ओह! सपनों के आशियाना को खंडहर बनता देख, उसी निर्माणाधीन मकान में बुजुर्ग ने लगा ली फांसी
जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र के एकता नगर में एक अधेड़ व्यक्ति ने निर्माणाधीन मकान में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मंगलवार की सुबह स्थानीय लोगों ने मकान में एक शव को झूलता पाया तो इसकी जानकारी पुलिस को दी।
रांची/तुपुदाना (जासं, ): जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र के एकता नगर में एक अधेड़ व्यक्ति ने निर्माणाधीन मकान में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मंगलवार की सुबह स्थानीय लोगों ने मकान में एक शव को झूलता पाया तो इसकी जानकारी पुलिस को दी। मृतक की पहचान एकता नगर निवासी अजय कुमार राय के रूप में हुई है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए रिम्स भेज दिया है।मृतक के स्वजन ने बताया कि अजय कुमार राय ने दो साल पूर्व बड़कागढ़ के एक वंशज से पांच लाख रुपये में जमीन का एग्रीमेंट करवाया था। एग्रीमेंट करवाने के बाद मकान बनवाना आरंभ किया। मकान जब आधा से ज्यादा बन गया था। इसी बीच एक साल पहले नामकुम की तत्कालीन अंचलाधिकारी शुभ्रा रानी ने उक्त जमीन को जीएम लैंड बताकर अजय राय एवं तीन अन्य व्यक्तियों के खिलाफ जगन्नाथपुर थाना में एफआइआर दर्ज करवा दिया। एफआइआर दर्ज होने के बाद पुलिस ने मकान का निर्माण कार्य रुकवा दिया। मृतक की बेटी सपना कुमारी के बयान पर जगन्नाथपुर थाना में यूडी केस दर्ज कर लिया गया है।
बेटी ने कहा, पैसा जीवन भर की कमाई डूबने से काफी परेशान थे पापा
जमीन से लेकर मकान बनवाने तक में अजय राय ने जीवन भर की कमाई लगा दी। करीब 25 लाख रुपये डूब जाने के बाद से अजय राय मानसिक रूप से काफी परेशान थे। जिनसे जमीन लिया उन्हें कई बार मदद करने को कहा लेकिन किसी प्रकार की मदद नहीं मिली। थकहार कर 20 दिन पहले जगन्नाथपुर थाना से लेकर उच्च अधिकारियों तक को वाट्सएप मैसेज भेजकर आत्महत्या कर लेने की बात बतायी थी। हालांकि, परिजनों को यह उम्मीद नहीं था कि वे ऐसा कदम उठा लेंगे।
बेगूसराय के हैं मूल निवासी, एकता नगर में किराये की मकान में रहते थे
जानकारी के अनुसार अजय राय बेगूसराय के मूल निवासी थे। पत्नी प्रभा राय, बेटी सपना कुमारी के साथ एकता नगर में किराये की मकान में रहते थे। बेटा प्रिंस कुमार मुंबई में नौकरी करता है। वहीं, बड़ी बेटी दुबई में नौकरी करती है।
आत्महत्या से पूर्व जमीन मालिक को भेजा मैसेज
आत्महत्या करने से पूर्व अजय राय ने जमीन मालिक को मैसेज भेजा था जिसमें लिखा था कि आपने हमको धोखा दिया। गरीब आदमी का 25 लाख रुपये डुबा दिये और अब फोन नहीं उठाते हैं। आपके ही घर पर एक गरीब आत्महत्या करेगा। आप कहते थे स्वतंत्रता सेनानी का चेयरमैन हूं। बड़ी मुश्किल से 25 लाख रुपये का जुगाड़ किये थे। आप जैसे धोखेबाज इंसान को ईश्वर कभी माफ नहीं करेगा।