शिबू सोरेन की संपत्ति छह साल में दोगुनी, पिस्टल भी है पास; पिछले 10 महीने में कमाए 24 लाख
बीते साल हुए लोकसभा चुनाव में उन्होंने 7.26 करोड़ की चल-अचल संपत्ति बताई थी। इस हिसाब से बीते दस माह में उनकी संपत्ति में लगभग 24 लाख का इजाफा हुआ।
रांची, राज्य ब्यूरो। झामुमो प्रमुख शिबू सोरेन की संपत्ति पिछले छह वर्षों में बढ़कर लगभग दोगुनी हो गई है। बुधवार को राज्यसभा के लिए नामांकन पत्र के साथ दाखिल किए गए शपथपत्र से इसका खुलासा हुआ है। शपथपत्र में शिबू सोरेन की कुल संपत्ति (चल-अचल) लगभग 7.50 करोड़ रुपए बताई गई है। जबकि 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान दाखिल शपथपत्र में उन्होंने यह राशि 4.87 करोड़ रुपये घोषित की थी। बीते साल हुए लोकसभा चुनाव में उन्होंने 7.26 करोड़ की चल-अचल संपत्ति बताई थी। इस हिसाब से बीते दस माह में उनकी संपत्ति में लगभग 24 लाख का इजाफा हुआ। शिबू सोरेन के पास एक लाइसेंसी पिस्टल भी है।
शिबू सोरेन के पास नकदी है 95230 रुपये
झामुमो प्रमुख शिबू सोरेन की बजाय उनकी पत्नी के पास ज्यादा नकदी है। शिबू सोरेन के पास नकदी 95230 रुपये हैैं, जबकि पत्नी रूपी सोरेन के पास 24,84,000 रुपये हैैं। इसके अलावा दिल्ली स्थित पंजाब नेशनल बैैंक में उनके तीन बैैंक एकाउंट हैैं। इसमें एक झामुमो का भी बैैंक एकाउंट हैै। झामुमो की एक फिक्स डिपाजिट (5218298 रुपये) भी है। उनका एसबीआइ में भी एक एकाउंट हैैं। उनके बैैंक एकाउंट में 898522 रुपये, 45252 रुपये और 5698058 रुपये जमा हैैं। जबकि पत्नी रूपी सोरेन के दो बैैंक एकाउंट (बीओआइ और आइसीआइसीआइ) में 2766351 रुपये और 155413 रुपये जमा है। उन्होंने विभिन्न जमा बचत योजनाओं में भी निवेश कर रखा है।
दो बार पहले भी राज्यसभा जा चुके हैं शिबू सोरेन, आठ दफा लोकसभा के लिए निर्वाचित
झारखंड मुक्ति मोर्चा के अध्यक्ष शिबू सोरेन का राजनीतिक सफर उतार चढ़ाव से भरा है। वे तीसरी बार राज्यसभा के सदस्य बनने की राह पर है। 70 के दशक में राजनीति की शुरुआत करने वाले शिबू सोरेन आठ बार लोकसभा का चुनाव जीत चुके हैैं। वे पहली बार 1980 में लोकसभा सदस्य निर्वाचित किए गए। इसके बाद वे 1989, 1991, 1996, 2002, 2004, 2009 और 2014 में भी सांसद बने। शिबू सोरेन 1985 में दुमका की जामा विधानसभा सीट से विधायक भी निर्वाचित हुए हैैं। 2002 में वे पहली बार राज्यसभा के लिए चुने गए थे। हालांकि कुछ माह बाद उन्होंने इस्तीफा देकर लोकसभा का चुनाव जीता।
उतार- चढ़ाव से भरा है राजनीतिक सफर, तीन बार बने झारखंड के मुख्यमंत्री
शिबू तीन बार झारखंड के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। वे पहली बार वर्ष 2005 में महज 10 दिन के लिए झारखंड के मुख्यमंत्री बने। 2006 में उन्हें केंद्र सरकार में कोयला मंत्री बनाया गया। वर्ष 2008 में वे दूसरी बार झारखंड का मुख्यमंत्री बने। इस बार संयोग से वे मुख्यमंत्री के पद पर रहते हुए 2009 में तमाड़ विधानसभा सीट से चुनाव हार गए। उन्हें राजा पीटर ने हराया था। 2009 में वे तीसरी बार लगभग चार माह मुख्यमंत्री के पद पर रहे।
पूरा परिवार सक्रिय है राजनीति में
शिबू सोरेन की पत्नी रूपी सोरेन झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय समिति में पदाधिकारी हैैं। वह लोकसभा का चुनाव लड़ चुकी हैैं। पुत्र हेमंत सोरेन झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष हैैं और फिलहाल राज्य के मुख्यमंत्री हैैं। शिबू सोरेन के बड़े पुत्र रहे दुर्गा सोरेन भी राजनीति में सक्रिय थे। वे जामा विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व करते थे। उनके निधन के बाद उनकी पत्नी सीता सोरेन इस सीट से लगातार चुनाव लड़कर जीत दर्ज करती हैैं। शिबू सोरेन के छोटे पुत्र बसंत सोरेन झारखंड मुक्ति मोर्चा के अग्रिम संगठन झारखंड युवा मोर्चा के अध्यक्ष हैैं।
कृषि और गैर कृषि भूमि है परिवार के पास
झामुमो प्रमुख शिबू सोरेन की पत्नी रूपी सोरेन के पास गोला में कृषि योग्य भूमि, गाजियाबाद में प्लाट, बोकारो में तीन स्थानों पर जमीन है। इसके अलावा दुमका, रांची के हातमा और बोकारो में कामर्शियल बिल्डिंग है। शिबू सोरेन के नाम पर दिल्ली में साउथ एक्सटेंशन में एक फ्लैट है। इनपर पंजाब नेशनल बैैंक का लोन भी है।
- शिबू सोरेन के पास चल संपत्ति 15627808 रुपये, अचल संपत्ति, 16200000, स्व-अधिग्रहित अचल संपत्ति 1675903, स्व-अधिग्रहित एसेट 16200000 रुपये।
- रुपी सोरेन के पास चल संपत्ति 7160154 रुपये, 27990000 रुपये, स्व-अधिग्रहित अचल संपत्ति 3000000 रुपये, स्व-अग्रिहित एसेट 17490000, विरासत में मिली संपत्ति 10500000 रुपये।
- शिबू सोरेन पर बकाया 7553987 रुपये और रूपी सोरेन पर 371840 रुपये। दोनों बकाया राशि विवादों में है।
राज्यसभा चुनाव के लिए शिबू सोरेन ने भरा नामांकन, जीत तय
झारखंड से राज्यसभा की रिक्त हो रही दो सीटों में से एक सीट के लिए झामुमो अध्यक्ष शिबू सोरेन ने बुधवार को नामांकन पत्र दाखिल किया। उन्होंने एक सेट में अपना नामांकन पत्र राज्य विधानसभा के सचिव महेंद्र प्रसाद को सौंपा। झारखंड मुक्ति मोर्चा के 10 विधायक शिबू सोरेन की उम्मीदवारी के प्रस्तावक बने हैैं। विधानसभा में नामांकन दाखिल करने के मौके पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सह मंत्री रामेश्वर उरांव, मंत्री मिथिलेश ठाकुर, बादल, झामुमो महासचिव विनोद पांडेय, पूर्वमंत्री राजेंद्र प्रसाद सिंह, बंधु तिर्की समेत अन्य वरीय नेता मौजूद थे। शिबू सोरेन के प्रस्तावकों में झामुमो के जगरनाथ महतो, दिनेश विलियम मरांडी, मिथिलेश कुमार ठाकुर, जिगा सुसारन होरो, नीरत पूर्ति, भूषण तिर्की, विकास कुमार मुुंडा, रामदास सोरेन, संजीब सरदार और समीर कुमार मोहंती शामिल हैैं।
हेमंत का दावा, भाजपा के लिए जीत हासिल करना आसान नहीं
विधानसभा में झामुमो के 29 विधायक हैैं। एक सीट पर जीत के लिए फिलहाल 27 विधायकों के वोट की आवश्यकता है। इस लिहाज से शिबू सोरेन की जीत पक्की मानी जा रही है। झामुमो प्रत्याशी का नामांकन दाखिल होने के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि गुरुजी (शिबू सोरेन) हमारे अभिभावक हैैं। इनका राज्यसभा जाना तय है। एक अन्य सीट पर प्रत्याशी उतारने संबंधी सवाल पर उन्होंने कहा कि जल्द ही स्थिति स्पष्ट हो जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा के लिए सीट जीतना आसान नहीं है। हमारी उनपर नजर है। यह पूछे जाने पर कि भाजपा के विधायक आपके संपर्क में हैैं, उन्होंने कहा कि किससे बात हुई है, यह कैसे बताया जा सकता है।
दूसरी सीट पर कांग्रेस देगी उम्मीदवार
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रामेश्वर उरांव ने दावा किया है कि राज्यसभा की दूसरी सीट के लिए कांग्रेस अपना प्रत्याशी देगी। नाम का खुलासा भी जल्द कर दिया जाएगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि कांग्रेस का कैंडिडेट होगा। हमारे पास जीत के लिए पर्याप्त आंकड़ा है।
निर्दलीय व छोटे दलों पर नजर
राज्यसभा चुनाव में जीत हासिल करने को लेकर निर्दलीय विधायकों और छोटे दलों की आवश्यकता सत्ता पक्ष और विपक्ष को होगी। आजसू ने अभी अपना रुख स्पष्ट नहीं किया है। विधानसभा में आजसू के दो विधायक सुदेश महतो और लंबोदर महतो हैैं। सुदेश महतो कह चुके हैैं कि नाम का एलान होने के बाद वे निर्णय करेंगे। उधर भाकपा माले विधायक विनोद कुमार सिंह ने स्पष्ट कहा है कि अगर वोट देने की नौबत आई तो उनका वोट भाजपा के खिलाफ होगा। निर्दलीय विधायक सरयू राय ने नाम स्पष्ट होने के बाद निर्णय पर पहुंचने की बात कही है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के विधायक कमलेश कुमार सिंह फिलहाल सत्तापक्ष के साथ हैैं।
भाजपा से दीपक प्रकाश होंगे प्रत्याशी
भाजपा ने नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश को राज्यसभा चुनाव के लिए प्रत्याशी घोषित किया है। बुधवार को केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में इस बाबत निर्णय किया गया। बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, गृहमंत्री अमित शाह, सड़क परिवहन, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्री नितिन गडकरी समेत केंद्रीय चुनाव समिति के अन्य सदस्य उपस्थित थे।
विधानसभा में दलीय स्थिति
दल सीटें
- झामुमो - 29
- भाजपा - 25
- कांग्रेस - 16
- झाविमो - 03
- आजसू - 02
- निर्दलीय - 02
- अन्य - 03