JPSC MAins: पहले दिन शांति से हुई परीक्षा, 2016 के गलत सवाल पर चर्चा आम
Jharkhand Public Service Commission. जेपीएससी मुख्य परीक्षा के विरोध और सरगर्मी को देखते हुए रांची पुलिस ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं।
रांची, जासं। जेपीएससी छठी सिविल सेवा मुख्य परीक्षा के पहले दिन सोमवार को पहली पाली की परीक्षा शांतिपूर्ण संपन्न हो गई है। दोपहर दो बजे से दूसरी पाली की परीक्षा होगी। पहली पाली में सामान्य हिंदी और अंग्रेजी की परीक्षा थी। इस दौरान रांची के सभी 57 परीक्षा केंद्रों पर परीक्षार्थियों की खासी चहल-पहल देखी गई। कड़े सुरक्षा इंतजामों के बीच परीक्षाकेंद्रों के मुख्य द्वार पर छात्रों की गहन तलाशी ली गई।इधर परीक्षार्थियों ने बताया कि वर्ष 2016 के सेट किए गए सवाल ही 2019 में पूछे गए। पेपर को अपडेट करने तक की जहमत जेपीएससी ने नहीं उठाई। उदाहरण के तौर पर एक सवाल में पूछा गया कि झारखंड को बने हुए 16 साल हो गए इस पर निबंध लिखें। जबकि झारखंड राज्य ने 15 नवंबर 2018 को अपनी स्थापना की 18वीं वर्षगांठ मनाई है। ऐसे में एक तरफ जहां तकनीकी तौर पर इस तरह के सवाल ने छात्रों को चौंकाया, वहीं दूसरी तरफ इस सवाल से जेपीएससी की किरकिरी होनी तय मानी जा रही है।
सुरक्षा के कड़े इंतजाम : जेपीएससी मुख्य परीक्षा के विरोध और सरगर्मी को देखते हुए रांची पुलिस ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। सुरक्षा को लेकर 57 परीक्षा केंद्रों को तीन स्तर पर बांटा गया है। वहीं स्टैटिक फोर्स और क्विक रिस्पांस टीम (क्यूआरटी) की प्रतिनियुक्ति की गई है। सुरक्षा का जिम्मा पुलिस और मजिस्ट्रेट सेक्टर, जोनल और सुपर जोनल स्तर पर संभालेंगे। सेक्टर स्तर पर दो परीक्षा केंद्रों पर एक इंस्पेक्टर स्तर के पुलिसकर्मी तैनात होंगे। वहीं जोनल स्तर पर पांच परीक्षा केंद्रों की सुरक्षा एएसपी व डीएसपी स्तर के अधिकारियों के जिम्मे होगी।
वहीं सुपर जोनल स्तर पर सिटी एसपी, ग्रामीण एसपी और ट्रैफिक एसपी मौजूद रहेंगे। परीक्षा केंद्रों की सुरक्षा में 1000 से अधिक पुलिसकर्मी तैनात होंगे। दस डीएसपी व 115 मजिस्ट्रेटों की प्रतिनियुक्ति की गई है। एसएसपी अनीश गुप्ता ने कहा कि जेपीएससी की परीक्षा के दौरान बाधा डालने वालों से पुलिस सख्ती से निबटेगी। उपद्रव करने वालों की वीडियोग्राफी कराई जाएगी। साथ ही एसएसपी ने विरोध प्रदर्शन कर रहे छात्रों से अपील की है कि वे किसी के बहकावे में आकर कोई ऐसा कदम न उठाएं, कि भविष्य में कोर्ट और पुलिस का चक्कर काटना पड़े। प्रश्नपत्र पहुंचाने के लिए अलग गश्ती दल : परीक्षा केंद्रों पर प्रश्नपत्र पहुंचाने के लिए अलग गश्ती दल की व्यवस्था की गई है। पूरी सुरक्षा के साथ प्रश्नपत्र परीक्षा केंद्रों पर पहुंचेगी। इसके अलावा परीक्षा केंद्रों पर गश्त करते हुए भी एक दल नजर रखेगी।
पुलिसकर्मियों को ब्रीफिंग में दिए गए निर्देश : परीक्षा केंद्रों की सुरक्षा को लेकर पुलिस और प्रशासन की ओर से एक संयुक्त ब्रीफिंग रखी गई। ब्रीफिंग में पुलिसकर्मियों और मजिस्ट्रेटों को सुरक्षा के दौरान पूरी सतर्कता का निर्देश दिया गया है। किसी भी तरह की अप्रिय घटना सहित हर गतिविधियों को सेट पर सूचना देने और वरीय अधिकारियों से संपर्क में रहने का निर्देश दिया गया। स्पेशल ब्रांच ने भी किया अलर्ट : बवाल की आशंका को लेकर स्पेशल ब्रांच ने रांची सहित अन्य जिलों के एसपी को अलर्ट जारी किया है। एसपी को सतर्क किया गया है कि परीक्षा केंद्रों पर विधि व्यवस्था भंग होने की पूरी संभावना है। इस अलर्ट को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने सुरक्षा की पूरी तैयारी की है।
दो पालियों में हो रही परीक्षा : सोमवार को मुख्य परीक्षा दो पालियों में होगी। पहली पाली में प्रथम पत्र की परीक्षा होगी जबकि दूसरी पाली में द्वितीय पत्र भाषा एवं साहित्य की परीक्षा होगी। झारखंड लोक सेवा आयोग ने अभ्यर्थियों के लिए सभी पत्रों में शामिल होना अनिवार्य कर दिया है। सभी पत्रों की परीक्षा में शामिल होने के बाद ही मुख्य परीक्षा की मेधा सूची में नाम आएगा। आयोग ने अभ्यर्थियों से परीक्षा शुरू होने से आधा घंटा पहले पहुंचने की अपेक्षा की है। परीक्षा प्रारंभ होने के 15 मिनट बाद प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी। जेपीएससी के सचिव रणेंद्र कुमार ने कहा कि छठी जेपीएससी मुख्य परीक्षा 28 जनवरी से आयोजित की गयी है। आयोग तय समय पर परीक्षा लेगा।
प्रवेशपत्र जारी करने में गड़बड़ी : अभ्यर्थियों ने मुख्य परीक्षा के लिए प्रवेशपत्र जारी करने में गड़बड़ी का आरोप लगाया। कहा है कि क्रमाक संख्या में भी त्रुटि मिली है। इसके अलावा मुख्य परीक्षा में सब्जेक्ट बदल जाने का भी आरोप लगाया है। संस्कृत की जगह ¨हदी कर दिया गया है। अभ्यर्थियों का कहना था कि पीटी पास सभी अभ्यर्थियों का प्रवेशपत्र जारी कर दिया गया। क्या सभी अभ्यर्थी के फार्म सही निकले। पाचवीं जेपीएससी की मुख्य परीक्षा में पाच हजार से अधिक अभ्यर्थियों का फार्म रिजेक्ट हो गया था।
कांग्रेस अध्यक्ष अभ्यर्थी से मिले : जेपीएससी कार्यालय के पास प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों से काग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार मिले। उन्होंने समस्याओं की जानकारी ली। अभ्यर्थियों प्रदेश अध्यक्ष से कहा कि वे परीक्षा स्थगित करने की माग कर रहे हैं, लेकिन जेपीएससी के अध्यक्ष कार्यालय से चले गए हैं। इसके बाद अजय कुमार ने आला अधिकारियों से बातचीत किया। लेकिन कोई हल नहीं निकला।
सोशल मीडिया में बढ़ी हलचल : वार्ता का नेतृत्व कर रहे अभ्यर्थी अनिल पन्ना ने बताया कि परीक्षा रद करने के सवाल पर अधिकारी कुछ भी बोलने की स्थिति में नहीं थे। वहीं, देर शाम तक तेजी से फेसबुक एवं व्हाट्सएप के माध्यम से छात्रों का जुटान जेपीएससी कार्यालय पर होने लगा और छात्र शातिपूर्ण तरीके से परीक्षा रद्द करने की माग करने लगे। सोशल मीडिया पर एक ऐसा ग्रुप भी सक्रिय है जो सोमवार को परीक्षा केंद्र पर परीक्षार्थियों को पहुंचने से रोकने में लगे हैं।
परीक्षार्थियों का इस बात पर है विरोध
पीटी में आरक्षण नियम का पालन करते हुए पद का 15 गुणा रिजल्ट जारी हो। जबकि 34 हजार रिजल्ट जारी किया गया है। इसमें करीब 27 हजार ने मुख्य परीक्षा में शामिल होने के लिए फार्म भरा।
- पीटी में 34 हजार रिजल्ट 326 पदों के लिए कहीं से भी उचित नहीं है।
-मुख्य परीक्षा के कागजातों के निष्पादन में जेपीएससी में कार्यरत करीब 15 वैसे लोग लगे हैं जो पीटी उत्तीर्ण है और मुख्य परीक्षा में शामिल होंगे। ऐसे में परीक्षा की निष्पक्षता बनी नहीं रह सकती है।
- मामला हाई कोर्ट में है तो परीक्षा आयोजन की जल्दबाजी क्यों है। अभी रोक लगे।
- कुछ लोगों के प्रवेशपत्र में त्रुटि है तो कुछ के विषय बदल गए हैं।