Ranchi news : खुद से गिरा रहे शटर, सप्ताह भर के लिए बंद रहेंगी रांची के शास्त्री मार्केट की दुकानें
शहर में कोविड संक्रमण के बढ़ते खतरे को देखते हुए शास्त्री मार्केट कमिटी ने 18 अप्रैल से 25 अप्रैल तक मार्केट बंद रखने का निर्णय लिया है। लॉकडाउन को लेकर सभी दुकानदारों की राय ली गई और दुकानें एक सप्ताह के लिए बंद रखने पर आम सहमति बनी।
जासं, रांची : शहर में कोविड संक्रमण के बढ़ते खतरे को देखते हुए शास्त्री मार्केट कमिटी ने 18 अप्रैल से 25 अप्रैल तक मार्केट बंद रखने का निर्णय लिया है। लॉकडाउन को लेकर सभी दुकानदारों की राय ली गई और दुकानें एक सप्ताह के लिए बंद रखने पर आम सहमति बनी। कमिटी के सह सचिव किशोर पपनेजा ने जानकारी दी कि फिलहाल एक सप्ताह के लिए शास्त्री मार्केट की सभी दुकानें बंद रहेंगी। एक दिन पहले स्थिति की समीक्षा कर आगे का निर्णय लिया जाएगा। कमिटी के सचिव रंजीत गुप्ता ने बताया कि कोरोना की दूसरी खतरनाक लहर के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए स्वत: लॉकडाउन करने का फैसला लिया गया। इस दौरान सभी दुकानदार एवं कर्मचारी बंधु अपने अपने घरों में रहेंगे। उन्होंने शहर के अन्य सभी व्यवसायिक संगठनों से भी आगे आने की अपील की है।
घर-परिवार की चिंता है इसलिए बंद करेंगे दुकान : अपर बाजार रंगरेज गली के एक मार्केट में टेलर ने बताया कि 19 अपै्रल से दुकान बंद कर देंगे। ग्राहकों को फोन कर बता रहे हैैं कि दुकान बंद रहेगी। जो भी कपड़े सिलने के लिए दिए गए हैैं उन्हें तैयार किया जा रहा है। 19 से पहले सबको डिलीवरी दे देंगे, इसके बाद दुकानें बंद रहेंगी। टेलर ने बताया कि घर-परिवार की चिंता है। कैसे कोरोना घर तक आ जाएगा, कहना मुश्किल है, इसलिए खुद से ही शटर गिरा रहे हैैं। इसी तरह मार्केट के और दुकानदार भी दुकान बंद करने वाले हैैं। उनका कहना है कि स्थिति सुधरने पर ही आगे दुकान खोलेंगे।
समन्वय बनाकर स्वत: बंद करने पर हो विचार : इधर, फेडरेशन ऑफ झारखंड चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज की कार्यकारिणी समिति की पांचवीं बैठक शनिवार को चैंबर अध्यक्ष प्रवीण जैन छाबड़ा की अध्यक्षता में हुई। बैठक वर्चुअल हुई जिसमें एक स्वर में व्यापारियों ने स्वास्थ्य व्यवस्था पर नाराजगी जतायी। अधिकतर व्यापारियों ने कहा कि अगर कोरोना का कहर जारी रहा तो चैंबर को अपने संबद्ध संस्थाओं व सभी जिला चैंबर ऑफ कॉमर्स से समन्वय बनाकर स्वत: बंद करने पर विचार करना चाहिए। इस पर चैंबर अध्यक्ष प्रवीण जैन छाबड़ा ने सहमति जताई। सदस्यों के सुझाव पर उन्होंने यह भी कहा कि राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर स्वास्थ्य सचिव से जानकारी ली जाएगी।