संरक्षण पदाधिकारी नरेश कुमार चौधरी ने 50 हजार रुपये रिश्वत मांगी कि रिश्वत नहीं देने पर वे आगे कोई काम नहीं देंगे। शिकायतकर्ता बिनजोन लकड़ा ने इसकी लिखित शिकायत भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो में की।
एसीबी रांची की टीम ने पहले इसका सत्यापन किया। इसमें रिश्वत मांगने की बात को सही पाया गया। शिकायतकर्ता के बयान पर एसीबी ने गुरुवार को ही भूमि संरक्षण पदाधिकारी नरेश कुमार चौधरी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली। इसके बाद तय कार्यक्रम के अनुसार शुक्रवार को रांची में होटल युवराज के सामने एसीबी ने जाल बिछाया गया। यहां भूमि संरक्षण पदाधिकारी को रिश्वत लेते रंगे हाथ दबोच लिया। वे अपनी कार में ही पैसे ले रहे थे। इसलिए एसीबी ने उनकी ईओन कार जेएच-01सीजी 7808 को भी जब्त कर लिया है।
संपत्ति की जानकारी लेगी एसीबी
एसीबी के अधिकारी अब भूमि संरक्षण पदाधिकारी की संपत्ति के बारे में विस्तृत जानकारी लेंगे। अगर आय से अधिक की संपत्ति मिली तो उसका केस अलग से चलेगा।
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