रांची में नाले में बहा मासूम, हाथ देख मां ने कूदकर बचाई जान
लालपुर लोअर वर्द्धमान कंपाउंड स्थित फ्रेंड्स क्लब पाहन टोली में डेढ साल के मासूम की नाली में डूबने के बाद मां ने कूदकर जान बचाई।
रांची, जासं। राजधानी रांची के लालपुर लोअर वर्द्धमान कंपाउंड स्थित फ्रेंड्स क्लब पाहन टोली में डेढ़ साल का बच्चा अखिल उरांव नाले में डूबकर करीब 15 मिनट तक बहता रहा। जब बच्चा घर में दिखाई नहीं दिया तो मां सोनी उरांव ने पूरी बस्ती छान ली। इतने में उसकी नजर जब नाले में पड़ी तो वहां एक हाथ दिखाई दिया। सोनी तुरंत नाले में कूद पड़ी और हाथ पकड़ बच्चें को बाहर निकाला। बच्चा नाले में कचड़ों के ढेर में फंसा था। सोनी को नाले में देख वहां स्थानीय लोगों को भीड़ लग गई। जब उन्हें पता चला कि बच्चा डूबा है, सभी उसे बचाने में जुट गए। सभी की मदद से उसे निकाला गया।
जब मासूम नाले से बाहर आया उसकी सांसे रूक चुकी थी। उसे तुरंत इलाज के लिए नजदीकी केसी रॉय मेमोरियल हॉस्पिटल ले जाया गया। जहां दो घंटे ऑक्सीजन में रखने के बाद उसकी सांसे वापस लौटी। इतने में उसे बेहतर इलाज के लिए रानी चिल्ड्रेन हॉस्पिटल रेफर किया गया। फिलहाल उसकी स्थिति गंभीर बनी हुई है। उसे अबतक होश नहीं आया है। बहन के साथ खेलने निकला था अखिल अखिल की मां सोनी ने बताया कि वह घर में कपड़ा धो रही थी। अखिल अपनी बड़ी बहन के साथ घर में ही खेल रहा था।
इतने में खेलते-खेलते दोनों घर से बाहर निकल गए। 10 मिनट बाद बेटी अकेले लौटी, सोनी ने पूछा कि भाई कहां है। बेटी ने कहा नहीं मालूम। इतने में पूरे घर में भगदड़ मच गई। सोनी अपने मकान मालकिन के साथ पूरी बस्ती में अखिल को ढूढ़ लिया लेकिन वह कहीं नहीं मिला। 15 मिनट लगे ढूढ़ने में : सोनी ने बताया कि करीब 15 मिनट ढूढ़ने से भी वह नहीं मिला। जब नाली पार कर रही थी तब वहां उसका हाथ दिखाई दिया। इतने में उसने नाली में छलांग लगा दी और उसे बाहर निकाला।
पूरा शरीर पानी के भीतर, कचड़े में फंसा था बच्चा
करीब 15 मिनट तक पानी में बहते हुए 200 मीटर दूर कचड़े के ढेर में फंसा था। उसका पूरा शरीर नाले में डूबा था। उसके पिता के अनुसार नाले का पानी उसके मुंह के भीतर चला गया था। जिसके कारण उसकी सांस रूक गई थी। अब उसके जल्द ठीक होनी की कामना है।
घरों के सामने ही है गहरा नाला
लालपुर फ्रेंड्स कालोनी के पाहन टोली में खुला नाला खतरे को आमंत्रण देता है। मोहल्ले में 60 से ऊपर घर नाले के किनारे दोनों ओर बसा है। नाले को अतिक्रमण कर घर बना लिए गए है। स्थिति यह है कि यहां घर से निकलते ही सामने नाला पड़ता है। जहां किराए के मकान में डेढ साल के अखिल का परिवार रहता है, वहां की भी यहीं स्थिति है। घर से निकलने के बाद पतला रास्ता है, जिसके किनारे गहरा नाला है। जहां यह घटना घटी। अगर अब भी नाले को नहीं ढका गया तो आगे भी ऐसी घटना कभी घट सकती है।