सेवा भारती अपनत्व भाव से करती है सेवाकार्य
राज्य में लॉकडाउन के बाद से लगातार 37 दिनों से सेवा भारती की ओर से लोगों को भोजन कराया जा रहा है। यह 17 मई तक चलता रहेगा।
जासं, रांची : राज्य में लॉकडाउन के बाद से लगातार 37 दिनों से सेवा भारती की ओर से लोगों को भोजन कराया जा रहा है। बिरसा चौक के प्रकाश नगर में स्थित प्रांतीय कार्यालय में भोजन बनाने का काम चल रहा है। इस दाल भात केंद्र पर 18 सेवा बस्तियों के जरूरतमंद महिलाएं, पुरुष व बच्चे दोपहर का भोजन प्राप्त करते हैं। रविवार को इस केंद्र से 830 जरूरतमंदों को पका भोजन उपलब्ध कराया गया। भोजन स्थल पर सेवा भारती के न्यासी एवं चिकित्सक डॉ के पी सिन्हा ने कोरोना वायरस संबंधित सतर्कता, सावधानी व बचाव के कई महत्वपूर्ण जानकारिया से लोगों को अवगत कराया।
फिर सेवा निकेतन में दाल भात केंद्र के व्यवस्था, प्रबंधन एवं समीक्षात्मक एक बैठक सेवा भारती के न्यासी वी.शिव नाथ की अध्यक्षता में हुई। बैठक में 18 बस्तियों के प्रतिनिधियों ने अपने अपने सुझाव एवं विचार व्यक्त किए। जिसमें ध्यान में आया कि सेवा भारती के दाल भात केंद्र पर अत्यधिक जरूरतमंद लोग ही भोजन लेने आते हैं। कुछ प्रवासी लोग जो किराए के मकान में रहकर दिहाड़ी मजदूरी करते हैं, कुछ तो यहा पढ़ाई के लिए रहते हैं, कुछ महिलाएं घरों में दाई का काम करती हैं। दिव्याग और वृद्धों के लिए तो लॉकडाउन में यह दाल भात केंद्र जीवन रक्षक बना हुआ है। अभी लॉकडाउन के कारण सभी काम-धंधे , रोजगार बंद पड़े हैं, ऐसे में भोजन जुटाना मुश्किल हो गया है। बैठक में राष्ट्रीय सेवा भारती के न्यासी गुरुशरण प्रसाद ने अपना विचार व्यक्त करते हुए कहा कि लॉकडाउन के अंतर्गत सेवा भारती का ये सेवा व राहत कार्य निस्वार्थ भाव से हो रहा है। सेवा भारती का कार्य विज्ञापन के लिए नहीं अपनापन के लिए है। हम समाज को ही परिवार मानते हैं। यह दाल भात केंद्र समाज के सहयोग से अपने अभावग्रस्त समाज और अपनों के लिए चलाया जा रहा है। मौके पर सेवा भारती के प्रातीय सह सचिव ऋषि पाण्डेय ने कहा कि राची का दाल भात केंद्र लॉकडाउन -3 के 17 मई तक अनवरत चलता रहेगा। मौके पर गिरीश मल्होत्रा, अनिरुद्ध कुमार ,अरुण सिन्हा, संजेश मोहन ठाकुर मुख्य रूप से उपस्थित थे।