अभी यूं ही सताती रहेगी ठंड, छह लोगों की गई जान
मौसम विभाग की मानें तो अभी शीतलहरी का प्रकोप जारी रहेगा। 12 जनवरी तक यूं ही ठंड सताती रहेगी।
रांची, जागरण संवाददाता। कड़कती ठंड अब जानलेवा हो गई है। इसने राज्य में सोमवार को छह लोगों की जान ले ली। मृतकों में रांची की दो व गिरिडीह की एक महिला शामिल हैं। वहीं, देवघर व चतरा व धनबाद में एक-एक की मौत हुई है। इधर, रांची से 70 किलोमीटर दूर मैक्लुस्कीगंज में लगातार तीसरे दिन न्यूनतम तापमान शून्य डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। कांके में तापमान 1.1 डिग्री पहुंच चुका है। मौसम विभाग की मानें तो अभी शीतलहरी का प्रकोप जारी रहेगा। 12 जनवरी तक यूं ही ठंड सताती रहेगी। कनकनी उत्तर-पश्चिम से 1.5 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से आने वाली ठंडी हवाओं के कारण हो रहा है।
पश्चिमी असम और बंगलादेश के ऊपरी क्षेत्रों में साइक्लोनिक सर्कुलेशन का प्रभाव बना हुआ है। इस कारण झारखंड बिहार में यह स्थिति है। रांची में 24 घंटों के अंतराल पर अधिकतम और न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की गई। रांची का न्यूनतम तापमान 6.1 और अधिकतम 22.4 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं, रांची में ठंड से बंद हुए ज्यादातर स्कूल मंगलवार से खुलेंगे। हालांकि स्कूलों ने अपने खुलने के समय में एक से दो घंटे की बढ़ोतरी की है ताकि बच्चों को सुबह की ठंड से बचाया जा सके।
गर्म कपड़े न होना बनी मौत की वजह
कांके प्रखंड के पिठोरिया थाना क्षेत्र के कोयनारबेड़ा निवासी बसंती देवी (46 वर्ष) की मौत हो गई। पति सुकरा उरांव ने बताया कि शनिवार रात को बसंती को ठंड लग गई। रविवार की सुबह से उसे उल्टी व दस्त होने लगा। शाम चार बजे उसने दम तोड़ दिया। ग्रामीणों ने बताया कि सुकरा के पास परिजनों को पहनाने के लिए गर्म कपड़ा नहीं थे। वहीं, इटकी प्रखंड के महुआटिकरा कटहर टोली में 55 वर्षीया महिला मंगरी उराइन की मौत सोमवार को ठंड लगने से हो गई। बताया जाता है कि शाम चार बजे वह खेत से मजदूरी करके लौटी थी। अचानक वह कंपकंपाने लगी। ग्रामीण तत्काल उसे इलाज के लिए अस्पताल ले जाने लगे, पर रास्ते में ही उसकी मौत हो गई।
प्रशासन के प्रति आक्रोश
देवघर प्रखंड के बाबूपुर गांव में मजदूर पोचा मांझी (38)को ठंड से प्लास्टिक की छत नहीं बचा पाई। उसने सोमवार की सुबह दम तोड़ दिया। ग्रामीणों ने ठंड से मौत बताकर प्रशासन के खिलाफ जमकर हंगामा किया। लोगों का कहना था कि उनका घर तो तोड़ दिया गया, लेकिन बसाने पर प्रशासन ने ध्यान नहीं दिया। कड़ाके की ठंड में प्लास्टिक की छत के नीचे रह रहा था। बताया गया कि बताया गया कि पोचा व उसके जैसे 39 परिवार हवाई अड्डा के विस्थापित हैं। इनमें अधिकतर मुक्त कराए गए बंधुआ मजदूर है।
इधर प्रशासन का कहना है कि उसकी मौत बीमारी से हुई। पोचा को उसकी जमीन के बदले 48 लाख का मुआवजा दिया जा चुका है। वहीं, गिरिडीह के बेंगाबाद थाना क्षेत्र के सोबराजपुर गांव में ठंड से 65 वर्षीय महिला मुन्नी किस्कू की मौत सोमवार तड़के हो गई। देर रात वह शौच के लिए घर से निकली थी जिससे उसे ठंड लग गई। वहीं चतरा के कान्हाचट्टी में एक व्यक्ति की जान गई है।
आए थे जीवन का प्रमाण पत्र देने, ठंड ने दी मौत
धनबाद में ईसीएल के सेवानिवृत्त कर्मी राजबली राम की मौत सोमवार की अल सुबह ठंड से हो गई। वो गाजीपुर जिले के अपने पैतृक गांव बरही से यहां बैंक में जीवित प्रमाण पत्र देने आए थे। वे शहर में अपने एक परिचित के यहां रुके थे। यहां शौचालय न होने के कारण वे सुबह शौच के लिए बाहर निकले। बाद में वे झाडि़यों के पीछे मृत पाए गए। माना जा रहा है कि ठंड से उनकी मौत हो गई।
जमशेदपुर में टूटा रिकार्ड
जनवरी में सोमवार को जमशेदपुर सबसे अधिक सर्द रहा। न्यूनतम पारा 2013 के बाद सबसे कम दर्ज किया गया। वर्ष 2013 के नौ जनवरी को शहर का न्यूनतम पारा 5.5 दर्ज किया गया था। इस वर्ष आठ जनवरी को न्यूनतम तापमान 6.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
जानें, कहां रहा कितना तापमान
अधिकतम तापमान न्यूनतम तापमान
रांची 22.4 डिग्री 6.1 डिग्री
जमशेदपुर 25.0 डिग्री 6.3 डिग्री
डालटनगंज 24.8 डिग्री 5.1 डिग्री
हजारीबाग 21.0 डिग्री 5.0 डिग्री
गढ़वा 16.0 डिग्री 4.5 डिग्री
चतरा 25.0 डिग्री 4.0 डिग्री
लोहरदगा 19.5 डिग्री 1.3 डिग्री
जानें, कहां कितनी मौत
रांची : 2
चतरा : 1
देवघर : 1
गिरिडीह : 1
धनबाद : 1
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